Chhattisgarh: आपके दफ्तर में बहुत भ्रष्टाचार हो रहा है...ACB का अफसर बताकर पासपोर्ट अधिकारियों से 5 लाख की ठगी...

Chhattisgarh: पुलिस ने एक ऐसे शातिर ठग को पकड़ा है, जो खुद को एसीबी का फर्जी अफसर बताकर धोखाधड़ी करता था। रायपुर स्थित पासपोर्ट ऑफिस में बैठे अफसरों पर भ्रष्टाचार का आरोप और जेल जाने का डर बताकर 5 लाख की ठगी की थी।

Update: 2024-10-15 16:09 GMT

रायपुर। इस आफिस में बहुत भ्रष्टाचार है, आफिस के लोग बहुत भ्रष्ट है और ये सब का प्रमाण उसके पास उपलब्ध है। मैं आप सभी को अरेस्ट करने आया हूँ...और फिर फर्जी एसीबी अफसर ने पांच लाख की ठगी कर ली। ये पूरा मामला राजधानी के सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है। पासपोर्ट अधिकारी ने धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी। 

दरअसल, पीड़ित अभिजीत दत्ता रायपुर निवासी ने 14 अक्टूबर को रिपोर्ट दर्ज कराया कि यह पासपोर्ट कार्यालय में वरिष्ठ पासपोर्ट सहायक के पद पर पदस्थ है और पीएसके श्याम प्लाजा पंडरी में उनका दफ्तर है। 19 सितम्बर 2024 को एक अज्ञात व्यक्ति पासपोर्ट कार्यालय श्याम प्लाजा में टीसीएस अधिकारी के पास आकर बताया कि वह नागपुर में एसीबी का अधिकारी है और पीएस के के इंचार्ज से मिलवाने की बात कहा। इस पर टीसीएस अधिकारी द्वारा उसे पीएसके के इंचार्ज के पास ले गये। दोनो के मध्य कुछ देर बातचीत होने के उपरांत उस व्यक्ति द्वारा अपना आईकार्ड दिखाया जिसमें एसीबी लिखा हुआ था और पुलिस के कदकाठी का भी लग रहा था।

कुछ देर बाद पीएसके के इंचार्ज ने प्रार्थी को अपने केबिन में बुलाया जहां उस अज्ञात व्यक्ति के द्वारा इस आफिस में बहुत भ्रष्टाचार है, आफिस के लोग बहुत भ्रष्ट है और ये सब का प्रमाण उसके पास उपलब्ध है। मैं आप सभी को अरेस्ट करने आया हूँ और उक्त कार्रवाई से बचाने तथा नौकरी व छवि खराब करने का भय दिखाकर 10 लाख रूपये की मांग कर 5 लाख रूपये की धोखाधड़ी कर फरार हो गया।

बाद में पता चला कि उस अज्ञात व्यक्ति का वास्तविक नाम प्रभात शर्मा है और वह एसीबी का अधिकारी नहीं है। जिस पर पीड़ित के रिपोर्ट पर थाना सिविल लाइन में अपराध क्रमांक 539/2024 धारा 204, 205, 308, 318(4), 319(2) बीएनएस दर्ज कर विवेचना में लिया गया।

प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी संतोष सिंह ने आरोपी को तत्काल गिरफ्तार करने के निर्देश सिविल लाइन टीआई रोहित माँलेकर को दिये। थाना सिविल लाईन पुलिस टीम द्वारा घटना के संबंध में प्रार्थी सहित आसपास के लोगों से विस्तृत पूछताछ करते हुए आरोपी की पतासाजी करना शुरू किया गया। साथ ही आरोपी की तलाश के लिए मुखबिर भी लगाये गये।

इसी दौरान टीम के सदस्यों आरोपी के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी मिली, जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा आरोपी प्रभात शर्मा को पकड़कर घटना के संबंध में कड़ाई से पूछताछ करने पर घटना को अंजाम देना स्वीकार किया। आरोपी के कब्जे से धोखाधड़ी रकम 1,50,000 रूपये नगद, आईडी कार्ड, सोफा, कार वाहन, 1 नग मोबाइल फोन एवं अन्य सामान कुल जुमला लगभग 5 लाख रूपये जब्त किया गया।

गिरफ्तार आरोपी

प्रभात शर्मा पिता स्व. नरेन्द्र शर्मा उम्र 58 साल पता प्लाट नंबर 9, स्ट्रीट नंबर 11, पंचशील, ए सेक्टर, थाना पदमनाभपुर, बोरसी, जिला दुर्ग।

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