Chhattisgarh Crime Story: ...तो इन 2 खरबपति बिजनेसमैनों की हत्या से दहल जाता छत्तीसगढ़! झारखण्ड में 800 करोड़ के ठेके में रंगदारी का कनेक्शन, NPG पर पढ़िए Exclusive क्राइम स्टोरी...
Chhattisgarh Crime Story: छत्तीसगढ़ के बड़े कोयला कारोबारी और रोड ठेकेदार को मारने आए लारेंस विश्नोई गैंग के शूटरों को निर्देश थे कि पिस्तौल का 20 राऊंड फायर कर देना है ताकि किसी भी सूरत दोनों बच नहीं सकें. पूरा कोड वर्ड्स से उन्हें मलेशिया से ऑपरेट किया जा रहा था. पर तब तक रायपुर पुलिस को ख़ुफ़िया इनपुट्स मिल गए.
Chhattisgarh Crime Story: रायपुर. रायपुर पुलिस ने आज दो बड़े कारोबारियों की हत्या के षड़यंत्र का पर्दाफाश किया है. जिस पेशेवर अंदाज़ में कुख्यात गैंग के शूटर बिजनेसमैनो की हत्या करने आए थे, पुलिस ने उन्हें उसी अंदाज में उन्हें धर दबोचा.
होटल में आरोपी के रूम में रुके पुलिस
पुलिस ने फर्स्ट इनपुट्स के आधार पर गंज थाना स्थित होटल से एक शूटर को पकड़ा. शूटर ने कड़ाई से पूछताछ में बताया कि इस कांड में उसकी मदद के लिए दो बाइकर्स आ रहे हैं. पुलिस के दो जवान उसी कमरे में सादे ड्रेस में रुक गए. अगल बगल के रूमो में भी करीब दर्ज़न भर जवान ठहर गए. कल शाम को उज्जैन से बस से दो बाइकर्स रायपुर पहुंचे और वहाँ से सीधे होटल आए. इस बीच पुलिस शूटर को कवर करके रखी. ज़ब भी दोनों बाइकर्स के फोन आते, पुलिस के बताये स्टाइल में उनसे बात करता. ऐसे में उनको भरोसा हो गया कि वे सही जगह पर पहुँच गए हैं. मगर वे गच्चा खा गए. जैसे ही वे रूम को नॉक किए, अगल बगल में रुके जवानों ने इशारा मिलते ही उन्हें दबोच लिया.
फ्लाइट से जयपुर
पकडे गए शूटर और बाइकर्स राजस्थान के लारेंस विश्नोई और झारखण्ड के अमन साहू गैंग से जुड़े हुए हैं. उन्होंने पुलिस को बताया कि जयपुर से उन्हें निर्देश मिल रहे हैं कि घटना को कैसे अंजाम दिया जाना है. पुलिस को ये जानकारी मिलते ही एक पार्टी को फ्लाइट से जयपुर रवाना किया गया. चौथा आरोपी पप्पू सिंह को वहाँ से पकड़ा गया.
मलेशिया से निर्देशित
मलेशिया से मयंक सिंह गैंग ने इसकी सुपारी ली थी. पुलिस अफसरों ने बताया कि लारेंस विश्नोई और अमन साहू गैंग के टारगेट को निशाना बनाने का ठेका मयंक सिंह गैंग ने लिया था. मयंक गैंग ही चारों आरोपियों के लिए पिस्तौल, मैगजीन से लेकर होटल बुकिंग आदि की सारी व्यवस्थाएं की थीं.
20 राऊंड गोली चलाने का निर्देश
मयंक सिंह ने दोनों कारोबारियों पर पूरा दो मैगजीन खाली कर देने कहा था. एक मैगजीन में 20 गोलियां होती हैं. शूटर को ये भी कहा गया था कि आसपास का कोई आदमी अगर उन्हें बचाने आए तो उसे भी ठोक देना.
रायपुर और रायगढ़ के कारोबारी
शांतिर अपराधी जिन बड़े बिजनेसमैनों को मारने आए थे, उनमें रायपुर का रोड ठेकेदार और रायगढ़ का कोयला कारोबारी हैं. कोयला कारोबारी के यहां ईडी की कार्रवाई चल रही हैं. पता चला है, रायपुर के एक रोड ठेकेदार को झारखण्ड में 800 करोड़ का रोड बनाने का काम मिला है. इसी में रंगदारी का मामला था. ठेकेदार से जितना का डील हुआ था, वो मिला नहीं. इससे बात बिगड़ती चली गई.
पढ़िए विस्तार से पूरी क्राइम स्टोरी
इंटेलीजेन्स इनपुट के आधार पर कुख्यात अंतर्राष्ट्रीय गैंग के कुछ सदस्यों की रायपुर में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिये मूव्हमेंट की सूचना पर रायपुर शहर में पुलिस महानिरीक्षक रायपुर रेंज अमरेश मिश्रा व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह के निर्देशन में रायपुर पुलिस तथा आसूचना एजेंसी के द्वारा 72 घंटे का गोपनीय ऑपरेशन प्लान कर 03 आरोपियों को छत्तीसगढ़ तथा 01 आरोपी को राजस्थान से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गई है। योजना के मुताबिक मयंक सिंह जो झारखण्ड के अमन साहू गैंग को संचालित करता है, ने रोहित स्वर्णकार निवासी बोकारो झारखण्ड को पहले पिस्टल की व्यवस्था हेतु मध्य-प्रदेश के इंदौर शहर भेजा और इंदौर के सेंधवा से अपने संपर्क के माध्यम से 01 पिस्टल और 01 मैग्जीन उपलब्ध कराया तथा रोहित को पिस्टल लेकर रायपुर पहुंचने के लिये निर्देशित किया। मयंक सिंह द्वारा राजस्थान के जिला पाली के ग्राम सारन में बैठे पप्पू सिंह को वारदात को अंजाम देेने के लिये एक बाईक राईडर की व्यवस्था करने हेतु कहा गया। पप्पू सिंह द्वारा सारन निवासी मुकेश कुमार भाट और देवेन्द्र सिंह को वारदात के वक्त बाईक राईड़िंग के लिये रायपुर रवाना किया गया। रोहित स्वर्णकार इंदौर के सेंधवा से पिस्टल लेकर उज्जैन में महाकाल के दर्शन कर ट्रेन के माध्यम से रायपुर पहुंचा तथा मुकेश एवं देवेन्द्र बस के माध्यम से रायपुर पहुंचे। प्लानिंग के मुताबिक रायपुर पुलिस के जवान इन्हें चिन्हित करने हेतु सादे लिबास में शहर के संभावित स्थलों पर तैनात किये गये। सादे लिबास में पेट्रोलिंग की अलग पार्टीयां तैनात की गई। सतत् मॉनिटरिंग के दौरान 72 घंटे के इस सर्वथा गोपनीय ऑपरेशन में 01 आरोपी रोहित स्वर्णकार को गंज थाना क्षेत्र में चिन्हित कर उसकी गतिविधि मॉनिटर की गई और संदिग्ध गतिविधि नजर आने पर उसे लिफ्ट किया गया, जिसके कब्जे से 01 पिस्टल व 01 मैग्जीन बरामद किया गया है साथ ही भाठगांव चौक में सादे लिबास में मौजूद टीम ने 02 संदिग्ध व्यक्तियों को पाईंट आउट किया और उनकी गतिविधियों पर निगाह रख उन्हें लिफ्ट कर कड़ाई से पूछताछ करने पर उन्होंने राजस्थान से पप्पू सिंह द्वारा यहां फायरिंग के दौरान बाईक राईडिंग करने के लिये भेजना बताया तथा शूटर को झारखण्ड से आना बताया गया। अभिरक्षा में लिये गये तीनों आरोपियों ने पूछताछ में पूरी योजना को मयंक सिंह जो झारखण्ड के अमन साहू गैंग को वर्तमान में संचालित कर रहा है, के द्वारा राजस्थान के जिला पाली निवासी पप्पू सिंह के साथ मिलकर बनायी गई थी। गैंग के मोडस में शूटर और राईडर को एक - दूसरे से अपनी पहचान छिपाने तथा किसी तकनीकी संपर्क में न रहने और अपने - अपने माध्यमों से एप के माध्यम से नेट कॉलिंग से ही संपर्क में रहने की हिदायत थी तथा किसी भी विपरीत परिस्थिति या पुलिस की गिरफ्त की स्थिति में अलग - अलग कोड वर्ड तय किये गये थे। मयंक ने रोहित को 29-29 कोड यूज करने तथा पप्पू ने मुकेश को राम-राम और जय माता दी कोड यूज करने निर्देशित किया गया था। टॉरगेट रायपुर पहुंचने पर ही उपर से बताया जाता तथा गोली व बाईक की व्यवस्था मयंक द्वारा कराया जाता। पूछताछ से प्राप्त सूचना पर तकनीकी समीक्षा पर आरोपी पप्पू सिंह का पाली सारन में रहकर गैंग को निर्देशित करने के तथ्य सामने आने पर पहले से ही दिल्ली में मौजूद रायपुर पुलिस की एक टीम को तत्काल राजस्थान के जिला पाली मूव्ह कराया गया तथा वहां पर आर्गेजनाईशल सपोर्ट से पाली के सारन गांव में पप्पू सिंह को बिना भनक लगे लिफ्ट कर लिया गया। आरोपियांे ने पूछताछ में मयंक सिंह को मलेशिया से इस योजना को ऑपरेट करना बताया गया है। राजस्थान, झारखण्ड तथा छत्तीसगढ़ की पुलिस व आसूचना की संस्थायें लगातार संपर्क में रहकर आसूचनाओं को साझा कर रहीं है। आरोपियों से टॉरगेट के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जा रहीं है, इन्हें थाना गंज में अपराध क्रमांक 223/24 धारा 399, 402, 386, 120बी भादवि. एवं 25 आर्म्स एक्ट में गिरफ्तार किया गया है और आरोपियों को पुलिस रिमाण्ड प्राप्त कर इस संगठित अपराधिक गिरोह के सदस्यों को पाईंट आउट करने तथा पूरी प्लानिंग की जानकारी प्राप्त करने के प्रयास किये जा रहे है।
गिरफ्तार आरोपी
01. रोहित स्वर्णकार पिता निरंजन स्वर्णकार उम्र 26 साल निवासी गली नंबर 13 बोकारो थाना चास जिला बोकारो झारखण्ड।
02. मुकेश कुमार पिता चिमनलाल उम्र 26 साल निवासी ग्राम सारन थाना सियारी जिला पाली राजस्थान।
03. देवेन्द्र सिंह पिता मोहन सिंह उम्र 20 साल निवासी ग्राम सारन थाना सियारी जिला पाली राजस्थान।
04. पप्पू सिंह उर्फ पप्सा पिता मोहन सिंह उम्र 31 साल निवासी ग्राम सारन थाना सियारी जिला पाली राजस्थान।
फरार आरोपी - मयंक सिंह हालिया जानकारी मलेशिया से गैंग को ऑपरेट करना।
आरोपी रोहित स्वर्णकार का अपराधिक रिकॉर्ड -
01. थाना चास जिला बोकारो झारखण्ड के अप. क्र 178/21 धारा 341, 323, 504, 34 भादवि.।
02. थाना पेटरवार जिला बोकारो झारखण्ड के अप. क्र 74/22 धारा 461, 379, 411, 34 भादवि.।
03. थाना चास जिला बोकारो झारखण्ड के अप. क्र 196/22 धारा 379, 411 भादवि.।
आरोपी मुकेश कुमार का अपराधिक रिकॉर्ड -
01. थाना सियारी जिला पाली राजस्थान के अप. क्र 24/20 धारा राजस्थान आबकारी एक्ट 19, 54, 54(ए)।
आरोपी पप्पू सिंह ऊर्फ पप्सा का अपराधिक रिकॉर्ड -
01. थाना सियारी जिला पाली राजस्थान के अप. क्र 06/21 धारा 25 आर्म्स एक्ट।
02. नरेंद्र उर्फ मोनू के साथ फरीदाबाद जेल में बंद भूपेंद्र सिंह के कहने पर आरोपी पप्पू सिंह द्वारा 20 अक्टूबर 2021 को अजमेर के पेट्रोल पंप में फायरिंग किया गया था, जिसका अजमेर के थाना सिविल लाइन में अपराध पंजीबद्ध है l
आरोपी देवेन्द्र सिंह का अपराधिक रिकॉर्ड -
01. थाना आनंदपुर कालू जिला पाली राजस्थान के अप. क्र 127/22 धारा 379 भादवि.।