DEO-BEO की मनमानी पर कलेक्टर की सख्ती…… शिक्षकों के अटेचमेंट पर जारी किया आदेश…. वायरल हुए आदेश पर कलेक्टर ने लिया एक्शन

Update: 2021-07-13 00:58 GMT

कोरबा 13 जुलाई 2021। प्रदेश में सरकारी स्कूलों में शिक्षको के अटेचमेंट पर भले ही पाबंदी लगी है, लेकिन अफसर अपने चहेते शिक्षको को मनचाहे स्कूल में अटेच करने से बाज नही आ रहे है। कुछ ऐसी ही मनमानी कोरबा में सामने आने के बाद कलेक्टर रानू साहू ने डीईओ को पत्र जारी कर शिक्षको के अटेचमेंट पर रोक लगाने का आदेश जारी किया है।

दरअलस पूरा मामला कोरबा के पोड़ी विकासखंड का है, यहां के बीईओं लोकपाल सिंह जोगी ने 5 जुलाई को शा.मा.विद्यालय पिपरिया में पदस्थ शिक्षक रामअवतार बघेल का स्वास्थ खराब होेने का हवाला देकर उनके घर के नजदीक स्थित माध्यमिक शाला लैंगी में अटेचमेंट का आदेश जारी कर दिया गया। हद तो तब हो गयी, जब बीईओ साहब अटेचमेंट आदेश पर डीईओ सतीश पांडे से दूरभाष पर चर्चा कर शिक्षक का अटेचमेंट किये जाने का आदेश जारी कर दिया।

सोशल मीडिया में ये पत्र वायरल होने के बाद कलेक्टर रानू साहू ने मामले पर गहरी नाराजगी जताई। शिक्षा विभाग में चल रहे मनमानी पर सख्ती दिखाते हुए कलेक्टर ने डीईओं को कल 12 जुलाई को पत्र जारी कर पूछा गया कि पोड़ी उपरोड़ा के शिक्षक रामअवतार का संलग्नीकरण किसकी अनुमति से किया गया है ? साथ ही पत्र में कलेक्टर ने ये भी चेता दिया कि भविष्य किसी भी शिक्षक का संलग्नीकरण बगैर अनुमोदन के बीईओं और डीईओं की अनुशंसा पर नही की जानी चाहिए।

कलेक्टर रानू साहू के इस पत्र के तत्काल बाद 12 जुलाई को ही डीईओं सतीश पांडे ने सभी बीईओं को पत्र जारी कर बगैर कलेक्टर के अनुमोदन के शिक्षको का संलग्नीकरण नही किये जाने का आदेश जारी किया गया। शिक्षको के मनचाहे स्कूल में अटेचमेंट के खेल की लंबे समय से शिकायत मिल रही थी, जिस पर कलेक्टर रानू साहू ने एक बार फिर सख्ती दिखाते हुए शिक्षा व्यवस्था में लापरवाही और मनमानी बर्दाश्त नही करने का मैसेज दिया है। ऐसे में कलेक्टर के आदेश के बाद जहां शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है, वही ऐसे कई शिक्षक है जो सालों से अफसरों की मेहरबानी से अपने मूल पदस्थापना की बजाए घर के नज़दीक के स्कूलों में अटेच है….उनकी नींद उड़ गई है।

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