ED की टीम कलेक्टर बंगले से लौटी: रायगढ़ में माइनिंग शाखा के सारे कम्प्यूटर का डाटा ट्रांसफर किया, कोरबा में जांच जारी

Update: 2022-10-15 15:01 GMT

रायगढ़/कोरबा। कोयला ट्रांसपोर्टिंग में गड़बड़ी की जांच कर रही ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की टीम ने रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू और कलेक्टोरेट स्थित माइनिंग शाखा में जांच पूरी कर ली है। हालांकि कोरबा में अभी जांच जारी है। वहीं, रायपुर में भी आईएएस समीर विश्नोई सहित तीन अन्य आरोपियों से पूछताछ जारी है।

ईडी की टीम जब रायगढ़ पहुंची थी, तब कलेक्टर रानू साहू अपने बंगले में मौजूद नहीं थीं। इस वजह से उनका बंगला सील कर दिया गया था। बाद में जब वे वापस लौटीं तो ईडी को पत्र लिखकर वापस आने की सूचना दी। कलेक्टर जब ड्यूटी पर लौटीं, तब ईडी की टीम माइनिंग शाखा पहुंची। इस दौरान टीम ने ट्रांसपोर्टिंग से जुड़े जो भी दस्तावेज हैं, उन सभी की फोटोकॉपी की है।


वहीं, माइनिंग शाखा के साथ-साथ अन्य शाखाओं के कम्प्यूटर का भी डाटा अपने पास ट्रांसफर करने की जानकारी सामने आई है। जो बातें सामने आ रही हैं, उसमें कुछ ऐसे दस्तावेज ईडी को मिले हैं, जिसमें संबंधित अधिकारियों के दस्तखत मिसिंग हैं। दस्तावेज जुटाकर ईडी की टीम निकल गई। वहीं, कोरबा में माइनिंग शाखा में अभी जांच जारी है। करीब 40 अधिकारियों की टीम जांच कर रही है। बड़ी संख्या में डीओ (डिलीवरी ऑर्डर) के फोटोकॉपी कराए जा रहे हैं।


सूत्रों के मुताबिक ईडी का फिलहाल फोकस आईएएस समीर विश्नोई, लक्ष्मीकांत तिवारी और सुनील अग्रवाल पर होगा। 6.5 करोड़ की जो संपत्ति जब्त की गई है, उसके सोर्स की जानकारी मांगी जाएगी। इसके अलावा कोल परिवहन की लेवी के सिस्टम और उसमें शामिल लोगों के बारे में पुख्ता जानकारी जुटाई जाएगी। पूछताछ में यदि महत्वपूर्ण तथ्य सामने आएंगे तो ईडी नए लोगों पर छापे मार सकती है।

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