PM Modi Visit in Chhattisgarh: पीएम ने पहना पाटा कोटी जैकेट: आदिवासी संस्कृति के रंग में रंगे रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
PM Modi Visit in Chhattisgarh: रायपुर। छत्तीसगढ़ रजत जयंती वर्ष में शामिल होने आए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आदिवासी संस्कृति और कला कृतियों को ना केवल सम्मान दिया साथ ही एक ऐसी पहचान दी जो वर्षों तक याद रखी जाएगी।
PM Modi Visit in Chhattisgarh: रायपुर। छत्तीसगढ़ रजत जयंती वर्ष में शामिल होने आए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आदिवासी संस्कृति और कला कृतियों को ना केवल सम्मान दिया साथ ही एक ऐसी पहचान दी जो वर्षों तक याद रखी जाएगी। राज्योत्सव के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी पाटा कोटी जैकेट पहने नजर आए। पीएम ने यह जैकेट पहनकर छत्तीसगढ़ की पारंपरिक कला और जनजातीय संस्कृति के प्रति सम्मान प्रकट किया है। “पाटा कोटी” छत्तीसगढ़ की पारंपरिक पाटा बुनाई, ढोकरा कला और बैगा जनजाति के टैटू जैसे विशिष्ट सांस्कृतिक तत्वों का अद्भुत संगम है।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा इस जैकेट को पहनना न केवल स्थानीय कारीगरों और बुनकरों के परिश्रम को सम्मान देने का प्रतीक है, बल्कि यह उनके जनजातीय जीवन, परंपराओं और संस्कृति के प्रति गहरे लगाव और सम्मान को भी दर्शाता है। यह जैकेट छत्तीसगढ़ की जनजातीय पहचान, उनकी कला, मेहनत और विरासत का प्रतिनिधित्व करती है, जो आज पूरे देश के सामने गर्व से चमक रही है।
आइए जानते हैं इस जैकेट के बारे में
पाटा बुनाई (Patta Weaves)
बस्तर की यह दुर्लभ और विलुप्तप्राय परंपरा 2-3 रंगों के हाथों से रंगे धागों से पारंपरिक करघों पर बुनी जाती है। इन कपड़ों में बाघ, मोर और हिरण जैसे जीव-जंतुओं की आकृतियाँ उकेरी जाती हैं। सफेद और मरून धागों के संयोजन से बनी यह बुनाई अपनी विशिष्ट पहचान रखती है।
बैगा टैटू (Baiga Tattoo)
विशेष पिछड़ी जनजाति (PVTG) बैगा समुदाय में माथे पर बनाए जाने वाले टैटू पहचान, शक्ति और सांस्कृतिक गर्व का प्रतीक होते हैं। इन्हीं पवित्र ज्यामितीय आकृतियों से प्रेरित डिज़ाइन को इस जैकेट पर रूपांतरित किया गया है, जो परंपरा और आधुनिकता का अनूठा मेल है।
मोदी की गारंटी वाली किताब, कोसा कपड़े पर योजनाओं को उकेरा
ढोकरा कॉफी टेबल बुक यह विशेष कॉफी टेबल बुक “मोदी की गारंटी से संवर रहा छत्तीसगढ़” राज्य के कारीगरों और आदिवासी महिलाओं की सामूहिक प्रतिभा का प्रतीक है। पुस्तक का कवर स्थानीय काष्ठ शिल्पकारों द्वारा तैयार किया गया है। इस पर बस्तर की सुप्रसिद्ध ढोकरा कला के माध्यम से छत्तीसगढ़ के नक्शे को उकेरा गया है साथ ही आदिवासी सांस्कृतिक प्रतीकों की आकर्षक सज्जा की गई है।
इसकी विशेषता यह है कि इस कॉफ़ी टेबल बुक में कागज़ के स्थान पर छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध ‘कोसा’ कपड़े पर छपाई की गई है.
पुस्तक में ‘मोदी की गारंटी’ के अंतर्गत राज्य में चल रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं, विशेषकर बस्तर संभाग में हुए विकास और जनसशक्तिकरण के प्रेरणादायक उदाहरणों को चित्रों और आलेखों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है। यह पुस्तक आत्मनिर्भर भारत के संकल्प से प्रेरित सृजनशीलता, परंपरा और स्वदेशी गौरव का जीवंत प्रतीक है।
पीएम को सौंपा ढोकरा मोमेंटो
यह मोमेंटो यहाँ के जनजातीय कलाकारों द्वारा बनाया गया है। यह ढोकरा कला से निर्मित है, जिसे बस्तर के जनजातीय समाज के शिल्पकारों ने अपने हाथों से गढ़ा है। इस मोमेंटो में छत्तीसगढ़ राज्य की 25 वर्ष की गौरवमयी यात्रा को उनकी कला के माध्यम से उकेरा गया है, जिसमें राज्य की प्रगति, संस्कृति और आत्मगौरव की गाथा झलकती है। यह विशेष रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को समर्पित है, जो आदिवासी संस्कृति के सम्मान और राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान के प्रतीक स्वरूप प्रस्तुत किया गया है।