सीयू में तीन नये भवनों का भूमि पूजन, कुलपति प्रो. चक्रवाल बोले, अकादमिक के साथ ही अधोसंरचना के क्षेत्र में विवि नित नया आयाम गढ़ रहा
बिलासपुर, 26 मई 2022। गुरू घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय न सिर्फ बिलासपुर बल्कि संपूर्ण छत्तीसगढ़ का अभिमान होने के साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में सिरमौर बनेगा। यह बात केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ने तीन नये भवनों के भूमिपूजन के अवसर पर कही।
शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार की ईडब्ल्यूएस स्कीम के अंतर्गत विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा स्वीकृत 60.60 करोड़ रुपये के तीन भवनों जिनमें मल्टी स्टोरी लेक्चर कॉम्पलेक्स, 250 छात्राओं की क्षमता वाला बालिका छात्रावास एवं 250 छात्रों की क्षमता वाला बालक छात्रावास शामिल है का आज भूमि पूजन कुलपति द्वारा किया गया। सीपीडब्ल्यू द्वारा इन भवनों के निर्माण कार्य को पूरा करने की संभावित तिथि दिसंबर 2023 निर्धारित की गई है।
भूमि पूजन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. चक्रवाल ने कहा कि विश्वविद्यालय अकादमिक क्षेत्र के साथ ही अधोसंरचना के क्षेत्र में विकास के नित नये आयामों को छू रहा है। यह हमारा दायित्व है कि हम विश्वविद्यालय के विकास में निरंतर सहयोगी रहें और उसकी प्रतिष्ठा को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिए समर्पित भाव से कार्य करें। उन्होंने कहा कि हमें सदैव बड़े लक्ष्य बनाकर आगे बढ़ते हुए नये कीर्तिमान स्थापित करने चाहिए।
कुलपति ने कहा कि जीवन में स्वयं पर विजय प्राप्त करके आप सफल हो सकते हैं। हम दुनिया को नहीं बदल सकते लेकिन स्वयं में सकारात्मक एवं सृजनात्मक परिवर्तनों के माध्यम से बदलाव की पहल कर सकते हैं। सभी की शक्ति, सहयोग और प्रयासों से विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय मानक स्थापित कर रहा है।
इस अवसर पर सीपीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता रायपुर जोन युधिष्ठिर नाइक, एक्सिक्यूटिव इंजीनियर सिविल, सीनियर आर्किटेक्ट, निदेशक मेसर्स एशियन कंस्ट्रक्शन अजमेर, विश्वविद्यालय की विभिन्न विद्यापीठों के अधिष्ठाता, चीफ वॉर्डन, वित्ताधिकारी द्वारा अपने विचार व्यक्त किये गये।
अंत में धन्यवाद ज्ञापन विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. शैलेन्द्र कुमार ने एवं संचालन डॉ. आर.के चौबे, ओएसडी यांत्रिकी विभाग द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रो. नीलांबरी दवे पूर्व प्रभारी कुलपति एवं विभागाध्यक्ष गृह विज्ञान विभाग सौराष्ट्र विश्वविद्यालय राजकोट गुजरात, विभिन्न विद्यापीठों के अधिष्ठातागण, विभागाध्यक्ष, सीपीडब्ल्यू के अधिकारी एवं परियोजना से जुड़े अधिकारी तथा शिक्षक अधिकारी उपस्थित रहे।