CG Crime: 100 दिन में पैसा डबल, और फिर कर्नाटक के ठग ने छत्तीसगढ़ के दो दर्जन लोगों से कर ली 5 करोड़ की ठगी... झांसे में लेने महंगे होटल में लेता था सेमिनार....
CG Crime: छत्तीसगढ़ मेें फिल्मी अंदाज में ठगी का मामला सामने आया है। कर्नाटक के युवक ने 100 दिन में पैसा डबल करने का झांसा देकर छत्तीसगढ़ के दो दर्जन से अधिक लोगों से 5 करोड़ की ठगी कर ली।
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CG Crime: रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। ठग ने फिल्म हेराफेरी की तर्ज पर 100 दिन में पैसे डबल करने का झांसा देकर छत्तीसगढ़ के दो दर्जन से अधिक लोगों से 5 करोड़ की ठगी कर ली। पीड़ितों को जब इसकी जानकारी लगी तो भागते-दौड़ते टिकरापारा थाने पहुंचे और थाना प्रभारी से आरोपी ठग को पकड़ कर उन्हें उनके पैसे वापस करवाने की गुहार करने लगे। पुलिस ने मामले में अपराध दर्ज कर लिया है। साथ ही आरोपी के मोबाइल नंबर के आधार पर उसकी तलाश कर रही है। आरोपी ठग का नाम अनिरूद्ध दलवी निवासी बेलगाम कर्नाटक है।
जानिए कैसे हुई ठगी
पीड़ित अनवर मोहम्मद पिता नूर मोहम्मद रायपुर निवासी ने थाना टिकरापारा में ठगी की शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में पीड़ित ने बताया कि उसे 9 महीने पहले सोशल मीडिया और यूट्यूब चैनल के माध्यम से ए स्क्वायर ग्लोबल कंसल्टेंसी कंपनी के बारे में पता चला था।
100 दिन में रकम दोगुना
कंपनी द्वारा 100 दिन में रकम दुगुना करने की योजना के बारे में जानकारी मिली थी। उसने कंपनी के बारे में विचार-विमर्श किया। इस दौरान उसे पता चला कि यह योजना कई राज्यों में चलाई जा रही है और कंपनी के प्रबंध निदेशक अनिरूद्ध दलवी पिता अनंत दलवी विभिन्न शहरों में जाकर ट्रेडिंग से कैसे लाभ कमाया जाता है इसके बारे में बताता है। आरोपी के बारे में जानकर उससे मिलने का निर्णय लिया। इसी दौरान उसे पता चला कि अनिरुद्ध दलवी भिलाई स्थित अमित पार्क इंटरनेशनल होटल में मीटिंग लेने आने वाला है।
आरोपी ने खुद को बताया आईसीआईसीआई बैंक का फंड मैनेजर
पीड़ित अनवर मोहम्मद ने अपनी शिकायत में पुलिस को आगे बताया कि अनिरुद्ध दलवी से मिलने भिलाई स्थित अमित पार्क इंटरनेशनल होटल गया। मुलाकात के दौरान उन्होनें अपना परिचय देते हुए बताया कि उन्होनें 17 वर्ष पूर्व इंटरनेशनल मार्केट में टेक्निकल एनालिसिस का कोर्स किया था और अपनी टीम के साथ सैकड़ों करोड़ों से अधिक रूपये का फंड एकत्रित किया। आरोपी अनिरुद्ध दलवी ने खुद को आईसीआईसीआई बैंक कर्नाटक में फंड मैनेजर के रूप में कार्य करना बताया और अब तक 6 हजार करोड़ का फंड मैनेज करने की बात कही।
डीमैट खाते में दिखाया सौ करोड
इतना ही नहीं आरोपी ठग ने एक डीमैट खाता दिखाया, जिसमें सौ करोड रूपये से अधिक की इक्विटी थी और लाइव ट्रेडिंग चल रही थी। इसी दौरान अनिरूद्ध दलवी मुझे लिखित में अपनी योजना के बारे में जानकारी दिया। अनिरूद्ध दलवी मुझे बताया की उनकी कंपनी में जमा की गई राशि पर प्रतिदिन 2 प्रतिशत की दर से सौ दिन तक मुनाफा मिलेगा जिसके बाद मुझे दुगुना धनराशि वापस कर दी जाएगी।
पीड़ित शिकायतकर्ता ने बताया कि अनिरूद्ध दलवी ने यह कहकर भरोसा दिलाया कि निवेश की गई राशि उसकी कंपनी में सुरक्षित रहेगी और कंपनी बंद नहीं होगी। आरोपी ने निवेश की सुरक्षा के लिये रायपुर, भिलाई, भुवनेश्वर और अन्य स्थानों पर भूमि समझौते और चेक देने की बात कही। ठग की चिकनी चुपड़ी बातों में आकर पीड़ित अनवर मोहम्मद अपने परिजनों और साथियों को भी निवेश के बारे में बताया और 100 दिनों में लाभ कमाने का सपना देखने लगा।
इसी बीच ठग अनिरूद्ध दलवी रायपुर आया केरला कैफे भाठागांव बस स्टैंड के पास रुका हुआ था। पीड़ित अनवर मोहम्मद वहां पहुंचा और उसकी बातों पर भरोसा कर 5.04.2025 को 5,40,000 रूपये कंपनी ए स्क्वायर ग्लोबल कंसल्टेंसी के एचडीएफसी बैंक के चालू खाता में ऑनलाईन जमा किया। पैसा जमा करने के बाद अनिरूद्ध दलवी द्वारा मुझे लगभग 30,000 रूपये मेरे बैंक खाते में भेजा गया जिससे उसे अनिरूद्ध दलवी पर भरोसा हो गया।
दो दर्जन से अधिक लोगों से 5 करोड़ की ठगी
लालच में आकर अनवर मोहम्मद ने अपने परिचित व्यास कश्यप जांजगीर निवासी से 9,84,000 रूपये कंपनी के खाते में जमा करवाया। इसके अलावा परिचित और मित्र नीरज कुमार शर्मा निवासी रायपुर, चतुर देवांगन, विवेक श्रीवास, रविन्द्र पटेल, राजेंद्र देवांगन, शिवनाथ सिंह श्याम, संदीप कुमार साहू, रोहन साहू, सुरेश साहू, मोहन राव, रमेश ताम्रकार जिला दुर्ग, जांजगीर चांपा, कोरबा, सतीश कुमार बोकारो (झारखण्ड), मामीधी हरीश, कोरदा वीरा वेंकटा, सत्यनारायण वारा प्रसाद, कोरदा बाबू राजेन्द्र प्रसाद, दूधीस्वाथी, लक्का राजू श्रीनू, पार्थ सारधी एस, डेनी वरगेसे, अरी लक्ष्मीपति, के रमेश और राधाकृष्णा विशाखापट्नम ने भी कंपनी में रुपये जमा कर दिए।
रुपये वापस करने को लेकर घुमाने लगा आरोपी
सभी नें अनिरूद्ध दलवी के झांसे में आकर जनवरी 2025 से अप्रैल 2025 के बीच नगद और ऑनलाईन भुगतान कर करीब 5 करोड़ रूपये जमा किये। अप्रैल 2025 के बाद जब जमा रुपयों पर जब किसी तरह का कोई ब्याज नहीं मिला तो अनिरूद्ध दलवी से सभी ने अपने रुपये वापस मांगने लगे। अनिरूद्ध दलवी द्वारा कंपनी के सॉफ्टवेयर में अपडेट तो कभी वेबसाइट हैकिंग और कभी ट्रेंडिंग खाते में रुपये नहीं होने जैसे विभिन्न कारणों का हवाला दे कर घुमाने लगा।
पिछले छः महीनों से आरोपी घुमाता रहा। सभी को जब खुद के साथ धोखाधडी की जानकारी हुई तो इसकी शिकायत पीड़ितों ने टिकरापारा थाने में दर्ज करवाई। पुलिस अपराध दर्ज कर मामले की जाँच शुरू कर दी है।