Raipur-Visakhapatanam Land Scame: महंत के भेदक सवाल, मंत्री की जिद, NPG की खबर और CM विष्णुदेव ने दिखाए तेवर

Raipur-Visakhapatanam Land Scam: छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में 12 मार्च को प्रश्नकाल के दौरान नेता प्रतिपक्ष डा चरणदास महंत ने अभनपुर भारत माला परियोजन में 324 करोड़ के मुआवजा घोटाले की जांच सीबीआई से कराने कोई कसर नहीं छोडी. उन्होंने यहां तक कह डाला,लोकतंत्र के मंदिर में मैं घंटी बजा रहा हूं, आरती कर रहा हूं, सीबीआई से न सही विधायकों की समिति से जांच करा दें. मगर राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा टस से मस नहीं हुए। वे कमिश्नर से जांच पर अड़े रहे. चूकि मंत्री कमिश्नर से जांच की घोषणा कर चुके थे, सो मुख्यमंत्री ने उनके सम्मान का ख्याल करते सदन में उनकी बात नहीं काटी. मगर उनके हाव भाव से लगा कि राजस्व विभाग क़े लीपापोती क़े खेल से वे ख़ुश नहीं हैं. इसके बाद शाम को NPG न्यूज़ ने राजस्व विभाग की एक कार्रवाई की ऐसी पोल खोली कि मुख्यमंत्री ने कड़े तेवर दिखाते हुए EOW जांच का ऐलान कर दिया.

Update: 2025-03-13 12:20 GMT
Raipur-Visakhapatanam Land Scame: महंत के भेदक सवाल, मंत्री की जिद, NPG की खबर और CM विष्णुदेव ने दिखाए तेवर
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Raipur-Visakhapatanam Land Scam: रायपुर। केंद्र सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना में से एक भारत माला परियोजना के तहत सड़क निर्माण के लिए भू अर्जन में 324 करोड़ के खेला की जांच और दोषी अफसरों के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग को लेकर बुधवार को सदन में जमकर राजनीतिक ड्रामा चला। नेता प्रतिपक्ष डा चरण दास महंत ने राजस्व मंत्री ने यहां तक कहा कि हमारी सरकार के दौरान हुए भ्रष्टाचार की सीबीआई जांच की मांग कर रहा हूं, इसमें तो आपको आपत्ति नहीं होनी चाहिए। मंत्री जिद पर अड़े रहे. वे कमिश्नर से जांच की बात कहते रहे।

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इसके बाद एनपीजी ने सदन में राजस्व मंत्री की वाहवाही की पोल खोलते हुए रिपोर्ट प्रकाशित की। भारत मामला परियोजना में जिन तीन पटवारियों को दोषी ठहराते हुए निलंबित किया गया था, हाई कोर्ट ने निलंबन आदेश पर रोक लगा दी।

दरअसल, इन तीनों पटवारियों को राजस्व सचिव ने सस्पेंड किया था. जबकि, उन्हें इसका पावर नहीं. इसी आधार पर हाई कोर्ट से तीनों पटवारियों को स्टे मिल गया. NPG. NEWS ने इस शीर्षक से खबर लगाई SDM क़े पावर का इस्तेमाल रेवेन्यू सेक्रेटरी ने कर डाला, तीन पटवारियों को हाई कोर्ट से मिला स्टे.

एनपीजी ने अफसरों के घालमेल और बेपरवाही की ओर अपनी रिपोर्ट में इशारा किया था। एनपीजी की रिपोर्ट सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वायरल होते ही छत्तीसगढ़ सरकार हरकत में आई।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी इसे गंभीरता से लिया, जिसमें दोषी पटवारियों के निलंबन में विभाग की ओर से बड़ी चूक की गई थी। चूक कहें या फिर लापरवाही, इस पूरे मामले में हाई कोर्ट में राजस्व विभाग की भद्द पिटी। सरकार ने एनपीजी की रिपोर्ट के बाद सख्ती बरतते हुए भारत माला परियोजना के तहत सड़क निर्माण के लिए भूअर्जन में की गई गड़बड़ी की जांच को ईओडब्ल्यू को देने का निर्देश दिया।

0 सदन में ऐसे गंभीर चर्चा

बुधवार का दिन सत्ता व विपक्षी दलों के सदस्यों के लिए बेहद खास रहा। नेता प्रतिपक्ष डा चरणदास महंत ने इसे जोरदार ढंग से उठाया। डा महंत ने विधानसभा अध्यक्ष डा रमन सिंह के प्रति कृतज्ञता बरती और कहा, सर आपकी कृपा से आखिर वह घड़ी आ ही गई, जिसका मैं इंतजार कर रहा था। डा महंत बीते 25 फरवरी से इस घड़ी का इंतजार कर रहे थे। दो बार सवाल लगा और जवाब ठीक से नहीं आने से टल गया.

डा महंत ने घोटाले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की। राजस्व मंत्री ने पूरे मामले की कमिश्नर से जांच कराने की बात कही। तब डा महंत ने कहा कि जब मैं खड़े होकर पिछली सरकार के घपले की बात कर रहा हूं तो आपको जांच में क्याें दिक्कतें आ रही है। भ्रष्टाचार में लिप्त अफसरों को जेल भेजिए। एफआईआर दर्ज कराइए। यह काम क्यों नहीं कर रहे हैं। डा महंत ने यहां तक कहा कि यह डबल से लेकर ट्रिपल इंजन सरकार का पैसा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार का पैसा है,जिसका बंदरबाट अफसरों ने किया है। राजस्व मंत्री के जवाब के बाद डा मंहत ने कहा कि सीबीआई जांच का विषय तो सीएम का है। सौभाग्य से सीएम आज सदन में है, लिहाजा वे ही सीबीआई जांच की घोषणा कर दें। डा महंत का इतना कहना था कि सीएम ने कहा कि आपकी सरकार ने तो सीबीआई को छत्तीसगढ़ में बैन कर रखा था। डा महंत ने कहा आपको साधुवाद आपने बैन तो खोल दिया है, तो यह काम भी करा दीजिए। केंद्र सरकार की योजना है इसका सीबीआई से जांच करा दीजिए।

0 लोकतंत्र का मंदिर है, घंटी बजा रहा हूं, सुन तो लीजिए

भारत माला परियोजना में भ्रष्टाचार की सीबीआई जांच को लेकर लंबी चर्चा हुई। नेता प्रतिपक्ष डा चरण दास महंत ने विधानसभा अध्यक्ष डा रमन सिंह को संबोधित करते हुए कहा कि यह लोकतंत्र का मंदिर है, मैं सीबीआई जांच के लिए अर्जी लगा रहा हूं, घंटी बजा रहा हूं। लोकतंत्र के मंदिर में मैं घंटी बजा रहा हूं, आरती कर रहा हूं, विधायकों की समिति से जांच कराने का आदेश दें।

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