NSS के स्वयंसेवकों की राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका-कुलपति प्रो. चक्रवाल

Update: 2022-11-13 14:03 GMT

बिलासपुर। गुरू केन्द्रीय विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के पूर्व गणतंत्र दिवस परेड कैंप (मध्य क्षेत्र) के उद्घाटन सत्र का शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल की अध्यक्षता एवं रजनीश सिंह विधायक बेलतरा विधानसभा के मुख्य आतिथ्य में हुआ। इस अवसर पर एनएसएस के मप्र-छत्तीसगढ़ के क्षेत्रीय सह शिविर निदेशक श्री ए.एस. कबीर एवं विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ. दिलीप झा उपस्थित रहे। विश्वविद्यालय के रजत जयंती सभागार में गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, बिलासपुर और राष्ट्रीय सेवा योजना क्षेत्रीय निदेशालय, भोपाल के संयुक्त तत्वावधान में इस दस दिवसीय (12 से 21 नवंबर, 2022) प्री-आरडीसी कैंप का आयोजन किया गया।

कैंप के उद्घाटन अवसर पर संरक्षक एवं अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ने कहा कि गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, देश के उन अग्रणी विश्वविद्यालयों में से एक है जहां एनएसएस और एनसीसी को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत विषय के रूप में शामिल किया गया है। उद्घाघाटन अवसर प अपने-अपने प्रदेशों की पारंपरिक वेशभूषा पहनकर आए स्वयंसेवकों को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे आकाश से तारे नीचे उतर आए हों। यह तस्वीर भारत की अनेकता में एकता का परिचायक है। आप सब देश की अनमोल धरोहर हैं। राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों की सशक्त राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका है।

कुलपति प्रो. चक्रवाल ने कहा कि समाज से जुड़ना विश्वविद्यालय का कर्तव्य है, समाज से जुड़े बगैर कोई भी संस्थान आगे नहीं बढ़ सकता। विश्वविद्यालय अपने इसी गुरुत्तर दायित्व को समझते हुए समाज के हित के लिए उपयोगी कदम उठा रहा है और विश्वविद्यालय के छात्रों को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाने की ओर अग्रसर है। स्वावलंबी छत्तीसगढ़ योजना का उल्लेख करते हए उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 युवाओं को अनुभवजन्य, रोजगारपरक, कौशल विकास के साथ आत्मर्निभर बनाने पर बल देती है। इसी क्रम में विश्वविद्यालय में इस योजना को प्रारंभ किया गया है जो विद्यार्थियों को कौशल विकास के साथ अनुभव प्रदान करती है। इसके माध्यम से विद्यार्थी अध्ययनकाल के दौरान सैद्धांतिक ज्ञान के साथ उद्योग जगत की आवश्यकता के अनुरूप अपने कौशल को विकसित कर सकेंगे।

उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि बेलतरा विधायक रजनीश सिंह ने कहा यह प्रशिक्षण आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करेगा। जो छात्र कठिन परिश्रम एवं अनुशासन के बाद यहां चयनित होकर पहुंचे हैं, वे सब बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि कुलपति प्रोफेसर चक्रवाल के नेतृत्व में गुरु घासीदास विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई मानक गढ़ रहा है। प्रो. चक्रवाल में यहां देश का प्रथम "महिमा गुरु शोध पीठ" स्थापित हुआ है, इस क्षेत्र में पहली बार राष्ट्रीय सेवा योजना पूर्व गणतंत्र दिवस कैंप (मध्य क्षेत्र) आयोजित किया जा रहा है एवं विश्वविद्यालय में कई मानक पिछले एक वर्ष में गढ़े गए हैं, जो अंतरराष्ट्रीय फलक पर सूर्य की तरह चमकेंगे। यहां चयन के लिए आए हुए सभी छात्रों को बधाई एवं शुभकामनाएं।

राष्ट्रीय सेवा योजना (मध्य क्षेत्र) भोपाल एवं शिविर के निदेशक ए एस कबीर ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि इस 10 दिवसीय पूर्व गणतंत्र दिवस शिविर का मुख्य उद्देश्य कर्तव्य पथ पर आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह के परेड में स्वयं सेवकों को हिस्सा लेने वाले स्वयंसेवकों का चयन करना है। इस शिविर में प्रतिभाग कर रहे 200 स्वयं सेवकों में से 40 का चयन गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल होने के लिएकिया जाएगा। पूर्व गणतंत्र दिवस परेड शिविर आयोजित करने के लिए क्षेत्र निदेशक श्री कबीर ने विश्वविद्यालय के कुलपति का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके संरक्षण में हमें नित्य प्रतिदिन उनका सहयोग एवं मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है।

विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफ़ेसर मनीष श्रीवास्तव ने अपने उद्बोधन में कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना एक संपूर्ण जीवन दर्शन है जिसका मुख्य ध्येय है -"मैं नहीं आप" यानी "स्व" से परे होकर दूसरों की सेवा करना और यही सार्वभौमिक दर्शन भी है।

मंचस्थ अतिथियों का स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मान किया गया। कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ दिलीप झा ने धन्यवाद ज्ञापन किया तथा कार्यक्रम का संचालन डॉ सोनिया स्थापक सहायक प्राध्यापक शिक्षा विभाग ने किया। इस अवसर पर पीआईबी के अधिकारीगण, अन्य विश्वविद्यालयों के एनएसएस पदाधिकारी, विश्वविद्यालय की विभिन्न विद्यापीठों के अधिष्ठातागण, विभागाध्यक्षगण, अधिकारीगण, शिक्षणकगण एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।

करमा गीत से प्रशिक्षण का आरंभ

कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन, मां सरस्वती और बाबा गुरु घासीदास की प्रतिमा तथा स्वामी विवेकानंद के तैल चित्र पर माल्यार्पण के साथ किया गया। तत्पश्चात् राष्ट्रीय सेवा योजना के गीत 'उठें समाज के लिए उठें का एनएसएस के स्वयंसेवकों ने प्रस्तुति दी। मंचस्थ अतिथियों का शॉल, श्रीफल एवं नन्हा पौधा भेंट एवं एनएसएस बैज लगाकर स्वागत किया गया। गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के तरंग बैंड ने सुप्रसिद्ध छत्तीसगढ़ी लोकगीत करमा की प्रस्तुति दी। इसके बाद कार्यक्रम की शुरूआत हुई।

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