पत्रकार मुकेश चंद्रकार ने जिस सड़क में भ्रष्टाचार की खोली थी पोल, उसमें हुए थे जांच के आदेश...
112 करोड रुपए के सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार की खबर पत्रकार मुकेश चंद्राकार ने 25 दिसंबर को प्रसारित की थी। उसी दिन शासन ने जांच टीम बना उक्त सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार की जांच बिठा दी थी। जिसके चंद दिनों बाद ही नाराज ठेकेदार ने पत्रकार की हत्या कर दी।
रायपुर। 112 करोड रुपए की सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार की खबर चलाने की कीमत पत्रकार को अपनी जान से हाथ धोकर चुकानी पड़ी। इस मामले में भ्रष्टाचार की खबर प्रकाशित करने पर उसी दिन सड़क की जांच हेतु जांच टीम बनाई गई थी। जिससे बौखला कर पत्रकार मुकेश चंद्राकार की हत्या कर दी गई।
बस्तर संभाग के बीजापुर में पत्रकार को चंद्राकार के हत्याकांड से पूरा प्रदेश हिल गया है। जिस ठेकेदार सुरेश चंद्राकार ने हत्याकांड को अंजाम दिया उसने अपने बैडमिंटन कोर्ट में सेप्टिक टैंक में लाश को चुनवा दिया था। बीजापुर के गंगालूर से नेलसलनार सड़क बनाने का टेंडर हुआ था। इसके लिए लोक निर्माण विभाग ने ठेकेदार के साथ कुल 16 अनुबंध किए थे। इन 16 अनुबंध में कुल लागत 56 करोड़ रूपये थी। सड़क की गुणवत्ता बेहद घटिया थी। इसके बावजूद ठेकेदार ने अफसरों के साथ सांठ– गांठ करके लागत बढ़ा कर 112 करोड़ रूपये करा लिया था। कथित तौर पर मई– जून 2024 में बनकर तैयार यह सड़क पहली बारिश में ही पूरी तरह धूल गई थी।
पत्रकार मुकेश चंद्राकार ने इसकी खबर बनाई थी। 25 दिसंबर को खबर प्रकाशित होने के दिन ही सरकार ने संज्ञान लेकर जांच बिठा दी। मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग बस्तर परिक्षेत्र जगदलपुर ने पीडब्ल्यूडी के प्रमुख सचिव कमलप्रीत सिंह के आदेश के बाद कांकेर मंडल के अधीक्षण अभियंता को इसके निर्देश जारी किए थे।
जारी निर्देश के अनुसार आरआरपी–1 योजना अंतर्गत अति महत्वपूर्ण प्रगतिरत कार्य नेलसननार– कोड़ोली– मिरतुर मार्ग की लंबाई 52.40 किलोमीटर को एनडीटीवी संचार माध्यम दिनांक 25 दिसंबर 2024 को प्रसारित ( मार्ग में 35 नग से ज्यादा गड्ढे हुए हैं) निर्माणाधीन मार्ग के संबंध में प्रकरण का निरीक्षण कर जांच प्रतिवेदन मांगा गया था।
यह थे जांच टीम में शामिल
जांच टीम में अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग संजय सूर्यवंशी, कार्यपालन अभियंता ए आर मरकाम, एसडीओ आरएन उसेंडी और सब इंजीनियर जितेंद्र साहू शामिल है।