CM Vishnudeo Sai: अफसरशाही से साल के पहले दिन जब CM विष्णुदेव ने कह दी कड़वी बात, बगले झांकने लगे अफसर...
CM Vishnudeo Sai: छत्तीसगढ़ की अफसरशाही के लिए साल-2025 का पहला दिन बहुत अच्छा नहीं रहा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने संबोधन की शुरूआत में ऐसी खड़ी-खड़ी बातें कह दी कि अफसर असहज होकर लगे नजरें चुराने। दरअसल, मुख्यमंत्री के शब्दों में तल्खी इसलिए थी कि सचिवालय के अफसर बातों को नजरअंदाज कर दे रहे हैं। उन्होंने 15 अगस्त को ई-आफिस का उद्घाटन किया था। चार महीने हो गए, उस दिशा में एक कदम काम आगे नहीं बढ़ा है। सरकार ने आफिसों में बायोमेट्रिक अटेंडेंस लगाने कहा था। मगर मंत्रालय में ही लागू नहीं हो रहा तो दूसरे विभागों से कैसे उम्मीद की जा सकती है।
CM Vishnudeo Sai: रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कल साल-2025 के पहले दिन मंत्रालय में सचिवों और विभागाध्यक्षों की बैठक ली। राज्य बनने के बाद यह पहला मौका था, जब मुख्यमंत्री साल के पहले ही दिन अफसरों की बैठक ले रहे थे।
बैठक में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, डीजीपी अशोक जुनेजा, पीसीसीएफ श्रीनिवास राव समेत मंत्रालय के सचिव और विभागाध्यक्ष मौजूद थे। मुख्यमंत्री सचिवालय भी इस बैठक में प्रभावी भूमिका में था। मुख्यमंत्री के एक तरफ मुख्य सचिव अमिताभ जैन थे, तो दूसरी तरफ प्रमुख सचिव सुबोध सिंह। छत्तीसगढ़ में छह साल बाद मुख्यमंत्री सचिवालय फिर सक्रिय दिखा।
टाईमिंग पर सवाल
सीएम ने बैठक की शुरूआत की अफसरों की टाईमिंग को लेकर। उन्होंने नए साल की बधाई दी। इसके बाद जो उन्होंने कहा कि नए साल में सभी अफसरों को टाईम पर आना चाहिए। उन्होंने बिना लाग लपेट के यह भी कह डाला कि हफ्ते में पांच दिन काम होता है...दो दिन छुट्टी रहती है...आपलोग पांच दिन तो ठीक से काम कर लें।
ब्यूरोक्रेसी के लिए बड़ी बात
मुख्यमंत्री विष्णुदेव के इस बात को अगर हल्के में लेकर उड़ा दें तो फिर कोई बात नहीं। मगर अगर अफसरशाही गंभीरता से ले तो बड़ी बात है। स्कूलों में बच्चों को टाईम से आने की नसीहत दी जाती है। बाबू या निचले अधिकारियों को भी इसके लिए टोका जाए तो एक बार चलेगा। मगर मंत्रालय में बैठने वाले सरकार के बड़े-बड़े अफसरों को अगर ऑफिस आने के टाईम को लेकर मुख्यमंत्री को बोलना पड़ रहा है तो वाकई चिंता की बात है।
ढिलाई बर्दाश्त नहीं
मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा कि प्रशासनिक काम-काज में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी से लेकर निचले स्तर तक के अधिकारी-कर्मचारी समय पर कार्यालय आएं और पूरी मुस्तैदी से अपने दायित्वों का निर्वहन करें। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि विकसित छत्तीसगढ़ के लक्ष्य को हासिल करने के लिए हम सभी को टीम भावना के साथ काम करना होगा।
ई-ऑफिस अनिवार्य
मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि वर्ष 2024 में हमने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की प्रमुख गारंटियों को पूरा किया है। वर्ष 2025 छत्तीसगढ़ का रजत जयंती वर्ष है। रजत जयंती वर्ष का छत्तीसगढ़ के लिए विशेष महत्व है, इसलिए बहुत उत्साह से निष्ठापूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करें। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को विशेष अभियान संचालित कर लंबित फाइलों को तत्परता से निराकृत करने की हिदायत दी। उन्होंने मंत्रालय सहित सभी ऑफिसों में ई-ऑफिस की व्यवस्था को सुचारू रूप से लागू करने के निर्देश दिए।
हर महीने रिव्यू
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि वे स्वयं सभी विभागों के कार्यों की समीक्षा करेंगे। उन्होंने सभी विभागीय सचिवों को अपने विभाग की नियमित समीक्षा करने के निर्देश देते हुए कहा कि हर महीने वर्चुअल समीक्षा के साथ ही हर 3 महीने में भौतिक समीक्षा भी की जाए। साथ ही बड़ी योजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही समस्याओं का समयबद्ध निराकरण करने का प्रयास करें और मुख्य सचिव तथा प्रमुख सचिव को अवगत कराएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आम आदमी की समस्याओं का समय पर निराकरण होना जरूरी है।
कानून-व्यवस्था पर चिंता
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति मजबूत होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विगत एक साल में हमने नक्सल मोर्चे पर बड़ी कामयाबी पाई है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति स्थापित करने में हम कामयाब हुए हैं। शासन की योजनाओं को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों तक ले जाने की आवश्यकता है।
प्रभारी सचिव करेंगे जिलों का दौरा
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलों के प्रभारी सचिव हर 2 महीने में जिलों का दौरा करें। इस दौरान वे जिले के अंदरूनी क्षेत्रों में जाएं और फील्ड की जानकारी लें, तभी जमीनी स्तर पर योजनाओं के क्रियान्वयन की वास्तविक स्थिति पता चलेगी। उन्होंने प्रभारी सचिवों को अपने जिले के भ्रमण के दौरान वहां की स्थिति के के सम्बन्ध में मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव अनिवार्य रूप से अवगत कराने के निर्देश दिए।
ट्रैफिक और नशा मुक्ति
मुख्यमंत्री ने जिलों में भी प्रशासनिक कसावट का विशेष ख्याल रखने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि ट्रैफिक व्यवस्था पर भी बहुत ध्यान दिए जाने की जरूरत है। आजकल बहुत सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। अभियान चला कर सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम का पुख्ता प्रबंध किया जाना चाहिए ताकि इसमें कमी लायी जा सके। छत्तीसगढ़ में अन्य राज्यों से नशे की सामग्रियों की तस्करी न होने पाए, इस पर कड़ाई से रोक लगाने की जरूरत है। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि पिछले एक वर्ष में नशे के अवैध कारोबार की रोकथाम के लिए अच्छा प्रयास किया गया है, इसमें और तेजी लाने की जरूरत है।