मजबूत हो रही स्वस्थ, समर्थ और सशक्त पीढ़ी की नींव... CM विष्णुदेव की पहल पर प्रदेश भर में चलाया जा रहा स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान...

CM Vishnudeo: महिलाओं के स्वास्थ्य को केंद्र में रखकर चलाया गया यह कार्यक्रम सम्पूर्ण परिवार की सशक्तता और समग्र स्वास्थ्य सुधार की दिशा में उल्लेखनीय भूमिका निभा रहा है। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य किशोरियों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना तथा एक स्वस्थ, समर्थ और सशक्त पीढ़ी की नींव को मजबूत करना है

Update: 2025-10-30 15:29 GMT

CM Vishnudeo: रायपुर। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मार्गदर्शन में संचालित ‘‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान’’के अंतर्गत “स्वस्थ किशोरी, सशक्त भविष्य” थीम पर प्रदेशभर में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। यह अभियान राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग की एक महत्वपूर्ण पहल है, जो दूरस्थ और आदिवासी बहुल क्षेत्रों में रह रहे समुदायों तक मूलभूत स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने की दिशा में एक प्रभावशाली कदम है।

महिलाओं के स्वास्थ्य को केंद्र में रखकर चलाया गया यह कार्यक्रम सम्पूर्ण परिवार की सशक्तता और समग्र स्वास्थ्य सुधार की दिशा में उल्लेखनीय भूमिका निभा रहा है। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य किशोरियों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना तथा एक स्वस्थ, समर्थ और सशक्त पीढ़ी की नींव को मजबूत करना है। प्रदेश के सभी जिलों में शासकीय विद्यालयों, छात्रावासों एवं समुदाय स्तर पर माहवारी स्वच्छता, पोषण, एनीमिया और संपूर्ण स्वास्थ्य जीवनशैली से जुड़े विषयों पर विशेष सत्र आयोजित किए गए। इन सत्रों में स्वास्थ्य विशेषज्ञों, शिक्षकों तथा चिकित्सा अधिकारियों द्वारा किशोरियों से संवाद कर उन्हें सही जानकारी उपलब्ध कराई गई। जनजातीय बहुल क्षेत्रों में स्थित छात्रावासों और विद्यालयों में विशेष रूप से सहभागिता-आधारित गतिविधियाँ आयोजित की गईं।

स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रमों की श्रृंखला में किशोरी बालिकाओं की हीमोग्लोबिन जांच की गई तथा गर्भवती माताओं एवं किशोरियों को एनीमिया की रोकथाम संबंधी जानकारी प्रदान की गई। माहवारी स्वच्छता पर विशेष परामर्श सत्रों के साथ सेनेटरी पैड का निःशुल्क वितरण किया गया। यह अभियान न केवल किशोरियों के स्वास्थ्य और सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, बल्कि यह “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” की संकल्पना को साकार करने का एक सशक्त माध्यम भी है।

24 ज़िलों में 85 स्वास्थ्य शिविर लगे

विशेष रूप से कमज़ोर जनजातीय समूह क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने हेतु मोबाइल मेडिकल यूनिट्स के माध्यम से व्यापक स्तर पर सेवाएं प्रदान की गई, जिसमें राज्य के 24 ज़िलों में कुल 85 स्वास्थ्य शिविरों का संचालन किया गया। प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों में 51 मोबाइल मेडिकल यूनिट्स की सक्रिय भागीदारी से पिछड़ी जनजातीय समूह के 1,815 सहित कुल 7,825 लोगों ने स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाया।

दूरस्थ अंचलों में बसे जनजातीय समुदायों को ध्यान में रखते हुए इन शिविरों में विशेषज्ञ चिकित्सकों और प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा समग्र स्वास्थ्य जांच एवं परामर्श सेवाएँ प्रदान की गईं। सेवाओं के अंतर्गत सामान्य ओपीडी उपचार के अंतर्गत 2,118 लोगों का इलाज किया गया, वहीं 1,020 लोगों की हाईपरटेंशन (बीपी) जांच और 1108 लोगों की मधुमेह स्क्रीनिंग की गई। महिलाओं के स्वास्थ्य को केंद्र में रखते हुए एनीमिया की जांच 878 महिलाओं में की गई, जबकि मातृत्व सेवाओं के तहत 260 महिलाओं की एएनसी/पीएनसी जांच की गई। साथ ही, 210 मलेरिया, 340 सिकल सेल, और 112 टीबी जांचें की गईं। कैंसर स्क्रीनिंग (मुख, स्तन व ग्रीवा) के माध्यम से 150 महिलाओं की जांच की गई। बच्चों को टीकाकरण सेवाएं भी दी गईं, जिससे 185 बच्चों को लाभ मिला, जबकि परिवार नियोजन सेवाओं का लाभ 145 महिलाओं ने उठाया। मानसिक स्वास्थ्य परामर्श के तहत 80 लोगों को परामर्श दिया गया और आयुष एवं वेलनेस सेवाओं से 60 लोगों को लाभ मिला।

जशपुर बनेगा स्वास्थ्य सुविधाओं का हब

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने स्वास्थ्य को प्राथमिकता क्रम में हमेशा शीर्ष पर रखा है। उनके नेतृत्व में जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए कई ऐसे महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं, जिससे आने वाले समय में जशपुर जिले में न केवल आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध रहेगी, बल्कि यहाँ स्वास्थ्य शिक्षा का भी एक बड़ा केंद्र बनकर उभरेगा। इसी परिप्रेक्ष्य में कलेक्टरेट के समीप एनटीपीसी लारा के सीएसआर मद से 35.53 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित हो रहे स्वर्गीय जगदेव राम उरांव कल्याण आश्रम धर्मार्थ चिकित्सालय का नवीन भवन तेज़ी से आकार ले रहा है।

छह मंजिला बनने वाला जगदेव राम उरांव कल्याण आश्रम धर्मार्थ चिकित्सालय 100 बिस्तरों की क्षमता वाला होगा। यहाँ 15 ओपीडी, आईसीयू, 4 आधुनिक ऑपरेशन थिएटर, फिजियोथेरेपी सेंटर, पैथोलॉजी लैब, सीटी स्कैन, एमआरआई, डायलिसिस यूनिट, एक्स-रे, ईसीजी और इमरजेंसी वार्ड जैसी अत्याधुनिक सुविधाएँ उपलब्ध होंगी। मरीजों की सुविधा के लिए लिफ्ट और रैंप का भी निर्माण किया जाएगा। मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं का तेजी से विस्तार हो रहा है। हाल ही में कुनकुरी ब्लॉक अंतर्गत गिनाबहार में 8 करोड़ 77 लाख रुपये की लागत के 50 बिस्तरीय मातृ-शिशु चिकित्सालय का निर्माण कार्य प्रारंभ हो चुका है।

इसके अतिरिक्त जिले में मेडिकल कॉलेज, प्राकृतिक चिकित्सा एवं फिजियोथेरेपी केंद्र, शासकीय नर्सिंग कॉलेज और शासकीय फिजियोथेरेपी कॉलेज का भी निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही जिले के ग्रामीण अंचलों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच सुनिश्चित करने के लिए आधा दर्जन नए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की स्वीकृति दी गई है और 11 अतिरिक्त एम्बुलेंस की व्यवस्था भी की गई है।

रायपुर जिले में 1.19 लाख से अधिक लोगों की हुई स्वास्थ्य जांच

महिलाओं एवं परिवारों को समग्र स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” अभियान का आयोजन 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक रायपुर जिले में किया गया। यह अभियान भारत सरकार के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देशानुसार और कलेक्टर डॉ गौरव सिंह के मार्गदर्शन में हुआ।

अभियान के दौरान जिले के चार ब्लॉकों एवं शहरी क्षेत्रों को मिलाकर कुल 2,426 स्वास्थ्य शिविर एवं 210 विशेषज्ञ शिविर आयोजित किए गए, जिनमें कुल 1,19,791 नागरिकों की स्वास्थ्य जांच की गई। इस दौरान बीपी जांच में 21,679 पुरुष एवं 31,948 महिलाओं की जांच की गई, जबकि डायबिटीज स्क्रीनिंग में 18,301 पुरुष और 27,177 महिलाएँ शामिल रहीं। कैंसर स्क्रीनिंग के अंतर्गत 13,230 लोगों की ओरल कैंसर जांच, 6,425 महिलाओं की ब्रेस्ट कैंसर जांच और 5,186 महिलाओं की सर्वाइकल कैंसर जांच की गई।

इसके अलावा 14,833 गर्भवती महिलाओं की जांच, 9,178 एनीमिया जांच, तथा 7,391 बच्चों का टीकाकरण किया गया। 19,186 बच्चों को पोषण संबंधी परामर्श प्रदान किया गया। किशोरियों में मासिक धर्म स्वच्छता को लेकर 8,158 बालिकाओं को शिक्षित किया गया। टीबी जांच में 5,192 लोगों की स्क्रीनिंग की गई, जिनमें से 726 “निश्चय मित्र” पंजीकृत हुए जो टीबी मरीजों को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराएँगे। सिकल सेल स्क्रीनिंग के तहत 5,920 लोगों की जांच की गई और 740 लाभार्थियों को सिकल सेल कार्ड वितरित किए गए।

अभियान के दौरान विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों के अंतर्गत 47,453 लोगों को काउंसलिंग दी गई, जबकि 869 लोगों के पीएम-जय एवं वय वंदना कार्ड बनाए गए। इस अभियान में किशोरियों से लेकर वृद्ध महिलाओं तक ने सक्रिय भागीदारी की, वहीं पुरुषों ने भी बड़ी संख्या में स्वास्थ्य जांच कराई।



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