डीआरओ की दादागिरी: डीआरओ की जोर-जबर्दस्ती से भड़के बीआरओ, चुनाव अधिकारी से शिकायत

चुनाव में पारदर्शिता और निष्पक्षता के लिए कांग्रेस ने दूसरे राज्यों से जिला चुनाव अधिकारी की नियुक्ति की, लेकिन उन पर भी भेदभाव और मनमानी के आरोप लग रहे हैं।

Update: 2022-08-01 15:59 GMT

रायपुर। कांग्रेस संगठन चुनाव में अब विवाद गहराने लगा है। चुनाव में निष्पक्षता के लिए कांग्रेस ने दूसरे राज्यों से डीआरओ नियुक्त किए, लेकिन अब डीआरओ पर जोर-जबर्दस्ती और दादागिरी करने के आरोप लग रहे हैं। राजधानी के डीआरओ लल्लन सिंह के खिलाफ करीब आधा दर्जन शिकायत प्रदेश चुनाव अधिकारी हुसैन दलवई के पास पहुंची है। बाकायदा कुछ कार्यकर्ताओं ने दलवई से फोन पर शिकायत की है और मिलने के लिए समय मांगा है। यह स्थिति सिर्फ राजधानी रायपुर की नहीं, बल्कि कई जिलों से आ रही है, जहां मंत्री, विधायक और संगठन के कुछ बड़े नेताओं द्वारा अपनी पसंद से ब्लॉक अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए बीआरओ पर कोरे कागज पर दस्तखत करने या डीआरओ द्वारा तैयार सूची पर दस्तखत करने के लिए दबाव डाला जा रहा है। राजधानी में तो हद हो गई। जब बीआरओ नहीं माने तो डीआरओ ने उन्हें हटाकर प्रभारी बीआरओ की नियुक्ति कर दी और उनके नाम पर एक नाम का प्रस्ताव बनाकर भेज दिया है। यहां दक्षिण विधानसभा में सबसे ज्यादा शिकायतें आ रही हैं। यहां संगठन के कुछ नेताओं और डीआरओ की मिलीभगत की बात कही जा रही है।

सीएम की नाराजगी के बाद भी पारदर्शिता नहीं

कुछ दिनों पहले राजीव भवन में बैठक के दौरान सीएम भूपेश बघेल ने इसी बात पर नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने बीआरओ की सूची को जान-बूझकर रोकने का आरोप लगाया था। साथ ही, पारदर्शितापूर्ण चुनाव कराने पर जोर दिया था। कांग्रेस से जुड़े नेताओं का कहना है कि अभी तक चुनाव के लिए कोई अधिकृत कार्यक्रम जारी नहीं किया गया है कि कब तक नामांकन लिए जाएंगे। कब तक स्क्रूटनी होगी और नाम घोषित किए जाएंगे। अधिकृत तौर पर मतदाता सूची भी जारी नहीं की गई है। इसके बाद डीआरओ अपनी मर्जी से कार्यक्रम तय कर नामांकन लेने से भी इंकार कर रहे हैं।

प्रदेश प्रभारी के सामने भी शिकायत लेकर पहुंचे

हाल ही में दौरे पर आए कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया से भी मिलकर कार्यकर्ताओं ने डीआरओ की शिकायत की है। साथ ही, मनमानी का आरोप लगाया है। एक डीआरओ पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का नाम लेकर बीआरओ को धमकाने की भी बातें आ रही हैं। इस पूरे विवाद को विधानसभा चुनाव की दावेदारी से भी जोड़कर देखा जा रहा है। विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक नेता अपनी पसंद से ब्लॉक अध्यक्ष का नाम तय कराना चाह रहे हैं। ऐसे ही कुछ नेता डीआरओ के साथ मिलीभगत कर बीआरओ पर अपनी सूची में दस्तखत कराने के लिए दबाव डाल रहे हैं।

पीसीसी अध्यक्ष से शिकायत करने की तैयारी

कांग्रेस के प्रदेश चुनाव अधिकारी हुसैन दलवई वीआईपी रोड पर एक होटल में ठहरे हुए हैं। उनके पास शिकायत लेकर लगातार कार्यकर्ता पहुंच रहे हैं। यही नहीं, पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम से शिकायत करने के लिए भी लोग पहुंचने की तैयारी में है।

साहब परिवार के साथ हैं...

कांग्रेस संगठन चुनाव और डीआरओ के खिलाफ शिकायतों के संबंध में चर्चा के लिए जब NPG.News ने प्रदेश चुनाव अधिकारी हुसैन दलवई को कॉल किया तो उनका नंबर पर्सनल असिस्टेंट ने रिसीव किया। उन्होंने बताया कि साहब परिवार के साथ हैं। वे कल बात करा पाएंगे। वहीं, पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।

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