IPS Alok Sharma SPG Chief: आलोक शर्मा बने नए एसपीजी प्रमुख, जानें यूपी कैडर के इस अफसर और उनकी जीवन संगिनी के बारे में...

Update: 2023-11-18 07:53 GMT

IPS Alok Sharma SPG Chief: नई दिल्ली। आलोक शर्मा को एसपीजी का नया प्रमुख बनाया गया है। अब तक वे एसपीजी में अतिरिक्त महानिदेशक के तौर पर कार्य करते थे। कार्मिक मंत्रालय द्वारा जारी आदेश के तहत कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने कार्यभार संभालने की तारीख से अगले आदेश तक उन्हें स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप का निदेशक नियुक्त किया है। स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप का काम प्रधानमंत्री व उनके निजी संबंधियों को सुरक्षा प्रदान करने का होता है। एसपीजी के निदेशक का पद 6 सितंबर को आईपीएस अरुण कुमार सिन्हा के निधन के बाद से रिक्त था।

कैबिनेट की नियुक्ति समिति की अनुशंसा के बाद कार्मिक मंत्रालय ने आलोक शर्मा की नियुक्ति के आदेश जारी किए है। आलोक शर्मा उत्तरप्रदेश कैडर के 1991 बैच के आईपीएस ऑफिसर है। वे मूलतः भी उत्तरप्रदेश के ही निवासी है। उनका जन्म 15 जून 1966 को उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ में हुआ था। वैसे उनका मूल रूप से यूपी के ही बुलंदशहर के गांव रूपवास के रहने वाले है। उनके पिता विश्वेश्वर दयाल सिंचाई विभाग में कार्यरत थे। पिता की नौकरी के चलते उन्होंने सुरेंद्र नगर के ओएलएफ स्कूल से अपनी स्कूलिंग पूरी की। फिर उनका परिवार अलीगढ़ में शिफ्ट हो गया। अलीगढ़ के महावीर पार्क में उनका अब भी मकान है, जहां अब किरायेदार रहते है। साइंस में बीएससी करने के बाद उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल में बीटेक की डिग्री ली। 1991 में वे आईपीएस के लिए सलेक्ट हुए। और उन्हें होम कैडर उत्तरप्रदेश मिला।

आलोक शर्मा की शादी उत्तर प्रदेश में ही हुई है। जनकपुरी में उनकी ससुराल है। उनके ससुर शांति स्वरूप गुप्ता आगरा यूनिवर्सिटी के कुलपति थे। कुलपति बनने से पहले वह आगरा के ही डीएस कॉलेज में प्रिंसिपल थे। उनकी बेटी सीमा गुप्ता से आलोक शर्मा की शादी हुई है। उनके साले आलोक गुप्ता अपनी पत्नी विनीता गुप्ता के साथ अब भी जनकपुरी में ही रहते है।

आलोक शर्मा उत्तरप्रदेश में कई पदों पर कार्यरत रह चुके हैं। वे इलाहाबाद, बरेली और मेरठ रेंज के आईजी रहें है। 2016 में आईजी के रूप में उनकी अंतिम तैनाती मेरठ में थी। 2016 में एडीजी के पद पर प्रमोशन होने पर उन्हें मेरठ में पुलिस प्रशिक्षण स्कूल में ट्रांसफर कर दिया गया था। वर्ष 2016 में ही पुलिस सेवा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर उन्हें राष्ट्रपति पुलिस मेडल से सम्मानित भी किया गया। साल 2017 में आलोक शर्मा केंद्र की प्रतिनियुक्ति पर गए थे और फिर उन्हें एसपीजी में आईजी बनाया गया। 28 फरवरी, 2018 से वे एसपीजी में आईजी के तौर पर तैनात थे। एसपीजी के एडिश्नल डायरेक्टर पद पर उनकी तैनाती 2021 में हुई थी।

अरुण कुमार सिन्हा की मौत के बाद मिली जिम्मेदारी:–

एसपीजी प्रमुख के तौर पर अरुण कुमार सिन्हा की लंबे समय से तैनाती थी। वह केरल कैडर के 1987 बैच के आईपीएस अफसर थे। उनका एसपीजी प्रमुख के तौर पर 2016 से 2023 तक का कार्यकाल था। जो कि अब तक का सबसे लंबा कार्यकाल है। उनकी तबियत खराब होने के बाद उनका इलाज गुरुग्राम के अस्पताल में चल रहा था। 6 सितंबर को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी। तब से एसपीजी प्रमुख का पद रिक्त था।

एसपीजी का गठन वर्ष 1988 में संसद में एक अधिनियम लाकर किया गया था। प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की वर्ष 1984 में मौत के बाद से इसकी जरूरत महसूस की जा रही थी। एसपीजी में वर्तमान में लगभग 3000 का बल है। वह देश के प्रधानमंत्री और उनके साथ अधिकारी का आवास पर रहने वाले उनके करीबी परिजनों को सुरक्षा मुहैय्या कराती है। पूर्व में यह पूर्व प्रधानमंत्रियों को भी सुरक्षा मुहैय्या कराती थी। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को भी लंबे समय तक एसपीजी सुरक्षा मिली हुई थी। पर अब पूर्व प्रधानमंत्रियों और उनके परिवार के लिए एसपीजी सुरक्षा हटा कर जेड प्लस सुरक्षा कवर दे दी गई है।

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