CG News: महादेव के बाद शिवा बुक एप की एंट्री, छत्तीसगढ़ पुलिस की रेड में 20 करोड़ का खुलासा

छत्तीसगढ़ में महादेव एप के बाद शिवा बुक ऑनलाइन सट्टा एप का खुलासा पुलिस ने किया है। ऑनलाइन सट्टा एप के संचालकों के द्वारा नागपुर में ऑफिस बना विभिन्न राज्यों में ऑनलाइन सट्टा खिला रहे थे। पुलिस ने नागपुर में दबिश देकर 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर बीस करोड़ के सट्टा के रकम के ट्रांजेक्शन का खुलासा किया है।

Update: 2025-07-11 13:22 GMT

खैरागढ़। महादेव ऑनलाइन सट्टा एप के बाद अब छत्तीसगढ़ में शिवा बुक ऑनलाइन सट्टा एप का खुलासा हुआ है। खैरागढ़ पुलिस ने ऑनलाइन सट्टेबाजी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए शिवा बुक ऑनलाइन सट्टा एप के नागपुर स्थित ब्रांच पर छापा मारकर छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से नगदी समेत करीब साढ़े छह लाख का सामान जब्त किया गया है। वहीं, सट्टेबाजी के रुपयों को इधर उधर करने में उपयोग किए गए बैंक खातों में 20 करोड़ से अधिक का ट्रांजेक्शन रिकॉर्ड सामने आया है। मामला छुईखदान थाना क्षेत्र का है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार नवपदस्थ एसपी लक्ष्य शर्मा के निर्देशन में ऑनलाइन सट्टा खेलने वालों के खिलाफ पुलिस कार्यवाही कर रही थी। इसी दौरान ऑनलाइन जुआ खेलने वाले एक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जहां से पता चला कि वह व्यक्ति शिवा बुक नामक ऑनलाइन सट्टा एप से जुआ खेलता था। एसपी लक्ष्य शर्मा ने ऑनलाइन चलने वाले शिवा बुक सट्टा एप के जड़ तक जाने के लिए और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की। एसपी के निर्देश पर छुईखदान और साइबर सेल की टीम ने टेक्नीकल जांच के बाद नागपुर में शिवा बुक ऑनलाइन एप के ठिकाने की पहचान की।

पुलिस टीम ने नागपुर में किराए के एक फ्लैट में दबिश दी। वहां से ऑनलाइन सट्टा का कारोबार चल रहा था। आरोपी मोबाइल फोन, लैपटॉप और इंटरनेट कनेक्शन के जरिए देश के अलग-अलग राज्यों में सट्टा संचालित कर रहे थे। पुलिस की टीम ने फ्लेट से क्षत्रपाल पटेल निवासी राजनांदगांव, निकुंज पन्ना व समीर बड़ा निवासी जशपुर, धनंजय सिंह, चंद्रशेखर अहिरवार और डूमेश श्रीवास निवासी दुर्ग को पकड़ लिया। इनके पास से 50 हजार रुपये, बैंक खातों में दो लाख 28 हजार रुपये, 25 मोबाइल, दो लैपटॉप, 26 एटीएम कार्ड, 19 बैंक पासबुक, 14 चेक बुक, चार वाई-फाई राउटर, आठ आधार कार्ड, एक पासपोर्ट, 11 सिम कार्ड और चार हिसाब किताब के रजिस्टर जब्त किए गए हैं।

प्राथमिक जांच में पता चला कि शिवा बुक एप के जरिए देश के अलग-अलग राज्यों में सट्टे का नेटवर्क फैला हुआ था। इस एप को दुर्ग के अंडा क्षेत्र से संचालित किया जा रहा था और नागपुर समेत अन्य स्थानों में ब्रांच बना रखे थे। बैंक खातों और यूपीआई के माध्यम से सट्टा राशि का लेनदेन किया जाता था। महादेव एप के बाद छत्तीसगढ़ की केसीजी पुलिस की यह बड़ी कार्रवाई और सफलता मानी जा रही है। पुलिस ने मामले में फरार मुख्य संचालक वेदप्रकाश जोशी निवासी अंडा, दुर्ग समेत अन्य आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। जब्त बैंक खातों को सीज कर जांच की जा रही है। सभी गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय में पेश करने कार्रवाई की जा रही है। वहीं, फरार आरोपियों की तलाश में उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।

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