CG News: 4 घंटे तक तड़पती रही गर्भवती, स्वास्थ्य केंद्र में महिला ने फर्श पर दिया बच्चे को जन्म, ड्यूटी से गायब थे डॉक्टर-नर्स, महिला ने फर्श भी किया साफ
छत्तीसगढ़ के शहर हो या फिर ग्रामीण इलाका, स्वास्थ्य सुविधाओं का बुरा हाल है। या यूं कहेें कि हेल्थ डिपार्टमेंट फर्श पर है। सिस्टम की बदहाली का आलम देखना हो ग्रामीण इलाके चले जाइए। ऐसा ही वाकया भटगांव के अस्पताल में देखने को मिला। गर्भवती मां को डिलीवरी के लिए अस्पताल पहुंचने के बाद सुविधा नहीं मिल पाई। प्रसव पीड़ा से चार घंटे तड़पती रही। सिस्टम की लापरवाही देखिए, डाक्टर से लेकर वार्ड ब्वाय सब नदारद। शर्मनाक बात ये कि गर्भवती मां को फर्श पर बच्चे को जन्म देना पड़ा।
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सरगुजा। इससे शर्मनाक बात और क्या होगी कि एक गर्भवती मां को प्रसव पीड़ा से गुजरते पूरे चार घंटे के बाद भी चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पाई। अस्पताल के फर्श पर बच्चे को जन्म देना पड़ा। यह सबसे पीड़ा दायक और शर्मनाक है। यह वाकया छत्तीसगढ़ के भटगांव के सरकारी अस्पताल में देखने को मिला। जब गर्भवती महिला डिलीवरी के लिए परिजनों के साथ पहुंची,तब अस्पताल में डॉक्टर से लेकर नर्स और वार्ड ब्वॉय सब के सब नदारद थे। चार घंटे के दर्द से तपड़ती रही। अफसोस और शर्मनाक बात ये कि ना तो चिकित्सा सुविधा मिल पाई और ना ही चिकित्सा स्टॉफ न ही महिला को चिकित्सकिय सुविधा मिल पाई और आखिरकार महिला को फर्श पर बच्चे को जन्म देना पड़ा। छत्तीसगढ़ की स्वास्थ्य सुविधाओं को सवाल उठाते हुए यूजर्स सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वीडियो वायरल कर स्वास्थ्य मंत्री से सवाल पूछ रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य विभाग की बदइंतजामी का एक और शर्मनाक मामला सामने आया है। दो दिन पहले शनिवार को सूरजपुर जिले के CHC सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भटगांव में गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा के दौरान चार घंटे तक तड़पना पड़ा। चार घंटे के इस कठिन दौर में महिला को ना तो चिकित्सा सुविधा मिल पाई और ना ही कोई स्टाफ मदद के लिए आगे आया। दर्द से बिलखती और अपने बच्चे के स्वास्थ्य की चिंता करती महिला को फर्श पर ही अपने बच्चे को जन्म देना पड़ा। शर्मनाक पहलू ये कि उसके बाद ही खुद ही फर्श को साफ भी किया। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाली को लेकर सोशल मीडिया में यह वीडियो तेजी के साथ वायरल हो रहा है।
गर्भवती महिला अपनी सास के साथ प्रसव कराने के लिए भटगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची थी। अस्पताल पूरी तरह सुना था।एक भी स्टाफ उस दौरान नजर नहीं आया। महिला इंतजार करते बैठी रही। गर्भवती महिला की सास परेशान हाल कभी अस्पताल की ओर नजर दौड़ाती तो कभी अस्पताल के बाहर सड़कों की ओर इस आस के साथ देखने लगती कि कोई स्टाफ आएगा तो सही। ना तो स्टाफ आया और ना ही चिकित्सा सुविधा ही मिल पाई। तब तक गर्भवती महिला दर्द से तड़पती रही। दर्द से बेहाल महिला ने फर्श पर ही बच्चे को जन्म दिया।