यहां मनाते हैं बोरे-बासी दिवस: छत्तीसगढ़ के इस पड़ोसी राज्य में 20 मार्च को मनाते हैं पखाल दिवस, जानें कहां-कहां होता है सेलिब्रेशन
पके हुए चावल यानी भात में पानी डालकर खाने के साथ-साथ कई और फ्लेवर भी आजमा सकते हैं
रायपुर, 30 अप्रैल 2022। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने एक मई को मजदूर दिवस के मौके पर अपने आहार और संस्कृति के गौरव की अनुभूति के लिए देश-विदेश के कोने-कोने में बसे छत्तीसगढ़ के लोगों से बोरे-बासी खाकर श्रम का सम्मान करने का आह्वान किया है। सीएम ने छत्तीसगढ़ के सांसद, विधायक, जनप्रतिनिधि और युवाओं को बोरे-बासी खाकर सोशल मीडिया पर हैश टैग #LabourDay2022, #बोरे-बासी, #borebasi, #cgmodel के साथ फोटो-वीडियो शेयर करने का भी आह्वान किया है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्य ओडिशा में 20 मार्च को पखाल दिवस मनाया जाता है। ओडिशा में बोरे-बासी को ही पखाल कहा जाता है। इस दिन ओडिशा राज्य के साथ-साथ देश-विदेश में रहने वाले ओडिशा के लोग भोज का आयोजन करते हैं। ओडिशा के साथ-साथ दिल्ली में भी बड़ा आयोजन होता है। ओडिशा में फाइव स्टार होटल में भी पखाल उपलब्ध होता है।
सादे पखाल के साथ-साथ अलग-अलग फ्लेवर में
पके हुए चावल यानी भात में पानी मिलाकर सब्जी, अचार और प्याज के साथ बोरे-बासी या पखाल खाने के अलावा दही पखाल, दली पखाल में तड़का, मिंट फ्लेवर, लेमन, मेंगो फ्लेवर आदि में भी पखाल को परोसा जाता है। ओडिशा में छोटे से लेकर फाइव स्टार होटल-रेस्टोरेंट में वेज और नॉनवेज थाली में भी पखाल उपलब्ध होता है। यह रात के बचे भात में पानी डालकर सुबह खाने के अलावा दिन में ताजा भात बनाकर उसमें ठंडा पानी, दही आदि डालकर खाया जाता है। छत्तीसगढ़ में रात के बचे भात में पानी डालकर सुबह खाने पर बासी और दिन में बने भात में पानी डालकर खाने पर बोरे कहा जाता है।
यदि आप भी बोरे-बासी में नया फ्लेवर ट्राइ करना चाहते हैं तो ऐसा करें
ताजा भात लें। थोड़ा ठंडा होने पर उसमें पानी, नमक और दही मिलाएं। ताजी दही लें, जिससे खट्टापन महसूस न हो। इसमें मिंट (पुदीने) की पत्तियां डालें। इसके बाद एक फ्राई पैन लें। तेल गर्म करें। इसमें लाल मिर्च, कढ़ी पत्ती, सरसों, आम्बी अदरख ग्रेड कर डालें। इसके बाद जब तड़का रेडी हो जाए तो उसे बोरे-बासी में डाल दें। इसके बाद आम के अचार, कैरी या टमाटर की चटनी, भाजी, सूखी सब्जी, बड़ी चूरा के साथ सर्व करें।