CG Paddy News: सहायक समिति प्रबंधक निलंबित, अवैध धान परिवहन करने वाले 4 अंतरराज्यीय कोचियों पर बड़ी कार्रवाई... 48 प्रकरण में 70 के खिलाफ कार्रवाई

CG Paddy News: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में लगातार अनुपस्थिति पर धान खरीदी केंद्र के सहायक समिति प्रबंधको सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही जिले में अवैध धान परिवहन करने वाले 70 व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई है।

Update: 2025-11-29 14:30 GMT


CG News


CG Paddy News: रायगढ़। धान खरीदी केंद्र के सहायक समिति प्रबंधक को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई लगातार अनुपस्थिति पर की गई है। वहीं, अवैध धान परिवहन मामले में भी 4 अंतरराज्यीय कोचियों पर भी बड़ी कार्रवाई की गई।

खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन कार्य की पारदर्शिता और सुचारु व्यवस्था सुनिश्चित करने जिला प्रशासन सतत् निगरानी कर रहा है। कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी के निर्देशानुसार जिले के सभी धान उपार्जन केंद्रों में जिला स्तरीय अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है, ताकि खरीदी प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो।

सहकारिता विभाग के प्रभारी उप आयुक्त ने बताया कि निरीक्षण के दौरान धान उपार्जन केंद्र मुकडेगा के सहायक समिति प्रबंधक तेलूराम सिदार लगातार अनुपस्थित पाए गए। सहकारिता विस्तार अधिकारी, विकासखंड लैलूंगा द्वारा प्रस्तुत प्रतिवेदन में भी यह पुष्टि हुई कि निरीक्षण के समय सिदार ड्यूटी पर मौजूद नहीं थे। जिला प्रशासन ने पाया कि आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित मुकडेगा (संख्या 177) के सहायक समिति प्रबंधक द्वारा धान खरीदी जैसे महत्वपूर्ण कार्य में लापरवाही, उदासीनता और जिम्मेदारीहीन व्यवहार प्रदर्शित किया जा रहा था, जिससे उपार्जन प्रक्रिया प्रभावित हो रही थी। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से सहायक समिति प्रबंधक तेलूराम सिदार को निलंबित कर दिया है।

उल्लेखनीय है कि राज्य शासन द्वारा 15 नवंबर 2025 से 31 जनवरी 2026 तक धान खरीदी कार्य में संलग्न सभी कर्मचारियों पर छत्तीसगढ़ आवश्यक सेवा संधारण एवं विच्छिन्नता निवारण अधिनियम 1979 (ESMA Act 1979) लागू किया गया है। इसके तहत किसी भी प्रकार की लापरवाही को गंभीर अनुशासनहीनता माना जाता है। कलेक्टर चतुर्वेदी ने स्पष्ट कहा है कि धान खरीदी जैसे व्यापक जनहित के कार्य में किसी भी कर्मचारी की लापरवाही स्वीकार्य नहीं है। सभी केंद्रों की मॉनिटरिंग नियमित एवं कड़ाई से जारी रहेगी, ताकि किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो और खरीदी प्रक्रिया निर्बाध रूप से संचालित हो सके।

अवैध धान परिवहन करने वाले 4 अंतरराज्यीय कोचियों पर बड़ी कार्रवाई

रायगढ़ जिले में धान के अवैध परिवहन पर नकेल कसते हुए प्रशासन ने बीती रात बड़ी कार्रवाई की गई। राज्य शासन के निर्देश पर कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी के मार्गदर्शन में घरघोड़ा एसडीएम के नेतृत्व में संयुक्त प्रशासनिक टीम ने उन सात अंदरूनी जंगल रास्तों को पूरी तरह अवरुद्ध कर दिया, जिनका उपयोग ओडिशा से छत्तीसगढ़ में धान की अवैध आवक के लिए बनाए गए थे। ये रास्ते घने जंगलों के बीच से निकलते थे और कोचियों द्वारा लाल चंदन की तस्करी की तर्ज पर गुप्त रूप से तैयार किए गए थे, जहाँ से भारी मात्रा में धान लाकर विभिन्न स्थानों में खपाने की तैयारी थी।

जिला प्रशासन रायगढ़ के अधिकारियों ने बताया कि गुप्त सूचना मिलने पर प्रशासन की टीम देर रात मौके पर पहुंची। घरघोड़ा एसडीएम दुर्गा प्रसाद अधिकारी ने जमीनी निरीक्षण कर तत्काल जेसीबी मंगवाई और सातों रास्तों की गहरी खुदाई कर उन्हें पूरी तरह बंद करा दिया, ताकि दोबारा इन मार्गों से किसी भी तरह का अवैध परिवहन न हो सके। कार्रवाई के दौरान मौके पर मौजूद चार अंतरराज्यीय कोचियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। ये लोग न केवल अवैध परिवहन में शामिल पाए गए, बल्कि पूछताछ के दौरान अधिकारियों से विवाद और शासकीय कार्य में बाधा भी उत्पन्न कर रहे थे। इस आधार पर उनके विरुद्ध भा.द.वि. की धारा 126, 135(3) और 170 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। धान परिवहन के इस नेटवर्क का खुलासा तब हुआ जब 28 नवंबर को तहसील तमनार के ग्राम बिजना में ओडिशा से धान आने की सूचना प्राप्त हुई।

कलेक्टर के निर्देश के बाद एसडीएम घरघोड़ा, तहसीलदार तमनार, थाना प्रभारी तमनार तथा कृषि विभाग की टीम ने सीमा क्षेत्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण में यह बात भी सामने आई कि ओडिशा से तमनार क्षेत्र तक धान की बड़े पैमाने पर अवैध आवाजाही के लिए सात गुप्त रास्तों का उपयोग लगातार किया जा रहा था। इन रास्तों से पहले कब-कब, कितनी मात्रा में धान लाया गया और कहां-कहां इसकी खपत की योजना थी, इन सबके संबंध में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है। प्रशासन को उम्मीद है कि पूछताछ से इस अवैध गिरोह की और परतें खुलेंगी तथा कुछ और महत्वपूर्ण सुराग हाथ आएंगे।

रायगढ़ जिले में धान के अवैध परिवहन, भंडारण और कोचियों-बिचौलियों की गतिविधियों पर प्रशासन कड़ी निगरानी रख रहा है। राजस्व, खाद्य एवं मंडी विभाग की संयुक्त टीमों द्वारा अब तक 7 हजार 579 क्विंटल अवैध धान जब्त किया जा चुका है, जबकि ऐसे मामलों में कुल 48 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। जिले में सक्रिय कोचियों और बिचौलियों का चिन्हांकन कर उनके विरुद्ध दफा 107(6) के अंतर्गत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई भी की गई है। रायगढ़, पुसौर, खरसिया, घरघोड़ा, तमनार, धरमजयगढ़, छाल, कापू, लैलूंगा और मुकडेगा इन सभी तहसीलों में मिलाकर कुल 70 व्यक्तियों पर कार्रवाई की गई है।

कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सीमा क्षेत्रों, गांवों एवं जंगलों में नियमित गश्त बढ़ाई जाए और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तत्काल जांच कर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। जिले में धान खरीदी व्यवस्था के बीच अवैध व्यापार की किसी भी संभावना को समाप्त करने के लिए प्रशासन की यह कार्रवाई एक बड़े संदेश की तरह सामने आई है।


 

Tags:    

Similar News