CGDF प्रतिनिधिमंडल ने स्वास्थ्य मंत्री से की दो प्रमुख मांगें रखीं, मंत्री ने कार्रवाई का दिया आश्वासन
CGDF के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के माननीय स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जयसवाल से भेंट करके ज्ञापन सौंपा
रायपुर। आज, छत्तीसगढ़ डॉक्टर्स फेडरेशन (CGDF) के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के माननीय स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जयसवाल से भेंट करके ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में स्वास्थ्य सेवाओं और सार्वजनिक हित से जुड़ी दो प्रमुख मांगें रखी गईं, जिन पर माननीय मंत्री ने त्वरित कार्यवाही का आश्वासन दिया।
ज्ञापन में रखी गई मांगें इस प्रकार हैं
1. NOC के लिए संपत्ति गिरवी रखने की अनिवार्यता समाप्त करना: CGDF ने मांग की है कि चिकित्सकों के लिए, जो उच्च शिक्षा अध्यन के लिए संपत्ति गिरवी रखने वाले नियम को शिथिल किया जाए एवं नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट' (NOC) की वर्तमान अनिवार्यता को समाप्त किया जाए।
2. स्वास्थ्य केंद्रों में 'छत्तीसगढ़ महतारी' की मूर्ति स्थापना एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम: दूसरी मांग में CGDF ने प्रस्ताव दिया है कि 1 नवंबर को राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों, जिला अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (CHC) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHC) में 'छत्तीसगढ़ महतारी' की प्रतिमाओं की स्थापना की जाए ,पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी जी का स्मरण एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए। इसका उद्देश्य स्वास्थ्य संस्थानों में एक सकारात्मक, सांस्कृतिक वातावरण का निर्माण करना और राज्य की सांस्कृतिक विरासत को सम्मान देना है।
स्वास्थ्य मंत्री ने CGDF के प्रतिनिधिमंडल द्वारा उठाए गए इन मुद्दों को गंभीरता से सुना और दोनों मांगों पर उचित कार्यवाही प्रक्रिया शुरू करने का आश्वासन दिया।
CGDF के एक प्रवक्ता डॉ गंधर्व पांडे ने कहा, "हम मंत्री द्वारा दिए गए आश्वासन का स्वागत करते हैं। हमें उम्मीद है कि इन दोनों महत्वपूर्ण मुद्दों पर शीघ्र ही सकारात्मक कार्यवाही होगी, जिससे राज्य के चिकित्सकों को लाभ मिलेगा।"