CG Teacher News: नियमित शिक्षक के होते हुए अतिथि शिक्षक को नियुक्त कर नियमित को बता दिया अतिशेष, पीएमओ में शिकायत
CG Teacher News: नियमित व्याख्याता के होते हुए प्राचार्य ने स्कूल स्तर पर अतिथि व्याख्याता की भर्ती कर ली। इसके लिए नियमों का पालन भी नहीं किया गया और नियुक्ति के बाद संबंधित महिला को 87 हजार रुपए प्रतिमाह वेतन प्रदान किया जाता है। दूसरी तरफ नियमित व्याख्याता को अतिशेष बता दिया गया। स्थानीय स्तर पर अधिकारियों से शिकायत के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं हुई। जिसके बाद व्याख्याता ने पीएमओ से शिकायत की। पीएमओ के आदेश पर अब मामले की जांच की जा रही है।
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CG Teacher News: सूरजपुर। सूरजपुर जिले के शासकीय उमावि रामनगर ब्लॉक सूरजपुर में अतिथि शिक्षक को नियम विरूद्ध तरीके से भर्ती कर नियमित व्याख्याता को अतिशेष करने का मामला सामने आया है। शिक्षक ने इस मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों से की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। ऐसे में अब शिक्षक ने मामले की शिकायत प्रधानमंत्री से करने के साथ जांच व कार्रवाई की मांग की है।शिकायत के बाद पीएमओ ने भी मामले की जांच के निर्देश दिए है।
शिकायतकर्ता पिंकू शर्मा ने बताया कि वे सूरजपुर जिले के रामनगर शासकीय उमावि में अंग्रेजी विषय से व्याख्याता के पद पर 14 अक्टूबर 2022 से नियमित रूप से कार्यरत थे। इसके बाद भी विद्यालय की प्राचार्य द्वारा 20 दिसंबर 2024 को एक महिला शिक्षक को अतिथि शिक्षक के रूप में स्वयं के स्तर पर नियुक्त कर लिया जबकि स्कूल में कोई रिक्त पद नहीं था। यह कृत्य पद के दुरुपयोग एवं भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के अंतर्गत गंभीर अपराध है। उन्होंने बताया कि अतिथि शिक्षक की भर्ती के लिए रिक्त पद होना अनिवार्य है और इसके लिए बाकायदा डीईओ द्वारा विज्ञापन जारी किया जाता है, पात्र अभ्यर्थियों के आवेदन लिए जाते है और पात्र अपात्र की सूची जारी की जाती है। लेकिन भर्ती में किसी भी प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। इतना ही नहीं छग शासन द्वारा 28 अगस्त 2023 से पूरे राज्य में अतिथि शिक्षक भर्ती पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया गया है इसके बाद भी नियुक्ति आदेश जारी कर शासन के आदेशों की अवहेलना की गई। नियुक्ति के बाद संबंधित महिला को 87 हजार 742 रुपए का भुगतान शासकीय बालक उमावि बिश्रामपुर डीडीओ के माध्यम से कराया गया।
डीईओ सूरजपुर ने भी उक्त भर्ती को सही मानते हुए संबंधित महिला को जिले की अतिथि शिक्षकों की सूची में सम्मिलित कर लिया गया। उन्होंने बताया कि उक्त नियुक्ति के बाद नियमित व्याख्याता पिंकू शर्मा को अतिशेष घोषित कर दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया है कि जब इस गड़बड़ी को उजागर किया गया तो अतिथि शिक्षक को हटाने का प्रस्ताव पास कर दिया गया। अधिकारियों की लापरवाही से वर्तमान में स्कूल में बच्चों के अंग्रेजी विषय की पढाई प्रभावित हो गई है। शिक्षक का आरोप है कि जब उन्होंने इस मामले की जानकारी स्कूल के प्राचार्य, बीईओ डीईओ सूरजपुर, कलेक्टर, संयुक्त संचालक शिक्षा सभी को दी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। ऐसे में उन्होंने मामले की शिकायत पीएमओ से की है। अब इस मामले में पीएमओ ने भी जांच के निर्देश दिए है जिसके बाद संयुक्त संचालक शिक्षा के निर्देश पर डीईओ सूरजपुर मामले की जांच कर रहे है।
इस मामले में संयुक्त संचालक शिक्षा संजय साहू ने मीडिया को बताया कि युक्तियुक्तकरण के तहत व्याख्याता का स्थानांतरण हुआ था। उन्होंने जिला स्तरीय व संभाग स्तरीय समिति में अपना आवेदन दिया था लेकिन अभ्यावेदन अमान्य हो गया। स्कूल में अंग्रेजी का सिर्फ एक ही पद स्वीकृत है। अतिथि शिक्षक को नहीं हटाना था इसलिए वे अतिशेष हो गए। इस मामले की जांच डीईओ सूरजपुर कर रहे है और जांच के बाद आगे की कार्रवाई होगी।