CM फेस थे जामवाल: भाजपा के क्षेत्रीय संगठन मंत्री के पिता सेना में थे कर्नल, खुद ABVP से जुड़े...जहां गए वहां बनी सरकार, CG आते ही नाराज
छत्तीसगढ़ के क्षेत्रीय संगठन मंत्री के रूप में नियुक्ति के बाद राजधानी रायपुर पहुंचे अजय जामवाल। अभी तीन दिन यहां रहेंगे।
रायपुर। भाजपा के नए क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल रायपुर पहुंच चुके हैं। उनकी नियुक्ति के बाद ही कार्यकर्ताओं में उनके बारे में जानने की काफी उत्सुकता थी। गूगल में भी काफी पड़ताल की गई। जैसे ही गूगल में अजय जामवाल टाइप करते हैं तो अजय जामवाल बायोग्राफी और कांटैक्ट नंबर दिखने लगता है। गूगल में जो जानकारियां उपलब्ध हैं और आरएसएस से जुड़े पदाधिकारियों के मुताबिक कभी जामवाल भी हिमाचल प्रदेश में सीएम फेस थे। यह वह दौर था, जब भाजपा ने आरएसएस बैकग्राउंड से रघुवर दास, मनोहर लाल खट्टर जैसे नेताओं को सत्ता सौंपी थी, तब हिमाचल प्रदेश में जामवाल को भी सीएम फेस के रूप में देखा गया था।
धन्यवाद नॉर्थ-ईस्ट
— Ajay Jamwal (@AjayJamwalNE) July 31, 2022
मैं अपने आपको सौभाग्यशाली मानता हूँ कि सात साल मुझे उत्तरपुर्वांचल में संगठन मंत्री के नाते सेवा करने का अवसर मिला। आप सभी कार्यकर्ताओ से मुझे अपार स्नेह वं आशीर्वाद मिलता रहा। कार्यक्रम में सम्मिलित आप सभी को बहुत बहुत धन्यवाद । pic.twitter.com/QruxIUAayZ
हालांकि तब भाजपा ने उनकी जरूरत हिमाचल से ज्यादा नार्थ ईस्ट में समझी। जामवाल नार्थ ईस्ट राज्यों के संगठन महामंत्री थे। नार्थ ईस्ट राज्यों में भाजपा की इंट्री मुश्किल थी, लेकिन अब भाजपा के गढ़ के रूप में देखा जा रहा है। अजय जामवाल सख्त मिजाज हैं। इसका नजारा आज भाजपा नेताओं को देखने को मिला, जब वे एयरपोर्ट पर रिसीव करने पहुंचे थे तो 40-50 लोगों की भीड़ देखकर नाराज हो गए। उन्होंने दो टूक कहा कि इतनी संख्या में आने की क्या जरूरत है? यह सुनकर नेता-कार्यकर्ता दोनों झेंप गए।
पिता कर्नल थे, हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी में एबीवीपी प्रचारक बने
अजय जामवाल हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के जोगिंदरनगर के रहने वाले हैं। उनके पिता गंगा राम जामवाल सेना में कर्नल थे। उनकी पहचान समाजसेवी के रूप में भी है। जामवाल ने 1984 में मंडी के वल्लभ राजकीय कॉलेज से बीए की पढ़ाई की। इसके बाद 1989 में हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी शिमला में एबीवीपी के प्रचारक के रूप में राजनीतिक सफर शुरू किया। इसके बाद आरएसएस के प्रचारक बने। अरूणाचल प्रदेश, लेख लद्दाख में जिम्मेदारी निभाई। जम्मू कश्मीर के संगठन मंत्री रहे। पंजाब के संगठन मंत्री बने और वहां अकाली दल के साथ भाजपा की सरकार बनी। 2016 में नार्थ ईस्ट की जिम्मेदारी दी गई। वहां 7 साल रहने के बाद अब क्षेत्रीय प्रचारक के रूप में प्रमोट होकर रायपुर पहुंचे हैं।
क्या छत्तीसगढ़ भाजपा के सौदान सिंह बन पाएंगे अजय जामवाल...
छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद सौदान सिंह प्रदेश संगठन मंत्री बनकर आए। उस समय रंजन पटेल संभागीय संगठन मंत्री थे। उस समय परिस्थितियां भाजपा के अनुकूल नहीं थी, लेकिन तीन साल में कांग्रेस की सरकार के कामकाज और संगठनात्मक क्षमता से भाजपा सत्ता में आ गई। इसके बाद सौदान सिंह क्षेत्रीय संगठन महामंत्री और रामप्रताप सिंह प्रदेश संगठन महामंत्री बने। छत्तीसगढ़ में रहते हुए ही सौदान सिंह राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री बने। 2018 चुनाव में हार के लिए कार्यकर्ताओं ने जिन्हें जिम्मेदार माना, उनमें सौदान सिंह भी थे, लेकिन वे यह भी स्वीकार करते हैं कि अपने संगठन कौशल से उन्होंने छत्तीसगढ़ में भाजपा को स्थापित किया। अब भाजपा कार्यकर्ताओं की नजर नए क्षेत्रीय संगठन मंत्री की ओर है, जिससे फिर सत्ता में वापसी हो सके।