Chhattisgarh News: DPI की लापरवाही से स्कूल शिक्षा विभाग के लिए गले का फांस बना शिक्षकों का 642 पद, पढ़िए क्या है मामला

Chhattisgarh News: शिक्षक भर्ती के लिए 12489 पदों का स्कूल शिक्षा विभाग ने विज्ञापन निकाला था। मगर शिक्षक ई यानी एजुकेशन में डीपीआई आफिस के अफसरों ने बड़ी चूक कर दी, जिससे विभाग को अब उगलते बन रहा और न निगलते।

Update: 2024-01-23 03:58 GMT
Chhattisgarh News: DPI की लापरवाही से स्कूल शिक्षा विभाग के लिए गले का फांस बना शिक्षकों का 642 पद, पढ़िए क्या है मामला
  • whatsapp icon

Chhattisgarh News: रायपुर। छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार ने बस्तर और सरगुजा संभाग के स्कूलों के स्कूलों के लिए शिक्षकों के 12489 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया था। इनमें से अधिकांश पदों पर भर्तियां कंप्लीट कर ली गई है। सिर्फ शिक्षक ई याने एजुकेशन का 642 पद रिक्त है। ये अपने आप में आश्चर्यजनक है कि एजुकेशन के पद खाली कैसे रह गए। इस पर कोई विश्वास भी नहीं करेगा। क्योंकि, सर्वाधिक मारामारी एजुकेशन में रहती है। पढ़े लिखे एलिजबल लोग मैदानी इलाकों में ही रहते हैं। बावजूद इसके शिक्षक ई के पद खाली रह गए तो इसके पीछे अफसरों की गंभीर लापरवाही है। और इस लापरवाही को ढकने के लिए डीपीआई ऑफिस अब इन पदों को शिक्षक टी यानी ट्राइबल में परिवर्तित कर भरना चाहता है। वजह यह कि ट्राइबल में काफी पद खाली है। वहां योग्य कंडीडेट नहीं मिल सके।

अब बात इस पर कि ये गफलत हुआ कैसे कि एजुकेशन के 642 पद भर नहीं पाए। दरअसल, इसके बाद डीपीआई ऑफिस के अधिकारियों की गलती है। एजुकेशन के पद की गिनती में चूक हो गई। 642 पद अधिक जोड़ दिया, जबकि, इतना खाली ही नहीं था। अब जब पद ही नहीं तो भर्ती कैसे करें, तो डीपीआई ऑफिस स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल से अनुमति मांगा है कि क्यों न इन पदों को ट्राइबल में परिवर्तित कर भर्ती कर दी जाए। जाहिर है, इसके पीछे अपनी गर्दन बचाने की कवायद है। हालांकि, मंत्री बृजमोहन ने यह नोट लिखकर डीपीआई के अफसरों को से यह पूछ लिया है कि एक ही संवर्ग में भर्ती क्यों नहीं की जा सकती। अफसरों को कोई जवाब नहीं सूझ रहा। बहरहाल, यह मामला उलझता जा रहा है। पढ़िए स्कूल शिक्षा विभाग का डीपीआई को लिखा पत्र...




 



Tags:    

Similar News