CG News- कलेक्टर एसपी के खिलाफ डॉक्टर ओपीडी बंद कर बैठे धरने पर, स्वास्थ्य सुविधाएं ठप्प
धमतरी। सिविल सर्जन को हटाने से नाराज डॉक्टरो ने जिला अस्पताल की ओपीडी बंद कर दी है। डॉक्टर कलेक्टर एसपी के खिलाफ धरने पर बैठ गए हैं। डॉक्टरों ने कलेक्टर एसपी पर मनमानी कर दादागिरी का आरोप लगाया है।
डॉक्टरों का कहना हैं कि केरेगांव थाना क्षेत्र से 5 दिन पुरानी नवविवाहिता की सड़ी गली लाश मिली थी। लाश की स्थिति देखते हुए उसका वहां पीएम करना संभव नही था। लिहाजा डॉक्टरों ने मना कर दिया। इसको लेकर कलेक्टर व एसपी ने धमतरी जिला अस्पताल के डॉक्टरों पर दबाव बनाया। पर डॉक्टरों के मना करने पर सिविल सर्जन डॉक्टर यूएल कौशिक से सिविल सर्जन का प्रभार छीन लिया गया। जिसके बाद नाराज डॉक्टरों ने आज जिला अस्पताल की ओपीडी बंद कर सीएमएचओ दफ़्तर सामने धरना दे दिया है। डॉक्टरों का कहना है कि यह मनमानी कार्यवाही की गई है।
डॉक्टरों द्वारा धरना देने से ओपीडी बंद हो गई है और इलाज नही हो रहा है। इमरजेंसी को छोड़ कर सारी स्वास्थ्य सुविधाएं ठप्प कर दी गई है। सीएमएचओ दफ्तर के सामने खड़े डॉक्टरों ने बताया कि पोस्टमार्टम के लिए 5 डॉक्टरों की टीम बनाई गई थी। पर फारेंसिक एक्सपर्ट उपलब्ध न होने के कारण शव को मेकाहारा भेज दिया गया। जिससे नाराज कलेक्टर पीएस एल्मा ने डॉक्टर यूएल कौशिक को हटा कर दूसरे को प्रभार सौप दिया। जानकारी लगने पर जिला अस्पताल के सारे डॉक्टर व स्टाफ काम बंद कर सीएमएचओ दफ्तर पहुँच गए हैं और वहां धरना दे रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि जब तक डॉक्टर यूएल कौशिक को वापस सिविल सर्जन का प्रभार नही दिया जाएगा तब तक वे काम बंद कर विरोध करते रहेंगे। डॉक्टरों ने अपनी शिकायत लेकर मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री से मिलने की बात भी कही है। वही इस संबंध में धमतरी कलेक्टर पीएस एल्मा ने मीडिया को बताया कि पोस्टमार्टम नही करने पर सिविल सर्जन को हटाने जैसी कोई बात नही है। उन्हें अस्पताल से सम्बंधित जिम्मेदारियों का उचित ढंग से निर्वाह नही करने व देरी करने पर हटाया गया है।