CG-मेकाहारा के मर्चुरी में कोरोना काल से पड़ी है तीन लाशे, सड़कर कंकाल हो गई, लाश की शिनाख्त के लिए न परिजन आये और ना ही अस्पताल प्रबंधन ने ली कोई सुध, अब होगा अंतिम संस्कार...

Update: 2024-03-20 14:43 GMT

रायपुर। छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल से डॉक्टरों की गंभीर लापरवाही सामने आई है। अस्पताल के मर्चुरी में पिछले चार सालों से तीन शव रखे हुए हैं, जिनकी ना तो कोई पहचान हो पाई है और ना ही इन लाशों को लेने उनके परिजन सामने आए। अब हाल ये है कि मर्चुरी में पड़े पड़े तीनों लाश सड़कर कंकाल हो गए।

इधर, ये बात जब अस्पताल से निकलकर मीडिया में आई, तब जाकर अब शवों की पहचान कर अंतिम संस्कार करने की तैयारी की जा रही है।

दरअसल, राजधानी के मेकाहारा अस्पताल में कोरोना काल के समय तीन लोगों की मौत उपचार के दौरान हुई थी। कोरना काल के समय तीनों के शव को पीपीई किट में लपेटकर मर्चुरी में रख दिया गया था। बताया जा रहा है कि कोरोना की लहर जब आई थी 2020-21 में तब ये तीनों मरीज कोरोना के उपचार के लिए यहां आए थे। उपचार के दौरान इनकी मौत हो गई थी। चुकी कोरोना की लहर से मौतों का आंकड़ा भी बढ़ रहा था। हालात ये थे कि उस समय परिजन दहशत के चलते शव लेने अस्पताल नहीं आते थे। तीनों शवों को लेने या दावा करने अस्पताल में कोई नहीं आये तो अस्पताल प्रबंधन के द्वारा तीनों लाश को पीपीई किट में लपेटकर मर्चुरी में रखवा दिया गया था। 2022 में जब मौत के आंकड़ों में लगातार वृद्धि हो रही थी और मर्चुरी में शव रखने की जगह नहीं बची थी, इस दौरान तीनों शवों को मर्चुरी से निकालकर पीछे वाले कमरे में रखवा दिया गया था।

इसके बाद उस कमरे में अस्पताल का एक भी कर्मचारी झांकने तक नहीं गया और फिर शव को पड़े-पड़े चार साल हो गए। इतने सालों में लाश सड़कर कंकाल हो चुकी थी।

पिछले महीने जब इसी कमरे को तोड़कर नये बनाने का काम शुरू किया गया तब ये जानकारी मीडिया में आई। मीडिया में खबर आते ही अस्पताल प्रबंधन हरकत में आया और लाशों की शिनाख्त की प्रक्रिया शुरू की गई। बताया जा रहा है तीनों के शवों की पहचान हो गई है। साथ ही मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में अब शवों का अंतिम संस्कार भी किया जाएगा।

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