CG Teacher Transfer 2024: शिक्षकों का ट्रांसफरः युक्तियुक्तकरण के बाद काउंसलिंग के जरिये होगी 13 हजार शिक्षकों का ट्रांसफर, मिलेगी ये सहूलियत...

CG Teacher Transfer 2024: छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए स्कूलों और शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण करने जा रही है। इससे 13 हजार शिक्षके अतिशेष मिल रहे हैं।

Update: 2024-08-20 08:26 GMT

CG Teacher Transfer 2024: रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए युक्तियुक्तकरण का फैसला लिया है। इसमें शिक्षकों के साथ स्कूलों का भी युक्तियुक्तकरण किया जाएगा। स्कूल शिक्षा विभाग ने इसके लिए शेड्यूल जारी कर दिया है। 16 सितंबर तक स्कूलों का युक्तियुक्तकरण किया जाएगा। याने 16 सितंबर को इसका आदेश निकल जाएगा। वहीं, 4 अक्टूबर को शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण का आदेश जारी किया जाएगा।


युद्ध स्तर पर कार्य

स्कूलों और शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण के लिए स्कूल शिक्षा विभाग युद्ध स्तर पर कार्य कर रहा है। जिला स्तरीय और संभाग स्तरीय बैठक हो चुकी है। इसमें स्कूल शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी और डीपीआई दिव्या मिश्रा खुद मौजूद रहीं। दोनों अधिकारियों ने युक्तियुक्तकरण कार्य में लगे टीम को आवश्यक टिप्स दिए। बता दें, स्कूलों और शि़क्षकों का युक्तियुक्तकरण के लिए तहसील और जिला लेवल पर एसडीएम और कलेक्टर की अध्यक्षता में टीम बनाई गई है। मुख्यमंत्री ने भी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि किसी भी सूरत में अक्टूबर के फर्स्ट वीक तक स्कूलों और शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया समाप्त हो जाए।


13 हजार अतिशेष शिक्षक

स्कूलां और शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण से 13 हजार शिक्षक मिल रहे हैं। इस समय 7300 शिक्षकों को अतिशेष के तौर पर चिन्हित किया गया है। इनमें 90 परसेंट से अधिक शिक्षक शहर या उसके आसपास के स्कूलों में अपने जैक और पैसे के बल पर पोस्टिंग करा लिए हैं। उधर, 4077 स्कूलों के युक्तियुक्तकरण से करीब छह हजार शिक्षक एक्सट्रा हो जाएंगे। स्कूल शिक्षा विभाग को अनुमान है कि स्कूलों और शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण के बाद करीब 13 हजार शिक्षक उन्हें एक्सट्रा मिल जाएंगे। उन्हें शिक्षक विहीन 300 स्कूलों और 5500 सिंगल टीचर वाले स्कूलों में पोस्ट किया जाएगा।


ऑनलाइन काउंसलिंग

युक्तियुक्तकरण के बाद 13 हजार शिक्षकों की पोस्टिंग के लिए ऑनलाइन काउंसलिंग आयोजित की जाएगी। इसमें अतिशेष शिक्षकों को विकल्प बताकर पूछा जाएगा, आप इनमें से किस स्कूल में जाना चाहेंगे। यदि वहां जगह खाली होगी, तो उन्हें वहां भेज दिया जाएगा। अफसरों का कहना है कि इससे शिक्षक अपने सुविधा की दृष्टि से स्कूलों का चयन करने का अवसर मिलेगा। इसीलिए, ऑनलाइन काउंसलिंग सिस्टम बनाया गया है। इसमें पारदर्शिता भी रहेगी। किसी को आरोप लगाने का मौका नही मिलेगा कि हमारा वहां नहीं हुआ या फिर पैसे देकर पोस्टिंग कर दी गई।









 


 


 


 


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