क्या दुर्ग कलेक्टर ने लाठियों से दुकानदार व राहगीरों को पीटा ? सोशल मीडिया में वायरल VIDEO का “VIRAL SACH” पढ़िये..

Update: 2021-04-02 09:50 GMT

दुर्ग 2 अप्रैल 2021। सोशल मीडिया पर पिछले कुछ घंटों से एक वीडियो बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो के साथ एक कैप्शन अंग्रेजी में लिखा है- जिससे ये दावा किया जा रहा है कि दुर्ग के कलेक्टर सर्वेश भुरे मास्क नहीं पहनने पर लाठी से दुकानदारों से पीट रहे हैं। 19 सेकंड के इस वीडियो पर सोशल मीडिया और व्हाट्सएप ग्रुपों में लोग अपनी प्रतिक्रिया भी दे रहे थे। बिना वीडियो की सच्चाई परखे, लोग इसे व्हाट्सएप ग्रुपों में शेयर भी कर रहे थे। NPG के कई पाठकों ने वीडियो को भेजकर इसकी सच्चाई जाननी चाही। चूंकि वीडियो में नजर आ रहा शख्स प्रथम दृष्टिया कलेक्टर के कद काठी से मैच करता था, लिहाजा कई पाठकों ने हमारे पास भी इस वीडियो को दुर्ग कलेक्टर के नाम से ही भेजा।

हालांकि सर्वेश भुरे की छवि सौम्य अफसर की है, लिहाजा यकीन कर पाना मुश्किल था कि वो इस बेदर्दी से दुकानदार व राहगीरों पर लाठियां बरसायें हो…फिर भी पाठकों के अनुरोध पर हमने इस वीडियो की सच्चाई पता लगाने का प्रयास किया। सबसे पहले हमने इस वीडियो को बारिकी से देखा। वीडियो के लांग शॉट में चेहरा नजर नहीं आ रहा था, लिहाजा शख्स की पहचान नहीं हो पा रही थी, लेकिन वीडियो के14 सेकंड में कुछ फ्रेम के लिए जब शख्स का चेहरा क्लोज हुआ तो मालूम पड़ा कि ये दुर्ग कलेक्टर सर्वेश भुरे नहीं हैं।

हालांकि चूंकि ये मामला जिले के कलेक्टर के इमेज से जुड़ा था, लिहाजा हमने इस वीडियो के सोर्स को गुगल में तलाशना शुरू किया। गुगल में भी इस वीडियो से जुड़ा कोई प्वाईंट नहीं मिला। दुर्ग-भिलाई ने अपने संवाददाता के जरिये ऐसी किसी घटना की जानकारी जुटायी, तो वहां भी ऐसी किसी भी घटना की पुष्टि नहीं हुई।

NPG इस वीडियो को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त होना चाहता था, लिहाजा हमने सीधे दुर्ग के कलेक्टर सर्वेश भुरे से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि

“ये वीडियो उनका नहीं है, लेकिन सोशल मीडिया के जरिये उन्होंने ये वीडियो जरूर देखा है, ऐसी घटना दुर्ग में नहीं हुई है, इसलिए पिटाई जैसे प्रकरण का सवाल ही नहीं उठता, ये उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास है”

कलेक्टर सर्वेश भुरे ने इस बाबत ट्वीट कर भी स्पष्ट कर दिया है कि उनके नाम पर अफवाह फैलाया जा रहा है, जो वीडियो वायरल किया जा रहा है, वो उनका नहीं है। छत्तीसगढ़ जनसंपर्क विभाग की तरफ से भी इस वीडियो को फेक बताया गया है। इन सारे तथ्यों से साफ हो गया कि जो सोशल मीडिया में वीडियो वायरल हो रहा था, वो दुर्ग कलेक्टर सर्वेश भूरे का नहीं है। हालांकि ये वीडियो मध्यप्रदेश के नागदा का बताया जा रहा है, हालांकि इसकी स्पष्ट जानकारी अभी नहीं मिल पायी है।

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