आफताब ने खत्म की श्रद्धा: डेटिंग एप के जरिये मिले, फिर मुंबई से दिल्ली शिफ्ट हो गए; इन 20 बिंदुओं से समझें केस के सारे पहलुओं को
ऐसे समय में जब लव जिहाद हॉट टॉपिक है, तब श्रद्धा और आफताब की प्रेम कहानी के अंत ने एक बार फिर समाज को झकझोर दिया है।
NPG दिल्ली ब्यूरो। मुंबई में कॉल सेंटर में काम करने वाली एक लड़की फूड ब्लॉगर से प्यार करने लगती है। घरवाले इस प्यार के खिलाफ थे, क्योंकि लड़का मुस्लिम था। नए जमाने और आजाद खयालों वाली लड़की अपने प्रेमी के साथ दिल्ली शिफ्ट हो जाती है। यहां आने के महज दस दिनों के बाद प्रेमी ने उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद आरी से शव के 35 टुकड़े किए। उसे रखने के लिए नया फ्रिज खरीदा। फिर देर रात उठकर महरौली के जंगल में फेंकने लगा। आखिर श्रद्धा वाकर और आफताब अमीन पूनावाला के बीच क्या हुआ था, कैसे उसकी हत्या का राज खुला, पुलिस की जांच में क्या नए तथ्य सामने आए, पढ़ें इन 20 बिंदुओं में...
1. मुंबई के मलाड की रहने वाली 26 साल की श्रद्धा एक मल्टीनेशनल कंपनी के कॉल सेंटर में काम करती थी। एक डेटिंग एप के जरिए उसकी मुलाकात आफताब अमीन से हुई।
2. आफताब अमीन एक फूड ब्लॉगर है। इंस्टाग्राम पर उसका पर्सनल अकाउंट द हंगरी छोकरो के नाम से है, जबकि उसका फूड ब्लॉग इंस्टाग्राम पर द हंगरी छोकरो_एस्कैपेड्स नाम से है। श्रद्धा और आफताब डेटिंग एप से 2019 में मिले। चौंकाने वाली बात यह है कि मार्च, 2019 के बाद आफताब ने अपने ब्लॉक में अंतिम पोस्ट किया था।
3. श्रद्धा और आफताब के बीच संबंधों से उसके पिता विकास मदन वॉकर और घरवाले सहमत नहीं थे। इस कारण दोनों 8 मई को दिल्ली शिफ्ट हो गए। पहले पहाड़गंज के होटल में रुके, फिर साउथ दिल्ली में रहने लगे और बाद में महरौली के पास फ्लैट में शिफ्ट हो गए।
4. महरौली में शिफ्ट होने के 10 दिन बाद ही आफताब ने श्रद्धा की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद उसने आरी से 35 टुकड़े किए। 300 लीटर का रेफ्रिजरेटर लिया। उसमें लाश के टुकड़े रखे। इन टुकड़ों को जंगल में फेंकने लगा।
5. जिस बम्बल डेटिंग एप के जरिए आफताब और श्रद्धा मिले थे, उसी माध्यम से आफताब ने कुछ और लड़कियों को फंसाया था। ये लड़कियां उसके फ्लैट भी आई थीं। इस दौरान आफताब ने लाश के टुकड़ों को आलमारी में छिपा दिया था। बदबू न आए इसलिए लगातार अगरबत्तियां जलाता रहता था।
6. श्रद्धा के पिता की बातचीत भले नहीं होती थी, लेकिन उसके लक्ष्मण नाम के दोस्त के संपर्क में थे और हाल-चाल लेते रहते थे। जब श्रद्धा की कोई खबर नहीं मिली तो लक्ष्मण के जरिए श्रद्धा के पिता को भी बात पता चली।
7. श्रद्धा के पिता 8 नवंबर को दिल्ली पहुंचे। दिल्ली में महरौली गए। वहां फ्लैट पर ताला लगा था। इसके बाद वे पुलिस के पास पहुंचे और रिपोर्ट दर्ज कराई।
8. पुलिस ने रिपोर्ट के बाद आफताब को पकड़ा। उससे पूछताछ की, जिसमें आफताब ने यह कबूल किया कि उसने हत्या की है। यह खबर से पूरे देश में हड़कंप मच गया।
9. पुलिस ने आफताब को कोर्ट में पेश किया, जहां उसे 5 दिन की पुलिस रिमांड में सौंप दिया गया। पुलिस उसे लेकर महरौली के जंगल गई, जहां से बॉडी के कुछ टुकड़े मिले हैं। पुलिस इसकी जांच कर रही है। फॉरेंसिक और डीएनए टेस्ट कराया जाएगा, जिससे यह साफ हो जाए कि ये श्रद्धा के ही हैं।
10. मीडिया रिपोर्ट्स में यह बात सामने आ रही है कि श्रद्धा ने अपने दोस्त लक्ष्मण को यह बात बताई थी कि आफताब उससे मारपीट करता है। यह बात उसने अपनी मां को भी बताई थी।
11. दिल्ली पुलिस उनके बारे में जानने के लिए कॉमन फ्रेंड्स को पूछताछ के लिए बुलाएगी, जिससे सारे तथ्य उजागर हो सकें।
12. श्रद्धा के पिता वाकर ने आफताब को फांसी की सजा देने की मांग की है। वाकर ने इसे लव जिहाद का मामला बताया है और अपील की है कि आफताब को फांसी की सजा दी जाए।
13. डेटिंग एप बम्बल के जरिये भी पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि श्रद्धा के अलावा और किन लड़कियों से इस एप के जरिए आफताब संपर्क में था। क्या श्रद्धा की मौत के पीछे यही तो वजह नहीं है।
14. पुलिस ने आफताब को महरौली जंगल के पास फ्लैट दिलाने वाले बद्री नाम के व्यक्ति को पकड़ा है। उसके जरिये ही आफताब ने यह फ्लैट लिया था। बद्री से पूछताछ की जा रही है।
15. मुंबई में श्रद्धा और आफताब के घर की दूरी महज तीन किलोमीटर थी। मुंबई में रहते हुए श्रद्धा कई बार आफताब के फ्लैट में आई थी। उसे लोगों ने देखा था। 2019 में जब वे लिव इन में रहने लगे, तब श्रद्धा ने परिवार से नाता तोड़ लिया, लेकिन आफताब अपने घरवालों के पास आता-जाता था।
16. आफताब जहां रहता था, वहां के लोगों का कहना है कि वह बेहद शांत स्वभाव का था। यहां तक कि सोशल मीडिया पर भी आफताब खुद को फेमिनिस्ट बताता था। अपने बायो में उसने खुद को फेमिनिस्ट, पर्यावरणविद्, LGBTQ+ सपोर्टर और लिबरल लिखा है।
17. आफताब के और दूसरे लिंक की पुलिस ने तलाश शुरू कर दी है। उसके घर के लोगों से भी दिल्ली पुलिस पूछताछ कर सकती है, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि हत्याकांड के बारे में उन्हें खबर थी या नहीं। इस बीच आफताब मुंबई गया था या नहीं, यह भी पुलिस पता कर रही है।
18. आफताब ने पुलिस को बताया कि उसने अमेरिकन क्राइम सीरीज डेक्स्टर को फॉलो किया और बॉडी को टुकड़ों में काटकर गॉर्बेज बैग में बंद कर जंगल में डंप करने लगा। टीवी शो में सीरियल किलर गॉर्बेज बैग को पत्थर से बांधकर समंदर में डाल देता था।
19. श्रद्धा और आफताब का दिल्ली शिफ्ट होने से पहले ही झगड़ा होने लगा था। दिल्ली आने के बाद उसने शादी के लिए दबाव बनाना शुरू किया। आफताब ने पुलिस को यह बताया है कि शादी करने की बात पर ही 18 मई को झगड़ा हुआ था, जिसके बाद उसने चुप कराना चाहा और इसी दौरान मौत हो गई।
20. श्रद्धा की लाश को ठिकाने लगाने में आफताब को 18 दिन लगे थे। रात को दो बजे आफताब घर से लाश के कुछ हिस्से लेकर निकलता था और अलग-अलग हिस्से में फेंक देता था। इस दौरान उसने किसी से बात भी नहीं की थी।