बड़ी खबर: मंडावी और पटेल को श्रद्धांजलि देने के बाद स्थगित हो जाएगी पहले दिन की कार्यवाही, आरक्षण पर चर्चा परसों
दो दिन के विशेष सत्र में राज्य सरकार विधेयकों के अलावा अनुपूरक बजट भी ला रही है। इससे यह कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार अलग से शीत सत्र नहीं होगा।
रायपुर। विधानसभा के विशेष सत्र के पहले दिन गुरुवार को डिप्टी स्पीकर मनोज मंडावी और पूर्व विधायक दीपक पटेल को श्रद्धांजलि के बाद पहले दिन की कार्यवाही स्थगित कर दी जाएगी। अनुपूरक बजट और आरक्षण विधेयक पर चर्चा दूसरे दिन होगी। इसी दिन अनुपूरक बजट भी पारित किया जाएगा। साथ ही, यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि शासकीय कार्य पूरे होने के कारण अब अलग से शीत सत्र का आयोजन नहीं किया जाएगा, सीधे बजट सत्र का आयोजन होगा। हालांकि इसे लेकर विधानसभा सचिवालय की ओर से कोई संकेत नहीं मिले हैं।
छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के फैसले के बाद आरक्षण के मामले में सरकार के सामने विकट स्थिति बन गई थी। आदिवासी समाज की नाराजगी के साथ-साथ बड़ी संख्या में युवाओं का भविष्य भी अंधेरे में था, क्योंकि आरक्षण की स्थिति स्पष्ट नहीं होने के कारण नई भर्तियां, कॉलेज में एडमिशन भी प्रभावित हो रहा है। इसे देखते हुए राज्यपाल अनुसुइया उइके की पहल पर दो दिन के विशेष सत्र का आयोजन किया जा रहा है। एक दिसंबर को पहले दिन की जो कार्यसूची है, उसमें डिप्टी स्पीकर रहे स्व. मंडावी व पूर्व विधायक पटेल को श्रद्धांजलि दी जाएगी। इसके अलावा मानसून सत्र के अपूर्ण उत्तरों को रखा जाएगा। सीएम भूपेश बघेल द्वितीय अनुपूरक अनुमान रखेंेगे। द्वितीय अनुपूरक 13-1400 करोड़ के आसपास होने का अनुमान है। इसमें पांच नए जिलों के लिए सेटअप, सीएम द्वारा भेंट मुलाकात में की गई घोषणाओं के लिए मंजूरी, जल जीवन मिशन में राशि आदि शामिल हैं। इसके बाद सीएम दो विधेयक पेश करेंगे। इसमें छत्तीसगढ़ लोक सेवा संशोधन विधेयक और छत्तीसगढ़ शैक्षणिक संस्था प्रवेश में आरक्षण संशोधन विधेयक शामिल है।
विधायक दल की बैठक में बनेगी रणनीति
दो दिन का यह सत्र दोनों दलों के लिए काफी अहम होगा, क्योंकि दोनों ही दल आरक्षण के पक्ष में हैं। हालांकि भाजपा ने यह आरोप लगाया है कि राज्य सरकार ने भानुप्रतापपुर उपचुनाव को ध्यान में रखकर विशेष सत्र का आयोजन किया है। भाजपा का क्या स्टैंड रहेगा, यह तय करने के लिए विधानसभा में ही नेता प्रतिपक्ष के कक्ष में विधायक दल की बैठक होगी। नेता प्रतिपक्ष के रूप में नारायण चंदेल के नेतृत्व में यह पहली बैठक होगी। सीएम हाउस में भी बैठक संभावित है। दोनों ही दलों के विधायकों की ड्यूटी चुनाव में लगी है, इसलिए दोनों की कोशिश होगी की सत्र की कार्यवाही जल्दी संपन्न कर भानुप्रतापपुर लौट जाएं।