CG School News: छत्तीसगढ़ के स्कूल में तंत्र-मंत्र और बलि: मचा हड़कंप, प्रिंसिपल ऑफिस के सामने भी बलि, कटा हुआ....

CG School News: छत्तीसगढ़ भिलाई बोरसी स्कूल में तंत्र-मंत्र और बलि से हड़कंप मच गया है। प्रिंसिपल आफिस के सामने बलि, कटा हुआ नींबू, नींबू के ऊपर लगा सिंदूर और आसपास सिंदूर के निशान ने सनसनी फैला दी है

Update: 2025-09-06 06:26 GMT

CG School News: भिलाई। छत्तीसगढ़ भिलाई बोरसी स्कूल में तंत्र-मंत्र और बलि से हड़कंप मच गया है। प्रिंसिपल आफिस के सामने बलि, कटा हुआ नींबू, नींबू के ऊपर लगा सिंदूर और आसपास सिंदूर के निशान ने सनसनी फैला दी है। यह सब वाकया देखकर प्राचार्य से लेकर शिक्षकों में दहशत का माहौल बन गया। किसी की शरारत कहें या फिर जानबूझकर की गई हरकत। कारण चाहे जो हो, हैरान करने वाली बात ये कि अंधविश्वास के फेर में शिक्षक ही फंसे रहे। बैगा गुनिया बुलवाया और स्कूल परिसर की पूजा कराई। शिक्षकों के अंधविश्वास को लेकर भी चर्चा छिड़ी हुई है।

छत्तीसगढ़ के भिलाई बोरसी के स्कूल में तब हड़कंप मच गया जब प्राचार्य कक्ष के सामने खून से सनी कोयल, कटा हुआ नींबू और उसमें लगा सिंदूर, यही नहीं आसपास बिखरे सिंदूर को देखकर बच्चों के साथ ही शिक्षक दहशत में आ गए। सिंदूर से कुछ अलग तरह की रेखाएं भी खींची गई थी। तंत्र-मंत्र का प्रयोग करने जैसी हरकतें नजर आ रही थी। यह सब देखकर शिक्षक भी अंधविश्वास के फेर में पड़ गए। बच्चों को समझाने बुझाने के बजाय खुद ही बैगा गुनिया के फेर में पड़ गए। बैगा बुलाया और पूजा अर्चना कराई। गंगा जल से परिसर को शुद्ध किया। तब जाकर पढ़ाई शुरू हो पाई।

बैगा से स्कूल परिसर को पवित्र कराने और तंत्र-मंत्र की बाधा को दूर कराने के बाद शिक्षकों ने घटना की जानकारी पद्मानभपुर पुलिस को दी। स्कूल पहुंची पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू किया। पुलिस को आशंका है कि यह किसी शरारती तत्वों की हरकत होगी।

दुर्ग बीईओ राजेश्वरी चन्द्राकर का कहना है कि हो ना हो यह किसी शरारती तत्वों की ही शरारत है, जो इस तरह की घटना को अंजाम दिया है। अंधविश्वास फैलाने की हरकत हो सकती है। इसके पीछे आशंका तो यही बात की है कि बच्चों और परिजनों को डराकर बच्चों को पढ़ाई के लिए स्कूल ना भेजने की हो। शिक्षकों को समझाइश दी गई है, इस तरह के अंधविश्वास में ना पड़े और स्कूल परिसर में ऐसा कोई काम ना करें जिससे बच्चों और पालकों में अनावश्यक रूप से भय का वातावरण पैदा हो। स्कूल परिसर में अध्ययन अध्यापन का पूरा माहौल बनाकर रखने की हिदायत दी गई है।


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