PM Narendra Modi Chhattisgarh visit: जायकेदार खाना के मुरीद हुए PM मोदी, लजीज नाश्ता पैक करा कर ले गए, पढ़िये कब डिनर किए और कब ब्रेकफास्ट, सुबह 4 बजे से कैसे गुलजार रहा राजभवन...

PM Narendra Modi Chhattisgarh visit: 74 साल की उम्र में पीएम नरेंद्र मोदी चुस्ती और स्फूर्ति में जवानों को इसलिए मात देते हैं कि उनका रुटीन गजब का है। राजभवन में तैनात राजभवन से लेकर जिला और पुलिस प्रशासन के अफसर भी हतप्रभ थे मोदी की टाईमिंग को देखकर।

Update: 2024-04-24 06:30 GMT

PM Narendra Modi Chhattisgarh Visit: रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव के प्रचार के सिलसिले में दो दिन के छत्तीसगढ़ दौरे पर हैं। राजभवन में रात्रि विश्राम के बाद प्रधानमंत्री आज सुबह करीब साढ़े आठ बजे अंबिकापुर के लिए रवाना हो गए। अंबिकापुर में उनकी सभा है। उसके बाद वे मध्यप्रदेश के जबलपुर के लिए रवाना हो जाएंगे।

प्रधानमंत्री कल करीब साढ़े छह बजे राजभवन पहुंच गए थे। वहां उनकी राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन से मुलाकात हुई। चूकि आचार संहिता प्रभावशील है लिहाजा मुख्यमंत्री या किसी मंत्री, नेता से मुलाकात का सवाल ही नहीं था। हालांकि, कई नेताओं ने राजभवन से पीएम मोदी से टाईम दिलाने का आग्रह किया था कि एसपीजी से बात कर बुके देने की व्यवस्था करवा दें। मगर ऐसा संभव नहीं था। क्योंकि, आचार संहिता में किसी नेता से प्रधानमंत्री के मिलने पर विपक्ष सवाल उठाता।

साढ़े सात बजे डिनर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिन भर के थकाउ दौरे के बाद शाम को राजभवन पहुंचे। इसके बाद वे फ्रेश हुए, कपड़े बदले। वे ठीक साढ़े सात बजे भोजन के टेबल पर आ गए थे। पीएमओ का राजभवन को गाइडलाइन था कि रात आठ से पहले प्रधानमंत्री भोजन कर लेते हैं। प्रधानमंत्री के भोजन में रोटी, दाल, सब्जी, दही, पापड़ और सलाद था। प्रधानमंत्री ने अकेले ही भोजन किया। पहले ऐसी अटकलें थी कि शायद राज्यपाल भी उनके साथ भोजन करे। राजभवन ने भी उनके आने के एक दिन पहले पीएमओ को लेटर भेज कर पीएम के डिनर का आग्रह किया था। मगर वहां से कोई जवाब नहीं आया, सो मान लिया गया कि वह स्वीकार नहीं हुआ।

10 बजे तक किताबें और लेपटॉप

कल शाम 7.50 बजे डिनर खतम करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी दस मिनट बरामदे में टहले। उसके बाद बाद भीतर चले गए। उससे पहले उन्होंने कुछ आवश्यक फाइलें निबटाई। प्रधानमंत्री कार्यालय से कल ही फाइलें रायपुर आ गई थीं। फाइलों को मार्क करने के बाद उन्होंने कुछ देर मैगजीन, किताबें पढ़े, टीवी पर न्यूज देखें और लेपटॉप पर कुछ काम किए। उसके बाद वे सो गए।

सुबह पांच बजे वॉक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह चार, सवा चार बजे के बीच सोकर उठ जाते हैं। प्रधानमंत्री का रुटीन सबको पता है। लिहाजा, सुबह चार बजे से राजभवन में चहलकदमी शुरू हो गई थी। सिक्यूरिटी फोर्सेज मोर्चा संभाल लिए थे। एसपीजी के अफसर, छत्तीसगढ़ के एडीजी प्रदीप गुप्ता, आईजी अमरेश मिश्रा, राजभवन के सिकरेट्री यशवंत कुमार, कलेक्टर गौरव सिंह, एसएसपी संतोष सिंह सुबह चार बजे राजभवन पहुंच गए थे। प्रधानमंत्री टाईमिंग के इतना पाबंद हैं कि घड़ी का कांटा जैसे ही पांच पर पहुंचा, वे वॉक करने के लिए राजभवन के गार्डन में पहुंच गए। करीब 15 मिनट वॉक करके वे भीतर चले गए। इसके बाद वे योग और एक्सरसाइज किए। इसके लिए कल शाम को ही उनके रुम में योगा मैट रखवा दिया गया था।

साढ़े सात बजे ब्रेकफास्ट

प्रधानमंत्री के डिनर और ब्रेकफास्ट का टाईम एकदम तय है। दोपहर का भोजन वे बहुत मामूली करते हैं। डिनर उनका साढ़े सात बजे होता है तो ब्रेक फास्ट सुबह साढ़े सात बजे। राजभवन में सुबह वॉक, योगा, कसरत जैसी नित्य क्रियाओं के बाद ठीक साढ़े सात बजे वे नाश्ते के टेबल पर आ गए थे।

खाने और नाश्ते की सराहना

राष्ट्र्रपति द्रौपदी मुर्मू के विजिट के दौरान राजभवन का खाना जरा गड़बड़ा गया था। सो, इस बार राजभवन के लोग ज्यादा अलर्ट थे। मामला प्रधानमंत्री का था। प्रधानमंत्री हालांकि, खाना बहुत सिंपल खाते हैं। रोटी, दाल, एक सब्जी, चावल और दही, पापड़। मगर राजभवन की रहर की दाल फ्राई प्रधानमंत्री को इतना भाया कि उन्होंने दो बार मांगकर पीया। खाना भले ही सिंपल था, मगर उसका रेसिपी बड़ा स्वादिष्ट था। आज सुबह के नाश्ते की भी उन्होंने बड़ी तारीफ की। नाश्ते में पोहा, इडली, सांभर, पपीता और छाछ रहता है। उन्हें नाश्ता इतना भाया कि बोले कि इसे पैक करवा दो, रास्ते में खाएंगे। चूकि प्रधानमंत्री के जाने का टाईम हो रहा था, सो आनन-फानन में उसे पैक किया गया। जाते-जाते उन्होंने राज्यपाल को राजभवन की व्यवस्था को लेकर सराहना की। खासकर, स्वादिष्ट देसी खाने की।

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