CG TI suspended: थाना प्रभारी ने बिना अनुमति के दो हेड कंस्टेबल को भेजा बंगाल...इधर SP ने थाना प्रभारी, 2 प्रधान आरक्षक को किया निलंबित... जानिए पूरी कहानी
CG TI suspended: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में एसपी ने बड़ी कार्रवाई की है। बिना सूचना के पुलिस टीम को बंगाल भेजने वाले थाना प्रभारी और दो हेड कांस्टेबल की निलंबित कर दिया है। एसपी के इस एक्शन के बाद जिले के पुलिस महकमें में हड़कंप मचा हुआ है।
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CG TI suspended: अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर एसपी ने लेनदेन और बिना अनुमति के पुलिस टीम को बंगाल भेजने वाले थाना प्रभारी और दो हेड कांस्टेबल को निलंबित कर दिया है। थाने के टीआई ने बिना सूचना दिये ही पुलिस के दो हेड कांस्टेबल को बंगाल भेज दिया था। इसकी जानकारी जब एसपी को हुई तो उन्होंने थाने के टीआई और दोनों प्रधान आरक्षकों को सस्पेंड कर दिया है।
जानिए पूरा मामला
दरअसल, कुछ दिनों पहले कुसमी क्षेत्र में रहने वाले पीड़ित व्यापारी ने बंगाल के आसनसोल निवासी एक बड़े व्यापारी के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, कुसमी टीआई ने पीड़ित की शिकायत के बाद एफआईआर दर्ज नहीं की और पीड़ित से केस सोल करने के एवज में 4 लाख रूपये में डील की।
4 लाख में डील
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, डील तय होने के बाद टीआई ने उच्च अधिकारियों से बिना अनुमति लिये ही थाने के दो प्रधान आरक्षकों को गुपचुप तरीके से बंगाल के आसनसोल रवाना कर दिया। इधर बंगाल के आसनसोल से आरोपी व्यापारी की गिरफ्तारी के बाद उसके परिजनों ने आसनसोल की लोकल पुलिस से संपर्क किया। पुलिस भी मौके पर पहुंची और कुसमी थाने के दोनों हेड कांस्टेबल से घटना के संबंध में दर्ज एफआईआर के बारे में पूछने लगी। पूछताछ में दोनों हेड कांस्टेबलों के जवाब अलग-अलग मिलने पर आसानसोल पुलिस को संदेह हुआ और उन्होंने सीधे बलरामपुर एसपी को फोन कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी।
बलरामपुर-रामानुजगंज एसपी ने मामले में गंभीर अनुशासनहीनता मानते हुए कुसमी थाने के टीआई ललित यादव, प्रधान आरक्षक विष्णुकांत मिश्रा और प्रधान आरक्षक प्रांजुल कश्यप को निलंबित कर दिया है। नीचे देखें आदेश