Raipur News: शाला प्रवेशोत्सव की तैयारी हेतु स्कूल शिक्षा सचिव ने जारी किए निर्देश, इस तारीख से तैयारियों के साथ करना होगा प्रवेशोत्सव
Raipur News: इस वर्ष 18 जून से शाला प्रवेश उत्सव मनाया जाना है। स्कूल शिक्षा सचिव ने इसके लिए विभिन्न दिशा निर्देश जारी किए है।
Raipur News: रायपुर। स्कूल शिक्षा सचिव सिध्दार्थ कोमल सिंह परदेशी ने सभी कलेक्टरों,जिला मिशन संचालक, समस्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत, सभी प्राचार्यों को शाला प्रवेश उत्सव हेतु निर्देश जारी किए हैं। इस वर्ष 18 जून 2024 से प्रत्येक स्तर पर शाला प्रवेश उत्सव का आयोजन किया जाना है। जिसके लिए निर्देश देते हुए स्कूल शिक्षा सचिव ने कहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 राज्य में भी प्रभावी हो गई है। छत्तीसगढ़ शासन की भी स्पष्ट मंशा है कि छात्र-छात्राओं को स्वच्छ व सुंदर वातावरण में गुणवत्ता युक्त शिक्षा दी जावे। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा शाला प्रवेश उत्सव की प्रारंभिक तैयारी के साथ-साथ पर्याप्त प्रचार प्रसार भी किया जाना है।
शाला प्रवेश उत्सव के लिए निर्देश जारी
शाला प्रवेश उत्सव के संबंध में लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा निर्देश भी जारी किए गए हैं। जिसके तहत शाला प्रारंभ होने के पूर्व शाला भवनों में साफ सफाई करवाने, मरम्मत करवाने, शाला प्रवेश उत्सव का जोर शोर से और व्यापक प्रसार प्रसार किए जाने, बिना पोस्टर लगाए जाने, शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में मुनादी करवाए जाने, स्थानीय जनप्रतिनिधियो व शाला विकास समिति के सदस्यों तथा पालकों को आमंत्रित किया जाए।
विद्यार्थियों की उपस्थिति पंजी पहले से संधारित करने, कक्षा पहली के प्रवेश के लिए आंगनबाड़ी केंद्र से बच्चों की सूची प्राप्त करने और प्रवेश देने, पांचवी उत्तीर्ण होने वाले बच्चों की सूची एवं तिथि प्रधान पाठक प्राथमिक शाला से प्राप्त कर कक्षा छठवीं में प्रवेश देने की कार्यवाही करने, साला त्यागी बच्चों को प्रेरित कर पुनः शाला की मुख्य धारा में जोड़ने, बच्चों की शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।
प्रवेश उत्सव के दौरान की जाने वाली कार्यवाही:–
शाला परिवार की ओर से जनप्रतिनिधि शाला विकास समिति बालक एवं गणमान्य नागरिकों को शाला प्रवेश हेतु आमंत्रित करने
निशुल्क पाठ्य पुस्तक, निशुल्क गणवेश, सायकल का वितरण पात्र हितग्राहियों को किया जाना।
नन्हे– मुन्हें नवप्रवेशी बच्चों का तिलक लगाकर अभिनंदन करना।
प्रवेश उत्सव के दिन न्योता भोज का आयोजन करना।
बोर्ड परीक्षा/ स्थानीय में मेधावी अंक प्राप्त करने वाले बच्चों को सम्मानित करना। शाला परिवार के द्वारा उत्कृष्ट पालकों का सम्मान करना।