Surguja News: गांव तक सड़क नहीं... तो पैदल ही कंधे पर शव को ढोकर 3 किमी ले गए ग्रामीण, विधायक ने कहा- सड़क निर्माण के लिए की जा रही पहल
Shav Ko Kandhe Par Dhokar Chale Gramin: सरगुजा: छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में आज भी ऐसे कई गांव हैं, जो कि सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। इसका जीता जागता उदाहरण सुगापानी गांव में देखने को मिला। गांव में सड़क नहीं होने के चलते गाड़ी यहां तक नहीं पहुंच पाती। ऐसे में ग्रामीण एक युवक के शव को ढोकर पहुंचे।
Shav Ko Kandhe Par Dhokar Chale Gramin: सरगुजा: छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में आज भी ऐसे कई गांव हैं, जो कि सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। इसका जीता जागता उदाहरण सुगापानी गांव में देखने को मिला। गांव में सड़क नहीं होने के चलते गाड़ी यहां तक नहीं पहुंच पाती। ऐसे में ग्रामीण एक युवक के शव को ढोकर पहुंचे।
मूलभूत सुविधाओं से वंचित गांव
दरअसल, मैनपाट ब्लॉक के अंतर्गत असगवां गांव तक ही सड़क है। इससे लगे गांव जैसे सुगापानी और टीकरापारा तक पहुंचने के लिए कोई भी रास्ता नहीं है। यहां के लोग आज भी सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। इसी कड़ी में इस गांव से ताजा मामला सामने आया है, जहां एक युवक के शव को तीन किलोमीटर ढोकर उसके घर तक लाया गया। इसके बाद उसका अंतिम संस्कार किया गया।
इलाज के दौरान हुई युवक की मौत
जानकारी के मुताबिक, सुगापानी गांव में रहने वाला अमित किण्डो जेसीबी चलाने का काम करता है। वह जब अपने मैनेजर के साथ कहीं जा रहा था, तभी वह हादसे का शिकार हो गया, जिसके बाद उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान अमित किण्डो की मौत हो गई।
शव को तीन किलोमीटर ढोकर पहुंचे गांव
जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने शव को ले जाने के लिए एम्बुलेंस भी मुहैया कराया पर सड़क नहीं होने के कारण गांव तक एम्बुलेंस नहीं पहुंच पाती। ऐसे में परिजन और ग्रामीण उसके शव को पिकअप में लेकर असगवां गांव तक पहुंचे। इसके बाद शव को तीन किलोमीटर ढोकर सुगापानी गांव पहुंचे, जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया।
सड़क निर्माण की पहल जारी- विधायक
इधर इस मामले में मृतक अमित किण्डो की भाभी ने कहा कि सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो ने पहले आश्वासन दिया था कि गांव तक सड़क बन जाएगी, लेकिन चुनाव होने के बाद वह झांकने भी नहीं आए। वहीं विधायक रामकुमार टोप्पो का कहना है कि सड़क निर्माण की पहल की जा रही है।