Chhattisgarh News: CG पुलिस कस्टडी में मौत! पुलिस ने आदतन बदमाश को रात में पकड़ा था, SP सिद्धार्थ तिवारी बोले....
Chhattisgarh News: पुलिस हिरासत में बंदी की मौत का एक मामला सामने आया है। हालांकि पुलिस हिरासत में मौत के आरोपों से इंकार कर रही है।
Chhattisgarh News: कोरबा। पुलिस को कई आपराधिक मामलों में जिस अपराधिक प्रवृत्ति वाले युवक की तलाश थी उस सूरज हथठेल की मौत हो गई है। सूरज का शव मेडिकल कालेज अस्पताल में लावारिस पड़ी है। बताया जा रहा है कि सिविल लाइन रामपुर पुलिस ने शनिवार की सुबह पांच बजे सूरज को अस्पताल में दाखिल कराया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। मौत का कारण कभी पता नहीं चला है, नहीं कोई आधिकारिक पुष्टि हुई।
सूत्रों का कहना है कि दर्री पुलिस ने शुक्रवार की रात को उसे गिरफ्तार किया था। घंटाघर में हुए एक मारपीट के मामले में सूरज की तलाश पुलिस कर रही थी। इसके पहले भी उसके खिलाफ चोरी समय मारपीट के 14 से अधिक मामले जिले के थाना व पुलिस चौकियों में दर्ज है। इस आदतन बदमाश की संदिग्ध अवस्था में हुई मौत पर कई सवाल उठ रहे हैं। पुलिस दबी जुबान केवल इतना ही बता रही है कि गिरफ्तारी के दौरान सूरज भागने की कोशिश किया। उसे पकड़ने के लिए पुलिस कर्मियों ने दौड़ाया।
इस बीच आपाधापी में व गिर पड़ा और घायल हो गया। दावा किया जा रहा है कि देर रात को तबीयत बिगड़ने पर उसे पुलिसकर्मी मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती करने निकले थे, पर रास्ते में ही हार्ट अटैक आने से उसकी मौत हो गई। मृतक के शरीर में चोट के निशान भी मिले हैं। पुलिस हिरासत में हुई इस मौत के मामले की दंडाधिकारी जांच के लिए पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी कुछ देर में कलेक्टर को पत्र लिख कर अनुशंसा कर सकते हैं।
सुलगते सवाल
पोस्टमार्टम रिपोर्ट और दंडाधिकारी जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा की सूरज की मौत किन परिस्थितियों में हुई। हिरासत में लिए जाने के बाद पुलिसकर्मियों ने उसके कहीं प्रताड़ित तो नहीं किया। हाथ, घुसे, लाठी व हर थानों में रखे सुधार सिंह (कन्वेयर बेल्ट का पट्टा) से पिटाई तो नहीं की गई।
कुछ सालों में पुलिस हिरासत मैं मौत की यह चौथी घटना
इसके पहले हरदी बाजार निवासी शब्बीर जोगी को तत्कालीन क्राइम स्क्वाड की टीम ने चोरी के आरोप गिरफ्तार किया था। अपराध कबूल करने पुलिस कर्मियों ने उसे हिरासत के दौरान बेदम पीटा जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई। उसे मृत अवस्था में पुलिसकर्मी अस्पताल छोड़ आए थे। न्यायिक जांच के बाद करीब एक दर्जन पुलिस कर्मियों के खिलाफ 304 का अपराध पंजीबद्ध किया गया। सभी पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया था। हरदी बाजार पुलिस चौकी में एक आरोपित ने हवालात में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। 1 अगस्त 2021 में वारंट के आधार पर हिरासत में लिए गए हंस राम की मौत हो गई थी, स्वजनों ने जमकर हंगामा किया था। इस मामले में भी दंडाधिकारी जांच के आदेश दिए गए थे।
जांच प्रभावित न हो इसलिए पुलिस कर्मियों को किया गया निलंबित- एसपी
इंटरनेट मीडिया में चल रहे एक वीडियो पर पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि शुक्रवार की रात करीब 1:40 बजे में एनटीपीसी के ओल्ड रेलवे साइडिंग के पास दर्री पुलिस की टीम ने सूरज को गिरफ्तार किया। उसके खिलाफ हत्या के प्रयास लूट समेत कई आपराधिक मामले दर्ज थे। लंबित एक मामले में पूछताछ के लिए उसे सिविल लाइन थाना में शनिवार को सुबह करीब पांच बजे हस्तांतरित किया गया। अचानक उसकी तबीयत बिगड़ जाने की वजह से सुबह 5:45 बजे अस्पताल ले जाया जा रहा था पर रास्ते में उसकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद मौत की वजह स्पष्ट होगी। इस मामले की जांच प्रभावित न हो इसलिए तात्कालिक तौर पर दर्री थाना के कुछ पुलिस कर्मियों को निलंबित कर लाइन अटैच कर दिया गया है। हालांकि अटैच किए गए पुलिस कर्मियों के नाम व संख्या की जानकारी अभी नहीं दी गई है।