Parivartan Yatra: जानिए... कितना हाईटेक और खास है भाजपा का ‘परिवर्तन रथ’, अंदर क्‍या-क्‍या हैं सुविधाएं

Parivartan Yatra:

Update: 2023-09-18 11:44 GMT

Parivartan Yatra: रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में 5 साल पहले 2018 में हाथ से निकली सत्‍ता को वापस हासिल करने के लिए भाजपा ने एंडीचोटी का जोर लगा दिया है। 2003 का इतिहास दोहराने के इरादे से पार्टी परिवर्तन यात्रा निकाल रही है। 2003 में एक ही परिवर्तन रथ चला था, लेकिन इस बार राज्‍य के दोनों छोर से दो यात्राएं शुरू की गई है। एक यात्रा 12 सितंबर को दंतेवाड़ा से शुरू हुई है और दूसरी 15 सितंबर को जशपुर से। इन दोनों याथों के लिए पार्टी हाईटेक रथ का उपयोग कर रही है।

भाजपा का परिवर्तन रथ (Parivartan Yatra) बेहद खास है। इसमें कई तरह की सुविधाएं हैं। एक तरह से कहें तो यह अपने आप में एक चलता फिरता ऑफिस और घर दोनों ही है। इसके अंदर इंटरनेट और लैपटॉप से लेकर संचार की दूसरी सुविधाओं के साथ ही दैनिक क्रिया, खाने-पीने से लेकर आराम तक का पूरा इंतजाम है। इन रथों का उपयोग पार्टी पहले भी कर चुकी है।

आधुनिक सुरक्षा उपकरणों से लैस है परिवर्तन यात्रा का रथ Parivartan Yatra

परिवर्तन यात्रा के रथ में उस पर सवार होने वाले नेताओं की सुविधा और आराम के साथ ही सुरक्षा का भी पूरा ध्‍यान रखा गया है। रथ में आधुनिक सुरक्षा उपकरण लगाए गए हैं। इनमें क्लोज सर्किट कैमरा भी शामिल हैं। इन कैमरों के जरिये रथ के बाहर हो रही पूरी गतिविधियों पर नजर रखी जा सकती है। अंदर बैठने की व्यवस्था के साथ एलईडी भी लगे हैं। रथ के अंदर खास लिफ्ट लगा हुआ है। इसी लिफ्ट के जरिये नेता रथ के अंदर से सीधे छत पर बनाए गए मंच तक पहुंच जाते हैं। ऊपर बने मंच तक जाने के लिए हाइड्रोलिक स्वचालित सीढ़ी भी लगाई गई है। रथ में जनसभा को संबोधित करने के लिए साउंड सिस्‍टम भी है।

पेंट्री और बाथरुम

रथ (Parivartan Yatra) के अंदर ऐसी लगा हुआ है। अंदर पेंट्री के साथ ही बाथरुम की भी व्‍यवस्‍था है। इतना ही नहीं तगड़ा बैटरी बैकअप के साथ जरेटर भी है। यानी रात में कहीं रुकने की व्‍यवस्‍था न हो तो परिवर्तन यात्रा की रथ के अंदर भी कुछ लोग आराम से रुक सकते हैं।

2003 में भी परिवर्तन रथ पर सवार हुई थी भाजपा

बता दें कि राज्‍य में 2003 में भी भाजपा ने परिवर्तन यात्रा निकाला था, उस समय भी इसी तरह का अत्‍याधुनिक रथ तैयार किया गया था। पार्टी नेताओं के अनुसार अभी जो दो रथ चल रहे हैं उनमें से एक का उपयोग सत्‍ता में रहते हुए डॉ. रमन सिंह ने अपनी विकास यात्रा के लिए किया था। उस रथ को पुणे में तैयार कराया गया था। वहीं, दूसरी रथ मध्‍य प्रदेश से मंगाई गई है। इस रथ का उपयोग एमपी में शिवराज सिंह अपनी विकास यात्रा के लिए कर चुके हैं।

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