CG Bijali News: हाफ से मुफ्त बिजली की तरफ छत्तीसगढ़ः जितना बिजली बिल आप देते हैं, उससे कम पैसे की किस्त पटाकर आप बिजली निर्माता बन सकते हैं, जानिये कैसे?
CG Bijali News: छत्तीसगढ़ की बिजली डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी ने छत्तीसगढ़ में उपभोक्ताओं को हाफ बिजली से मुफ्त बिजली बिल योजना की ओर ले जाने के लिए आज से ऑनस्पॉट रजिस्ट्रेशन प्रारंभ कर दिया। छत्तीसगढ़ के लोग बिजली में आत्मनिर्भर बने, इसलिए छत्तीसगढ़ सरकार ने पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना में केंद्र के अलावे 30 हजार रुपए एक्स्ट्रा सब्सिडी देने का फैसला किया है। बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सब्सिडी अब इतना मिल रहा है कि आम आदमी जितना हर महीने बिजली बिल पटाता है, उससे कम पैसे में बैंक का किस्त पटाकर सोलर पावर लगा सकता है। जाहिर है, छत्तीसगढ़ में देश का सबसे अधिक सब्सिडी मिल रही है।
CG Bijali News: रायपुर। घर-घर में सोलर पावर लगाने के लिए भारत सरकार पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना पर जोर दे रही है, छत्तीसगढ़ सरकार ने इस मुहिम को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए एक तरह से कहें तो अभियान शुरू कर दिया है। इसी मुहिम के क्रम में विष्णुदेव कैबिनेट ने केंद्र के अलावा 30 हजार सब्सिडी देने का निर्णय किया, ताकि अधिक-से-अधिक लोग इस योजना का लाभ उठा सकें।
देश का पहला राज्य छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जहां सोलर पावर लगाने पर उपभोक्ताओं को 90 हजार रुपए सब्सिडी मिल रही है। भारत सरकार 60 हजार देती ही है, राज्य सरकार ने भी अब 30 हजार रुपए देना प्रारंभ कर दिया है। याने 90 हजार रुपए। इतनी सब्सिडी देश के किसी भी राज्य में नहीं है।
दो किलो वॉट के सोलर पर सिर्फ 30 हजार खर्च
बिजली वितरण कंपनी के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि दो किलो वॉट के सोलर प्लांट पर एक लाख 20 हजार खर्च बैठता है। इसमें 90 हजार सब्सिडी मिल रही। इस तरह सिर्फ 30 हजार रुपए उपभोक्ताओं को खर्च करना पड़ेगा। याने 30 हजार में दो किलो वॉट का सोलर प्लांट लग जाएगा। इससे करीब 200 यूनिट बिजली पैदा होगी। मध्यम परिवार के लिए 200 यूनिट पर्याप्त माना जाता है। अगर आप 3 किलो वॉट का प्लांट लगाते हैं तो केंद्र की सब्सिडी बढ़कर 78 हजार हो जाएगी। याने केंद्र का 78 हजार और राज्य का 30 हजार मिलाकर एक लाख आठी हजार रुपए सब्सिडी हो जाएगी।
30 हजार रुपए भी बैंक से
सोलर प्लांट के लिए 90 हजार सब्सिडी मिल रही, जो बच रहा 30 हजार रुपए, वह भी बैंक से लोन मिल सकता है। भारत सरकार ने बैंकों पर प्रेशर डाल उसे मात्र 6 परसेंट ब्याज पर देने के लिए तैयार किया है। बैंकों से ऐसे लोन नौ से 10 परसेंट से कम में नहीं मिलते। मगर केंद्र के दबाव पर बैंक पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के लिए छह परसेंट ब्याज पर 10 साल के लिए ऋण दे रहे हैं। इस ऋण की मासिक किस्त लगभग 800 रुपए होगी, जो कि वर्तमान में 400 यूनिट पर देय औसत बिजली बिल 1000 रुपए से भी कम है।
मुफ्त बिजली कैसे?
400 यूनिट तक औसत खपत करने वाले उपभोक्ताओं का बिजली बिल आमतौर पर 1000 से अधिक होता है, जो सोलर प्लांट की स्थापना के बाद लगभग शून्य हो जाएगा। इस प्रकार के उपभोक्ता हॉफ बिजली बिल योजना से “मुफ्त बिजली बिल” योजना की ओर अग्रसर होंगे, और दीर्घकालिक बचत प्राप्त करेंगे।
ग्राहक से लोग बन जाएंगे बिजली निर्माता
रूफटॉप सोलर प्लांट स्थापित करने वाले उपभोक्ता अपनी छत पर उत्पादित बिजली का उपयोग करने के साथ-साथ शेष बिजली को ग्रिड में प्रवाहित कर अतिरिक्त आय भी अर्जित कर सकेंगे। इस प्रकार, उपभोक्ता अपने मासिक बिजली बिल को कम करते हुए भविष्य में आत्मनिर्भर ऊर्जा उत्पादक बन सकते हैं। यह कदम न केवल आर्थिक रूप से लाभकारी है, बल्कि पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। कई बार आदमी छुट्टी में घर बंद कर बाहर जाता है, ऐसे समय में सोलर प्लांट से बनी बिजली ग्रिड में चली जाएगी, जिसका रिटर्न मिलेगा आपको।
स्पॉट रजिस्ट्रेशन
बिजली विभाग के क्षेत्रीय कार्यालयों में ऑनस्पॉट रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी इस योजना के प्रचार-प्रसार के लिए विशेष अभियान चला रही है, जिसके तहत आज प्रदेश के सात क्षेत्रीय मुख्यालयों में रूफटॉफ सोलर पॉवर प्लांट लगाने के लिए रजिस्ट्रेशन आरंभ किया गया। डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के प्रबंध निदेशक भीम सिंह कंवर ने राजधानी रायपुर के गुढ़ियारी में इस शिविर का आगाज किया। वहां 70 से अधिक आवेदकों ने पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के तहत अपने आवास में रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया।
कभी शून्य तो कभी माइनस आता है बिजली बिल
राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री सूर्य घर रू मुफ्त बिजली योजना जिले के हितग्राहियों के लिए बड़ी राहत साबित हो रही है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य आवासीय घरों को सौर ऊर्जा से आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना के तहत 5 किलोवाट तक के सोलर रूफटॉप सिस्टम पर केंद्र सरकार द्वारा 78 हजार रुपए और राज्य सरकार द्वारा 30 हजार रुपए की सब्सिडी दी जाती है।
अब तक महासमुंद जिले में 319 घरों में सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित हो चुके हैं और 230 हितग्राहियों को सब्सिडी का लाभ मिल चुका है। इससे अक्षय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा तो मिल ही रहा है, साथ ही ऊर्जा आत्मनिर्भरता और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी बड़ा कदम साबित हो रहा है।
महासमुंद जिला मुख्यालय के पुराने रावणभांटा निवासी श्री नाथूराम साहू ने भी इस योजना का लाभ उठाया है। उन्होंने अपने घर की छत पर 5 किलोवाट क्षमता का सौर पैनल सिस्टम स्थापित कराया है। श्री साहू ने बताया कि फैक्ट्री और बड़ी दुकानों में सोलर पैनल देखकर उन्हें प्रेरणा मिली और 6 माह पूर्व योजना के लिए आवेदन किया। पंजीकृत वेंडर के माध्यम से सिस्टम लगाने के बाद उनका बिजली बिल अब कभी शून्य तो कभी माइनस में आता है। उन्होंने कहा कि इस योजना से हर महीने 3 से 4 हजार रुपये की बचत हो रही है। यह आम जनता के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। हर परिवार को इसका लाभ लेना चाहिए, जिससे न केवल बिजली खर्च में कमी आती है बल्कि आर्थिक स्थिति भी सुधर रही है। साथ ही पर्यावरण की भी रक्षा हो रही है।
योगेंद्र सिंह साहू का घर हो रहा रोशन
प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना ने आम नागरिकों के जीवन को नई दिशा दी है। अब लोग अपने घर की छतों पर सौर ऊर्जा से बिजली उत्पन्न कर न सिर्फ घरेलू जरूरतें पूरी कर रहे हैं, बल्कि अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में भेजकर आय का साधन भी बना रहे हैं। इस योजना ने उपभोक्ताओं पर बिजली बिल का बोझ कम कर आर्थिक बचत और पर्यावरण संरक्षण दोनों का मार्ग प्रशस्त किया है।
जांजगीर के हसदेव विहार कालोनी के निवासी श्री योगेंद्र सिंह साहू प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के लाभार्थियों में से एक हैं। उन्होंने अपने घर की छत पर 3 किलोवाट क्षमता का सोलर सिस्टम स्थापित किया है। इसके लिए उन्हें शासन से सब्सिडी भी प्राप्त हुई। श्री साहू बताते हैं कि पहले हर महीने उनका बिजली बिल 4 हजार से 5 हजार रुपए तक आता था, जिससे परिवार का बजट प्रभावित होता था। लेकिन सोलर सिस्टम लगने के बाद से उनका बिजली बिल पूरी तरह शून्य हो गया है।
प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के अंतर्गत उपभोक्ताओं को कम ब्याज दर पर ऋण और सब्सिडी प्रदान की जा रही है। श्री योगेन्द्र सिंह साहू ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह योजना वास्तव में दूरदर्शी और आम जनता के लिए उपयोगी साबित हो रही है। उन्होंने अन्य नागरिकों से भी इस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील की।
रमेश साहू का बिजली बिल हुआ शून्य
सरकार की प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना अब उपभोक्ताओं की जिंदगी में बड़ा बदलाव ला रही है। प्रदेश के बिजली उपभोक्ता इस योजना का लाभ लेने आगे आ रहे हैं। ऐसे ही बिलासपुर जिले के ग्राम कोनी के निवासी श्री रमेश साहू ने अपने घर की छत पर 3 किलोवाट का सोलर पैनल लगवाया है। इसके बाद उनका बिजली बिल शून्य हो गया है।इस अभिनव योजना के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री का आभार जताया है।
कोनी में रहने वाले श्री रमेश साहू बताते हैं कि उनके घर पर बिजली की खपत काफी अधिक थी प्रतिमाह आने वाले बिजली के बिल से उन्हें बड़ा आर्थिक भार झेलना पड़ता था। सूर्यघर योजना के बारे में जानकारी मिलने पर उन्होंने 3 किलोवाट का सोलर पैनल लगवाया जिसकी लागत करीब दो लाख रुपए थी। इस प्लांट पर उन्हें केन्द्र सरकार से 78 हजार रुपये की सब्सिडी मिल चुकी है, जबकि राज्य सरकार से मिलने वाली 30 हजार रुपये की सब्सिडी भी शीघ्र मिलने वाली है। उन्होंने कहा कि अब उन्हें बिजली बिल की चिंता से मुक्ति मिल गई है।अब उन्हें किसी तरह का बिल नहीं भरना पड़ रहा। एक बार निवेश करने पर 25 वर्षों तक बिजली आपूर्ति सुनिश्चित होती है और इस पर कोई विशेष मेंटेनेंस खर्च भी नहीं है। उन्होंने बताया कि अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में सप्लाई कर आय अर्जित करने का अवसर भी मिलता है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण और ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में यह योजना बड़ा कदम है। श्री साहू ने आम नागरिकों से अपील की कि वे भी इस योजना का लाभ उठाएं और सौर ऊर्जा को अपनाकर बिजली के मामले में आत्मनिर्भर बनें।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना के तहत सोलर पैनल लगवाने पर केन्द्र सरकार से 78 हजार रुपये तक सब्सिडी और राज्य सरकार से 30 हजार रुपये तक सब्सिडी दी जा रही है। साथ ही सरकार 300 यूनिट प्रतिमाह मुफ्त बिजली प्रदान कर रही है। योजना में घर की छत पर सोलर पैनल लगाने की सुविधा मिलती है जिससे बनने वाली खपत से अतिरिक्त बिजली ग्रिड में देकर बिजली उत्पादक भी बना जा सकता है। योजना के तहत ऋण का भी प्रावधान है जिसमें एक बार निवेश पर 25 वर्षों तक मुफ्त और सतत बिजली पाई जा सकती है।