CG liquor scam: शराब घोटाला इनसाइड स्टोरी...अफसर, व्यवसायी, नेता व डिस्टलर्स से मिलकर 3200 करोड़ के शराब घोटाले को कैसे दिया अंजाम....

CG liquor scam: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस शासनकाल के दौरान अफसर, व्यवसायी और डिस्टलर्स ने मिलकर बड़े घोटाले को अंजाम दिया है। तकरीबन 3200 करोड़ के इस घोटाले में अब तक 81 लोगों की संलिप्तता सामने आई है। जांच एजेंसियों की रिपोर्ट भी कम चाैंकाने वाली नहीं है। ईडी ने सौम्या चौरसिया को घोटाले का को-आर्डिनेटर बताया है। सिंडिकेट के जरिए छत्तीसगढ़ के 15 जिलों में नकली होलोग्राम वाले शराब की जमकर बिक्री की गई। डिस्टलर्स से भारी भरकम कमीशन लेकर पूरे घोटाले को संचालित किया गया। ईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए भाटिया वाइन, वेलकम और छत्तीसगढ़ डिस्टलरी की 68 करोड़ की प्रॉपर्टी अटैच किया है।

Update: 2025-12-27 07:48 GMT

CG liquor scam: रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस शासनकाल के दौरान अफसर, व्यवसायी और डिस्टलर्स ने मिलकर बड़े घोटाले को अंजाम दिया है। तकरीबन 3200 करोड़ के इस घोटाले में अब तक 81 लोगों की संलिप्तता सामने आई है। जांच एजेंसियों की रिपोर्ट भी कम चाैंकाने वाली नहीं है। ईडी ने सौम्या चौरसिया को घोटाले का को-आर्डिनेटर बताया है। सिंडिकेट के जरिए छत्तीसगढ़ के 15 जिलों में नकली होलोग्राम वाले शराब की जमकर बिक्री की गई। डिस्टलर्स से भारी भरकम कमीशन लेकर पूरे घोटाले को संचालित किया गया। ईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए भाटिया वाइन, वेलकम और छत्तीसगढ़ डिस्टलरी की 68 करोड़ की प्रॉपर्टी अटैच किया है।

शराब घोटाले में संलिप्तता के आरोप में सौम्या चौरसिया के दूसरी मर्तबे गिरफ्तारी के बाद ब्यूरोक्रेट्स और छत्तीसगढ़ की सियासत में एक ही सवाल तैर रहा है, सुप्रीम कोर्ट से बेल में चल रहे घोटालेबाज आबकारी अफसरों का क्या होगा। ईडी ने इन अफसरों को भी अपने अंतिम चार्जशीट में आरोपी बनाया है। चर्चा तो इस बात की भी हो रही है कि ईडी कभी भी इन अफसरों को पूछताछ के लिए समंस जारी कर सकता है। पूछताछ के बाद सौम्या की तर्ज पर गिरफ्तारी की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता। बता दें कि सौम्या चौरसिया के अलावा आईएएस अफसरों को हाई कोर्ट ने सशर्त जमानत दी है। सौम्या सहित इन अधिकारियों पर कोल लेव्ही वसूली का आरोप है।

आरोप पत्र दायर करने से पहले ईडी की बड़ी कार्रवाई

स्पेशल कोर्ट में चार्ज शीट पेश करने से पहले ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने भाटिया वाइन, छत्तीसगढ़ डिस्टलरी, वेलकम डिस्टलरी और आबकारी अधिकारियों की संपत्ति अटैच की है। ED ने दो दिन प्रापर्टी अटैच करने की कार्रवाई की। शराब बनाने वाली तीनों कंपनियों की 68 करोड़ की चल-अचल संपत्ति अटैच की गई है। शराब घोटाले के आरोपी तत्कालीन आबकारी कमिश्नर निरंजन दास सहित 31 आबकारी अधिकारियों की 38 करोड़ की संपत्ति कुर्क की गई है। शराब घोटाले में ईडी ने अब तक 382 करोड़ से अधिक संपत्ति का अटैच किया है।

ईडी ने कंपनियों को बनाया आरोपी

छत्तीसगढ़ डिस्टलरी, भाटिया वाइन मर्चेंट, वेलकम डिस्टलरी, अदीप एग्रोटेक प्रा.लि., पीटरसन बायो रिफाइनरी, ढिल्लन सिटी मॉल, टॉप सिक्योरिटी एंड फैसिलिटी मैनेजमेंट, ओम साईं बेवरेज, दिशिता वेंचर्स प्रा.लि., नेक्सजेन इंजिटेक, एजेएस एग्रोट्रेड प्रा.लि., ढेबर बिल्डकॉन, प्राइम डेवलपर्स, इंडियन बिल्डकॉन और प्रिज्म होलोग्राफी।

EOW ने पेश की आठवीं चार्जशीट, चैतन्य बघेल पर लगाए ये आरोप

22 दिसंबर को EOW ने शराब घोटाला केस में रायपुर की स्पेशल कोर्ट में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के खिलाफ तकरीबन 3800 पन्नों का आरोप पत्र दायर किया है। EOW ने पेश आरोप पत्र में दावा किया है कि चैतन्य बघेल को घोटाले से 200-250 करोड़ रुपए मिले हैं। जांच एजेंसी द्वारा पेश आरोप पत्र के अनुसार सिंडिकेट के जरिए अवैध उगाही की राशि का एक बड़ा हिस्सा सीधे चैतन्य बघेल से जुड़ा है। घोटाले में चैतन्य बघेल की सीधी संलिप्तता रही है। जांच एजेंसी ने आरोप पत्र में कहा कि चैतन्य बघेल की भूमिका आबकारी विभाग में सिंडिकेट को खड़ा करने और संरक्षक के रूप में पाई गई है।

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