Chhattisgarh Teacher: गुस्से में शिक्षक: BMW वाले नौकर ने शिक्षकों को किया अपमानित, सोशल मीडिया में कमेंट्स की लगी झड़ी, शिक्षा सचिव से कार्रवाई की मांग...
Chhattisgarh Teacher: पढ़ाई-लिखाई छोड़ हर्बल लाइफ का धंधा करने वाले शिक्षकों को लेकर शिक्षक बिरादरी गुस्से में है। शिक्षकों का गुस्सा इस बात को लेकर है कि बीएमडब्लू वाले हेड मास्टर ज्ञान सिंह घ्रुव ने बेहद अपमानजनक पत्र लिख त्यागपत्र दिया। इस पर स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव से अब कार्रवाई की मांग उठने लगी है। दो दिन पहले हेड मास्टर ने नौकर बनकर काम करने की बजाए मालिक बनकर जीने की बात लिखते हुए इस्तीफा दिया था।
Chhattisgarh Teacher: रायपुर। छत्तीसगढ़ में बीएमडब्लू वाले नौकर और उसके मर्सिडीज वाले हर्बल गुरू के बारे में छत्तीसगढ़ के नंबर वन न्यूज वेबसाइट एनपीजी न्यूज ने कल 6 जनवरी को प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। कल यह खबर इतनी तेजी से वायरल हुई कि इस जनवरी महीने की सबसे अधिक देखे जाने वाली खबर बन गई।
इस खबर के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर शिक्षकों का शिक्षा के नाम पर धंधा करने वाले शिक्षकों का विरोध प्रारंभ हो गया। व्हाट्एप से लेकर फेसबुक पर शिक्षकों ने जमकर भड़ास निकाला।
शिक्षकों का गुस्सा इस बात को लेकर है कि मुंगेली जिले के लोरमी ब्लॉक के परसवारा प्रायमरी स्कूल के हेड मास्टर ने जो पत्र लिखा, वह बेहद आपत्तिजनक था। शिक्षक बिरादरी इसे शिक्षकों का अपमान बता रहे हैं।
2 जनवरी की डेट में भेजे अपने त्यागपत्र में ज्ञान सिंह ने लिखा कि वह 20 साल से वह नौकर माइंडसेट से काम कर रहा है, मगर उसका परिवार वहीं का वहीं रह गया। अब वह मालिक के माइंडसेट से काम करना चाह रहा है। इसलिए वह चिड़ियाघर से निकलना चाहता है।
सोशल मीडिया में शिक्षकों ने इस पर सख्त आपत्ति जताई है। एक तो उसने शिक्षा विभाग और पूरे शिक्षकें को कलंकित कर दिया। छत्तीसगढ़ में करीब पौने दो लाख शिक्षक हैं...तो क्या वे सभी नौकर हुए। फिर स्कूल शिक्षा का मंदिर होता है...उसी स्कूल से शिक्षकों को समाज में अलग मान-सम्मान मिलता है...उसे हेड मास्टर चिड़ियाघर बता रहा है।
कई शिक्षकों ने हेड मास्टर ज्ञान सिंह के खिलाफ शिक्षा सचिव से कार्रवाई की की मांग की है। लोगों का कहना है कि जब नौकरी में रहते हुए 40 लाख का बीएमडब्लू खरीद लिया था, तब अपने को नौकर बता अपने शिक्षक साथियों पर वह तंज कस रहा है।
दरअसल, स्कूल शिक्षा विभाग में कुछ शिक्षक पढ़ाई-लिखाई को तिलांजलि देकर हर्बल लाइफ का काम कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में सबसे पहले इसकी शुरूआत शशि कुमार बैरागी ने की। बैरागी इस धंधे से इतना पैसा कमा किलया कि उसने 2021 में स्कूल की नौकरी छोड़ दी। अपने फेसबुक पेज से वह बाकी शिक्षकों को ऐसा प्रोत्साहित कर रहा कि दूसरे शिक्षक भी झांसे में आते चले जा रहे हैं।
बैरागी ने तीन साल में क्रेटा, बीएमडब्लू से अब मर्सिडीज कार ले ली है। उसका फेसबुक पेज विदेश यात्राओं से अटा पड़ा है। विदेशों की उसकी मौज-मस्ती वाली जिंदगी देखकर कई शिक्षकों को लग रहा कि हर्बल लाइफ का काम ज्यादा बेटर है। इसका नतीजा हुआ कि छत्तीसगढ़ में शिक्षक लगातार हर्बल लाइफ के कारोबार की तरफ आकर्षित हो रहे हैं।