Chhattisgarh Teacher Transfer: शिक्षकों के ट्रांसफर के लिए दलाल सक्रिय, एक ट्रांसफर के लिए डेढ़-से-दो लाख रुपए वसूल रहे, अफसरों ने कहा...
Chhattisgarh Teacher Transfer: लोकसभा चुनाव 2024 के समापन की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है छत्तीसगढ़ में शिक्षकों के ट्रांसफर की अटकलों और वसूली का दौर शुरू हो गया है। आचार संहिता प्रभावशील होने से पहले समन्वय में 3000 शिक्षकों की फाइलें भेजी गई थी, उसको लेकर सर्वाधिक उत्सुकता है।
Chhattisgarh Teacher Transfer: रायपुर। 4 जून को लोकसभा चुनाव 2024 की काउंटिंग के साथ ही ढाई महीने से प्रभावशील आचार संहिता समाप्त हो जाएगा। छत्तीसगढ़ में रायपुर लोकसभा सीट से स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल भी चुनावी मैदान में हैं और उनकी जीत में कोई संशय भी नहीं है। बृजमोहन छत्तीसगढ़ के काफी सीनियर और जनाधार वाले नेता है। सो, उनकी जीत से अधिक लोगों में उत्सुकता इस बात को लेकर है कि वे कितने लीड से चुनाव जीत रहे हैं...देश में लीड के मामले में बृजमोहन की स्थिति क्या रहेगी?
शिक्षकों की बड़ी लिस्ट?
बहरहाल, आचार संहिता समाप्त होने के साथ ही शिक्षकों के ट्रांसफर की अटकलें भी शुरू हो गई है। दरअसल, स्कूल शिक्षा विभाग के माफिया और दलाल यह फैलाने में लगे हैं कि स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल की मंत्रिमंडल से विदाई के साथ ही शिक्षकों के ट्रांसफर की एक बड़ी लिस्ट निकलेगी। इसमें सहायक शिक्षक, शिक्षक, व्याख्याता, समग्र शिक्षा में परियोजना अधिकारियों की बड़ी लिस्ट निकलेगी।
3000 शिक्षकों की फाइल समन्वय में
बता दें, लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लगने से पहले स्कूल शिक्ष़्ा विभाग ने डीईओ, बीईओ, एपीओ के साथ ही 3000 शिक्षकों के ट्रांसफर की फाइल समन्वय में भेजी गई थी। मुख्यमंत्री समन्वय के हेड होते हैं। समन्वय में अनुमोदन के बाद बीईओ, डीईओ की फाइलें तो अनुमोदित हो गई मगर शिक्षकों को अनुमोदित करने पर ब्रेक लगा दिया गया। स्कूल शिक्षा विभाग के दलाल इन 3000 शिक्षकों को गुमराह कर रहे हैं कि 4 जून के बाद किसी भी दिन ट्रांसफर हो जाएगा। इसके साथ और शिक्षकों से भी प्रति ट्रांसफशर डेढ़ से लेकर दो लाख रुपए तक वसूल रहे कि एक साथ सभी का ट्रांसफर हो जाएगा।
अफसरों ने कहा, नो ट्रांसफर
इधर, एनपीजी न्यूज ने इस संबंध में जिम्मेदार अधिकारियों से बात की। अफसरों ने बताया कि आचार संहिता के तुरंत बाद कोई ट्रांसफर नहीं किए जाएंगे। अगर ऐसा फैलाया जा रहा तो ये गलत है।