भूखे रहेंगे स्कूली बच्चे: हजारों स्कूलों में पांच दिन तक ताला, मध्याह्न भोजन भी नहीं, क्योंकि दूसरे विभाग भी हड़ताल पर
रायपुर। राज्य के हजारों स्कूलों में पांच दिनों तक ताला लटका रहेगा। इस दौरान बच्चों को मध्याह्न भोजन भी नहीं मिलेगा, क्योंकि शिक्षकों के हड़ताल पर जाने की स्थिति में दूसरे विभाग की मदद से संचालन किया जाता था, लेकिन इस बार बाकी विभाग के कर्मचारी भी हड़ताल पर रहेंगे।
केंद्र सरकार के कर्मचारियों के समान 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता व गृह भाड़ा भत्ते की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के आंदोलन में शिक्षकों के सभी संगठन शामिल हो रहे हैं। राज्य में सैकड़ों की संख्या में ऐसे स्कूल हैं, जहां सिर्फ एक शिक्षक हैं। जहां एक से ज्यादा शिक्षक हैं, वहां भी सभी ने छुट्टी के लिए आवेदन दे दिया है।
फिलहाल स्कूलों में शैक्षणिक व्यवस्था के साथ-साथ मध्याह्न भोजन, कोरोना वैक्सीनेशन, जाति-निवास प्रमाण पत्र आदि जिम्मेदारी भी शिक्षकों के पास है। जाहिर है कि हड़ताल पर होने के कारण ये सारे काम प्रभावित होंगे। शिक्षकों के हड़ताल पर होने की स्थिति में दूसरे विभाग की मदद से मध्याह्न भोजन का संचालन किया जाता था, लेकिन इस बार यह भी संभव नहीं है, क्योंकि दूसरे विभाग के लोग भी हड़ताल पर रहेंगे। ऐसी स्थिति में 25 से 29 जुलाई तक बच्चों को दोपहर का भोजन नहीं मिलेगा।
सर्व शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विवेक दुबे ने कहा, "वास्तव में यह दुखद स्थिति है कि महंगाई भत्ता जैसे मुद्दे पर आंदोलन करना पड़ रहा है। सरकार को इसका सीधा संज्ञान लेना चाहिए। महंगाई भत्ता कर्मचारियों का बुनियादी हक है, जो आज तक हमेशा मिलता रहा है। अब उसमें भी कटौती हो रही है। गृह भाड़ा भत्ता जो कि सातवें वेतनमान के आधार पर मिलना था, वह भी आज तक छठवें वेतनमान के आधार पर ही मिल रहा है। 34% मंहगाई भत्ता और सातवें वेतनमान के अनुरूप गृह भाड़ा भत्ता को लेकर कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने 5 दिवसीय हड़ताल का ऐलान किया है, जिसे सर्व शिक्षक संघ का पूरा जमीनी समर्थन है। इसके लिए हजारों शिक्षकों ने अपने संस्थान में अवकाश का आवेदन दे दिया है।'