राज्योत्सव में जैव विविधता और औषधि पौधों की मिल रही है जानकारियां, वन विभाग का स्टॉल बना आकर्षण का केंद्र...
वन्यप्राणी प्रभाग के द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य में बाघों की संख्या, वन्यजीव संरक्षण के लिए वन विभाग द्वारा किए जा रहे प्रयासों के संबंध में वीडियो, मानव-वन्यप्राणी सह अस्तित्व के संबंध में प्रतिरूप तथा एक आकर्षक सेल्फी पॉइंट बनाया गया है
रायपुर। विभाग के स्टॉल में जैव विविधता बोर्ड के द्वारा यहां आने वाले लोगों को छत्तीसगढ़ राज्य के जैव विविधता से संबंधित पुस्तकों एवम् पारंपरिक वैद्य (सिहावा नगरी के) द्वारा तैयार किए गए आयुर्वेदिक दवाइयों की जानकारी दी जा रही है।
नया रायपुर स्थित डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी उद्योग एवं व्यापार परिसर में आयोजित तीन दिवसीय राज्योत्सव में वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग का स्टॉल लोगों के आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है।
वन्यप्राणी प्रभाग के द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य में बाघों की संख्या, वन्यजीव संरक्षण के लिए वन विभाग द्वारा किए जा रहे प्रयासों के संबंध में वीडियो, मानव-वन्यप्राणी सह अस्तित्व के संबंध में प्रतिरूप तथा एक आकर्षक सेल्फी पॉइंट बनाया गया है। संजीवनी स्टाल में छत्तीसगढ़ लघु वनोपज संघ के द्वारा बनाये जा रहे विभिन्न प्रकार के हर्बल एवं खाद्य उत्पादों को प्रदर्शित एवं विक्रय किया जा रहा है। वन विभाग के द्वारा चलाए जा रहे इकोटूरिज्म एवं रोजगार मूलक कार्याे एवं देवगुड़ी को प्रदर्शित करने हेतु एक प्रतिरूप का निर्माण किया गया है।
छत्तीसगढ़ आदिवासी स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधि पादप बोर्ड के द्वारा वनों में पाए जाने के विभिन्न प्रकार के औषधीय पौधों एवं उनके गुण एवं उनकी कृषिकरण संबंधित जानकारी प्रदर्शित की गई है। इसी तरह संयुक्त वन प्रबंधन के द्वारा वनवासियों को स्वरोजगार हेतु प्रेरित करने के लिए बनाये गए स्टाल में विभिन्न वन प्रबंधन समितियों के द्वारा बनाये गए उत्पाद जैसे सीताफल आइसक्रीम, रबड़ी, जामुन जूस, विष्णुभोग चावल इत्यादि को प्रदर्शन एवं विक्रय हेतु उपलब्ध कराया गया है।