Voter ID ko Aadhar card se kaise link kare: वोटर आईडी को आधार कार्ड से कैसे लिंक करें? जाने पूरी प्रक्रिया
Voter ID ko Aadhar card se kaise link kare: वोट डालने के लिए, भारत में हर नागरिक के पास वोटर आईडी होना आवश्यक है. अब चुनाव आयोग की ओर से एक नई अपडेट जारी की गई है, जिसके तहत वोटर आईडी को आधार कार्ड से लिंक करना अनिवार्य कर दिया गया है, जैसे पैन कार्ड को आधार से लिंक करना जरूरी होता है. आइये जानते है (Voter ID ko Aadhar card se kaise link kare) वोटर आईडी को आधार कार्ड से कैसे लिंक करें

Voter ID ko Aadhar card se kaise link kare: भारत में रहने वालों के पास कुछ दस्तावेजों का होना बहुत जरूरी है, जिनमें पैन कार्ड, आधार कार्ड, राशन कार्ड, और वोटर आईडी प्रमुख हैं. इन दस्तावेजों की आवश्यकता समय-समय पर विभिन्न कामों के लिए पड़ती है. बिना इन दस्तावेजों के कई कार्य अटक सकते हैं.
वोट डालने के लिए, भारत में हर नागरिक के पास वोटर आईडी होना आवश्यक है. अब चुनाव आयोग की ओर से एक नई अपडेट जारी की गई है, जिसके तहत वोटर आईडी को आधार कार्ड से लिंक करना अनिवार्य कर दिया गया है, जैसे पैन कार्ड को आधार से लिंक करना जरूरी होता है. आइये जानते है (Voter ID ko Aadhar card se kaise link kare) वोटर आईडी को आधार कार्ड से कैसे लिंक करें
कैसे होगा वोटर आईडी से आधार लिंक?
वोटर आईडी को आधार कार्ड से लिंक करने के सरल तरीके
भारत सरकार ने वोटर आईडी को आधार कार्ड से लिंक करने के लिए एक खास पोर्टल और प्रक्रिया तैयार की है, जिससे नागरिक अपने वोटर आईडी और आधार को आसानी से लिंक कर सकते हैं. यह कदम चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने और फर्जी वोटिंग को रोकने के लिए उठाया गया है.
वोटर आईडी और आधार कार्ड की एनवीएसपी पोर्टल द्वारा लिंकिंग
नेशनल वोटर सर्विस पोर्टल (एनवीएसपी) के माध्यम से वोटर आईडी को आधार से लिंक किया जा सकता है। इसके लिए निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन करना होगा:
1. पोर्टल पर जाएं: एनवीएसपी पोर्टल पर जाकर लॉग इन करें.
2. वोटर आईडी नंबर डालें: अपना वोटर आईडी नंबर (EPIC नंबर) दर्ज करें.
3. डेमोग्राफिक जानकारी भरें: जैसे कि नाम, जन्मतिथि आदि.
4. आधार नंबर डालें: अपना आधार नंबर दर्ज करें.
5. ओटीपी प्राप्त करें: रजिस्टर मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा.
6. ओटीपी डालें: ओटीपी डालने के बाद एक एकनॉलेजमेंट नंबर मिलेगा.
7. आधार लिंक स्टेटस जांचें: इस एकनॉलेजमेंट नंबर की मदद से आप आधार लिंक स्टेटस चेक कर सकते हैं.
एनवीएसपी प्रक्रिया के लिए आवश्यक जानकारी:
• वोटर आईडी या EPIC नंबर
• आधार नंबर
• रजिस्टर मोबाइल नंबर
वोटर आईडी और आधार कार्ड की एसएमएस द्वारा लिंकिंग
वोटर आईडी को आधार से लिंक करने का एक और तरीका एसएमएस के माध्यम से है. इसके लिए आपको निम्नलिखित प्रक्रिया अपनानी होगी:
1. अपने रजिस्टर मोबाइल नंबर से 166 या 51969 पर एसएमएस करें.
2. एसएमएस का फॉर्मेट होगा: ECILINK <आधार नंबर>
वोटर आईडी और आधार कार्ड की फोन द्वारा लिंकिंग
भारत सरकार ने कई कॉल सेंटर स्थापित किए हैं, जहां लोग फोन करके आधार और वोटर आईडी को लिंक करवा सकते हैं. इसके लिए:
1. 1950 पर कॉल करें.
2. अपना आधार और वोटर आईडी नंबर साझा करें, और लिंकिंग की प्रक्रिया पूरी करवाएं.
वोटर आईडी और आधार कार्ड की बीएलओ के माध्यम से लिंकिंग
राज्य सरकारें बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) नियुक्त करती हैं, जो वोटर आईडी और आधार कार्ड को लिंक करने में मदद करती हैं। इसके लिए:
1. अपने आधार और वोटर आईडी की फोटोकॉपी बीएलओ को दें.
2. वे आपके दस्तावेजों को लिंक कर देंगे.
इसके अलावा, समय-समय पर कई कैंप भी लगाए जाते हैं, जहां नागरिक अपनी जानकारी प्रदान करके आधार को वोटर आईडी से लिंक कर सकते हैं.
इस तरह से भारत सरकार ने आधार और वोटर आईडी को लिंक करने के कई विकल्प प्रदान किए हैं, जिससे चुनाव प्रक्रिया को और अधिक सुरक्षित और पारदर्शी बनाया जा सके.
पैन कार्ड और आधार लिंकिंग की तरह वोटर आईडी को भी लिंक करना जरूरी
भारत में पैन कार्ड एक अहम दस्तावेज है, जिसके बिना कई काम जैसे बैंकिंग और टैक्स संबंधी कार्य अटक सकते हैं. पैन कार्ड को आधार से लिंक करना अब अनिवार्य कर दिया गया है. जिनका पैन कार्ड आधार से लिंक नहीं होगा, उनका पैन कार्ड निष्क्रिय हो जाएगा. अब वोटर आईडी से आधार लिंक करने का निर्णय लिया गया है. इससे निर्वाचन आयोग को वोटर की पहचान की सही जानकारी मिल सकेगी, और एक व्यक्ति के पास सिर्फ एक वोटर आईडी होगी.
क्या वोटर आईडी आधार से लिंक न होने पर वोट नहीं डाल पाएंगे?
यह सवाल बहुत से लोगों के मन में आ रहा है कि अगर वोटर आईडी आधार से लिंक नहीं हुआ तो क्या वे वोट नहीं डाल पाएंगे. चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि जिनका वोटर आईडी आधार से लिंक नहीं होगा, उनका वोटर आईडी निरस्त हो जाएगा। इसका मतलब है कि उनका नाम वोटर लिस्ट में शामिल नहीं होगा, और वे वोट नहीं डाल पाएंगे. हालांकि, यदि वोटर आईडी के बिना भी किसी का नाम वोटर लिस्ट में है, तो वह अपनी पहचान प्रमाण पत्र (जैसे आधार कार्ड) लेकर मतदान केंद्र पर जा सकता है और वोट डाल सकता है.
क्यों किया जा रहा है वोटर आईडी को आधार से लिंक?
भारत में कई बार एक व्यक्ति के पास एक से ज्यादा वोटर आईडी कार्ड होते हैं, जिससे फर्जी वोटिंग की घटनाएं होती हैं. आधार से वोटर आईडी लिंक होने के बाद यह समस्या समाप्त हो जाएगी. अब हर व्यक्ति के पास केवल एक ही वोटर आईडी होगी, और यह लिंकिंग फर्जी वोटिंग को रोकने में मदद करेगी.