Bilaspur Crime News: पूर्व उपसरपंच के अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी, दो सगे भाइयों ने प्रेम-प्रसंग के चलते की हत्या, लोहे के पाइप और लकड़ी के बेत से मारकर उतारा मौत के घाट

Bilaspur Crime News:–पूर्व उपसरपंच के अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने रिपोर्ट कायमी के महज तीन दिनों के अंदर सुलझा ली है। प्रेम प्रसंग के विवाद में गांव के ही दो सगे भाइयों ने हत्याकांड को अंजाम दिया था।

Update: 2025-12-09 04:05 GMT

Purv UP Sarpanch Ki Hatya: बिलासपुर। पूर्व उप सरपंच के अंधे कत्ल की गुत्थी बिलासपुर पुलिस ने महज तीन दिनों में ही सुलझा ली है। जांच में खुलासा हुआ कि गांव के पूर्व उपसरपंच सूर्यप्रकाश बघेल की हत्या प्रेम प्रसंग को लेकर हुए विवाद के चलते दो सगे भाइयों ने मिलकर की थी। दोनों आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, आशंका जताई जा रही है कि वारदात में कुछ और लोग भी शामिल हो सकते हैं, जिसके आधार पर आगे की जांच जारी है। मामला रतनपुर थाना क्षेत्र का है।

भैंसाझार निवासी सूर्यप्रकाश बघेल ठेकेदारी से जुड़ा काम करते थे और पिछली पंचवर्षीय अवधि में उपसरपंच पद पर निर्वाचित हुए थे। 3 दिसंबर की सुबह लगभग 10 बजे वे जेंजराडीह मुक्तिधाम में चल रहे निर्माण कार्य का निरीक्षण कर रहे थे। इसी दौरान सूर्यप्रकाश बघेल ने सीमेंट लाने की बात कहकर गांव की ओर रुख किया और उसके बाद उनका कोई पता नहीं चला।

24 घंटे तक घर वापस नहीं आने पर अगले दिन चार दिसंबर को परिजनों ने रतनपुर थाने में गुम इंसान की रिपोर्ट दर्ज कराई। मोबाइल की अंतिम लोकेशन के आधार पर पुलिस और परिजन दोनों उनकी तलाश में जुटे हुए थे। शुक्रवार पांच दिसंबर को भैंसाझार जंगल के भीतर झाड़ियों में उनकी मोटरसाइकिल मिली। ग्रामीणों ने आसपास छानबीन की तो थोड़ी ही दूरी पर उनका शव भी संदिग्ध हालत में मिल गया।

सूचना पर एसएसपी रजनेश सिंह ने घटना को गंभीरता से ले तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए। जिस पर एएसपी ग्रामीण डॉक्टर अर्चना झा, एसडीओपी लालचंद मोहले, फोरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड मौके पर पहुंचा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ कि उपसरपंच की मौत बुरी तरह मारपीट करने से हुई है। इसके बाद हत्या का मामला दर्ज कर जांच को और तेज किया गया। विवेचना के लिए रतनपुर थाने और एसीसीयू की टीम बनाकर जांच शुरू की गई।

जांच के शुरुआती दौर में लेनदेन और जमीन विवाद से जुड़े विवादों के संकेत मिले, लेकिन इसी बीच पुलिस को प्रेम प्रसंग से जुड़ी एक अहम जानकारी हाथ लगी। पता चला कि गांव के दो युवकों से इसी मुद्दे पर उपसरपंच का विवाद हुआ था। यह दोनों युवक मृतक से पूर्व में विवाद होने के कारण पिछले तीन माह से गांव से अलग रह रहे थे। और घटना के बाद दोनों युवक अचानक घर छोड़कर फरार हो गए थे । यह भी जानकारी मिली कि पूर्व उपसरपंच के परिवार की दो युवतियों से दोनो युवकों का प्रेम प्रसंग है और इसमें पूर्व उप सरपंच बाधा बन रहा था। संदेही यह दोनों युवक आपस में सगे भाई थे। इस सूचना को आधार बनाते हुए पुलिस ने कोटा क्षेत्र के भुंडा गांव से रंजीत खाण्डे (23) और सुधीर खाण्डे (21) को हिरासत में लिया।

पूछताछ के दौरान दोनों आरोपित शुरू में भटकाने की कोशिश करते रहे, लेकिन मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल्स सामने आने के बाद कड़ी पूछताछ में उन्होंने हत्या की बात स्वीकार कर ली। आरोपियों से घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल एवं हथियार जप्त किए गए हैं तथा घटना में अन्य सहयोगियों के शामिल होने की आशंका पर लगातार पूछताछ की जा रही है।

जांच टीम में शामिल रहे अधिकारी और कर्मचारी:

एसएसपी रजनेश सिंह के निर्देश पर एएसपी अर्चना झा, एसडीओपी लालचंद मोहले के नेतृत्व में एसआई कमलेश कुमार बंजारे, मेलाराम कठौतिया, साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक अजहरउद्दीन, एसआई हेमंत आदित्य, प्रधान आरक्षक राहुल सिंह, आतिश पारिख, बलदेव सिंह, कौशल खुंटे, आरक्षक आकाश डोंगरे, धीरज कश्यप, महादेव कुजूर, तदबीर पोर्ते, दीपक मरावी और प्रशांत सिंह ने अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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