CG Private School: छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन ने पांचवी-आठवीं बोर्ड परीक्षाओं का किया विरोध, DPI को लिखा पत्र
CG Private School: छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने डीपीआई को पत्र लिखकर पांचवी और आठवीं की केंद्रीयकृत परीक्षा लेने का विरोध किया है। उन्होंने परीक्षा के संबंध में स्थिति स्पष्ट करने और इस वर्ष केंद्रीयकृत परीक्षा में शामिल होने से छूट देने की मांग की है।
CG Private School: रायपुर। भारत सरकार के केंद्रीय स्कूल शिक्षा मंत्रालय ने पांचवी–आठवीं कक्षा में बोर्ड परीक्षा निर्धारित कर दी है। इसके लिए राजपत्र में प्रकाशन कर दिया गया है। जिसके अनुसार पांचवी और आठवीं में अब इसी शिक्षा सत्र से सत्र के अंत में बोर्ड परीक्षाएं होगी। बोर्ड परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने वाली विद्यार्थियों को परिणाम घोषित होने के दो माह बाद केवल एक अवसर दिया जाएगा। दूसरे अवसर में भी परीक्षा पास नहीं होने पर फिर से कक्षा रिपीट करनी पड़ेगी। इस निर्णय का अब छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन विरोध कर रहा है। संगठन ने इसके लिए संचालक लोक शिक्षण संचालनालाय को पत्र लिखा है।
स्कूलों में पांचवी–आठवीं की केंद्रीयकृत परीक्षाओं के खिलाफ छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन ने पत्र लिखकर बोर्ड परीक्षाओं का विरोध जताया है। डीपीआई दिव्या मिश्रा को लिखे पत्र में प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन ने लिखा है कि 3 दिसंबर 2024 को छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर पांचवी एवं आठवीं की केंद्रीयकृत परीक्षाएं आयोजित करने के आदेश जारी किए है। इस संबंध में छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन प्रदेश में संचालित समस्त निजी स्कूलों ( सीबीएसई/ आईसीएसई) पाठ्यक्रम वाले स्कूलों को छोड़कर) की और से निम्नलिखित बिंदुओं पर स्कूल शिक्षा विभाग को स्पष्ट दिशा निर्देश देने का आग्रह किया है।
प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन की मांग
1–अभी तक परीक्षाओं का कोई भी ब्लूप्रिंट, परीक्षा का पाठ्यक्रम, सिलेबस जारी नहीं किया गया है। परीक्षा निर्धारित पाठ्यक्रम में कितने प्रतिशत पाठ्यक्रम पर ली जाएगी यह अभी तक स्पष्ट नहीं है।
2–3 दिसंबर 2024 को जारी पत्र के अनुसार जिला स्तरीय कमेटी का गठन किया जाना है एवं अन्य दिशा निर्देश है। पर अभी तक किसी भी जिले में समिति का गठन नहीं किया गया है तो ऐसा माना जा रहा है कि पत्र जारी होने के अलावा किसी तरह की कोई भी तैयारी स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा अभी तक के नहीं कर पाया है।
3–कुछ वर्ष पहले एक केंद्रीय कृत परीक्षाओं का ऐसा ही प्रयास किया गया था।।लेकिन अंतिम समय परीक्षा केंद्र को लेकर भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई थी जिसके कारण आपाधापी में समस्त परीक्षाएं संपन्न कराई गई थी जो कि परीक्षा केंद्र, विद्यालय और सबसे ऊपर विद्यार्थियों के लिए अच्छी स्थिति नहीं थी।
4–3 दिसंबर 2024 को जारी पत्र के कंडिका 9 में यह स्पष्ट उल्लेख है कि किसी भी विद्यार्थी को अगली कक्षा में पदोन्नति से रोका नहीं जाएगा। किंतु 16 दिसंबर 2024 की स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग शिक्षा मंत्रालय केंद्र सरकार द्वारा जारी अधिसूचना में कंडिका क्रमांक 3 में उपनियम (2) का हवाला देकर पक्षी एवं आठवीं कक्षा में रोकने का उल्लेखहै। इसका अर्थ यह है की पांचवी–आठवीं में कोई विद्यार्थी पदोन्नति के मापदंड अगर पूरा नहीं करता तो अगली कक्षा में पदोन्नति नहीं पाएगा। इस राजपत्र के बाद कुछ मीडिया रिपोर्ट में प्रदेश में विद्यार्थियों को पदोन्नति से रोकने का उल्लेख है। यह फिर एक भ्रम की स्थिति है। स्कूल शिक्षा विभाग ने इस पर अभी तक स्थितियां स्पष्ट नहीं की है।
5–दसवीं एवं बारहवीं में जिस तरह से बोर्ड परीक्षाओं के आवेदन अक्टूबर माह तक जमा कर लिए गए हैं और उनकी परीक्षाएं भी मार्च–अप्रैल माह में होना तय है लेकिन पांचवीं एवं आठवीं के अभी तक आवेदन की अधिसूचना ही जारी नहीं की गई है। 3 दिसंबर 2024 के पत्र के बिंदु क्रमांक 4 की कंडिका 3 में पांचवी,आठवीं की केंद्रीयकृत परीक्षाओं का आयोजन मार्च में होने का उल्लेख है। परीक्षाओं की प्रक्रिया पर स्थित स्पष्ट करने की आवश्यकता है।
6–प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन ने डीपीआई दिव्या मिश्रा से निवेदन किया है कि हमने 10 दिसंबर 2024 को पत्र लिखकर पांचवा–आठवीं की केंद्रीयकृत परीक्षाओं से इस वर्ष निजी स्कूलों को छूट की मांग की थी और निवेदन किया था कि अगले साल से निजी स्कूलों को इसमें शामिल किया जाए। इन बिंदुओं पर संज्ञान लेकर स्थिति स्पष्ट करने और निजी स्कूलों को पांचवी और आठवीं की केंद्रीयकृत परीक्षा में अगले वर्ष शामिल करने की मांग की है।