CG Janjgir Teacher News: डाइट के प्राचार्य के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश, पिछले साल शिक्षिका ने प्रताड़ना से खाया था जहर

Janjgir Teacher News: जांजगीर डाइट के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही करने और उन्हें पद से पृथक करने की कार्यवाही करने हेतु जांजगीर कलेक्टर ने निर्देश दिया है। पिछले साल प्राचार्य की प्रताड़ना से संस्थान की ही एक महिला व्याख्याता ने आत्महत्या की कोशिश की थी। इस साल भी एक व्याख्याता ने प्राचार्य की प्रताड़ना से तंग आकर इच्छा मृत्यु की मांग की थी। प्राचार्य पर कार्यवाही के अलावा व्याख्याता के रोके गए वेतन को भी एक सप्ताह में बनाने के निर्देश दिए है।

Update: 2025-09-21 10:39 GMT

Janjgir Teacher News: जांजगीर। जांजगीर डाइट के प्रभारी प्राचार्य बीपी साहू के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही के निर्देश कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने दिया है। कलेक्टर महोबे के निर्देश पर स्कूल शिक्षा सचिव को अनुशासनात्मक कार्यवाही हेतु जिला शिक्षा अधिकारी ने अनुशंसा की है। बता दे कि डाइट के प्रभारी प्राचार्य बीपी साहू की प्रताड़ना के चलते पिछले साल एक शिक्षिका ने जहर खा लिया था। इस साल भी एक व्याख्याता ने मानसिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित करने की शिकायत करते हुए राष्ट्रपति को पत्र लिख इच्छा मृत्यु की मांग की थी। इसके अलावा पुलिस अधीक्षक को भी इसकी शिकायत की थी। अपनी शिकायत में व्याख्याता ने बताया था कि पिछले तीन वर्षों से डाइट प्राचार्य बीपी साहू उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं पर उनकी ऊंची पहुंच के चलते कोई कार्यवाही नहीं हो पा रही है। शिकायत पर संज्ञान लेते हुए कलेक्टर ने एसडीएम से जांच करवाई और कार्यवाही का निर्देश दिया।

व्याख्याता सुरेश कुमार साहू जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान जांजगीर में व्याख्याता के पद पर कार्यरत हैं। उनके द्वारा राष्ट्रपति महोदया को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की मांग की गई थी। इसके अलावा उन्होंने कलेक्टर एसपी को भी शिकायत पत्र लिखा था। अपनी शिकायत में व्याख्याता ने बताया था कि डाइट के प्रभारी प्राचार्य बीपी साहू पिछले 3 सालों से उन्हें आर्थिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं। प्राचार्य पदोन्नति से वंचित करने के लिए गोपनीय चरित्रावली भी अधिकार क्षेत्र के बाहर जाकर खराब लिख दिया गया। जिसके कारण व्याख्याता का नाम प्राचार्य पदोन्नति लिस्ट से हट गया। पिछले दो माह से 18500 रुपए कम वेतन बनाया जाता है जिसकी वजह से बैंक लोन की किश्त पटाने के दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा। जबकि अपने कृपा पात्र कर्मचारियों को सप्ताह में एक दिन स्कूल बुलाकर पूरे सप्ताह की हाजिरी भरवाई जाती है और पूरा वेतन दिया जाता है।

परिवार में उत्पन्न करवाया कलह

व्याख्याता सुरेश साहू ने अपनी शिकायत में बताया है कि प्राचार्य बीपी साहू के द्वारा उनकी पत्नी को फोन किया गया और बताया गया कि संस्थान में कार्यरत एक महिला व्याख्याता गंदी औरत है और अपने पति को उससे दूर रहने के लिए कहिए। इस वजह से उनके परिवार में कलह उत्पन्न हो गया। व्याख्याता ने बताया कि राज्यपाल मुख्यमंत्री तथा सभी विभागीय अधिकारियों के खिलाफ शिकायत करने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं हुई। जिसके चलते प्राचार्य बीपी साहू के हौसले बुलंद है और उनकी प्रताड़ना बदस्तूर जारी है। मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान होकर मुझे इच्छामृत्यु की अनुमति प्रदान की जाए।

एसडीएम से करवाई जांच

शिकायत को संज्ञान में लेकर कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने एसडीएम जांजगीर को मामले की गंभीरता से जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए थे। एसडीएम की जांच में प्रभारी प्राचार्य बीपी साहू के खिलाफ विभिन्न शिकायतों की पुष्टि हुई।

कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया है कि नियमों के अनुसार प्रभारी प्राचार्य के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। साथ ही शिकायतकर्ता व्याख्याता सुरेश साहू की यात्रा आवेदन को नियमों के अनुरूप मान्यता न मिलने के कारण रोके गए जुलाई एवं अगस्त 2025 माह का वेतन 7 दिन के भीतर वित्तीय नियमों के तहत भुगतान कर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाए।

कलेक्टर ने डाइट जांजगीर के प्रभारी प्राचार्य बीपी साहू को प्रभार से पृथक करते हुए उनके अन्यत्र स्थानांतरण तथा उनके विरुद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही करने हेतु स्कूल शिक्षा सचिव को अनुशंसा प्रेषित करने के निर्देश दिए हैं।

महिला व्याख्याता ने की थी आत्महत्या की कोशिश

बता दे कि पिछले साल डाइट जांजगीर के प्राचार्य बीपी साहू की प्रताड़ना से तंग आकर पिछले साल संस्थान की ही एक महिला व्याख्याता ने नींद की अत्यधिक गोली खा ली थी और आत्महत्या का प्रयास किया था। बड़ी मुश्किल से महिला व्याख्याता की जान बची थी। इस मामले में उस वक्त मीडिया में काफी हल्ला मचा था और शिकायत भी हुई थी,पर प्राचार्य की ऊंची पहुंच के चलते कोई कार्यवाही नहीं हो पाई। पर इस समय कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए इस पर संज्ञान लिया और एसडीएम से जांच करवाई जिसमें दूध का दूध और पानी का पानी हो गया। शिकायतों की पुष्टि होने पर कार्यवाही के लिए उन्होंने स्कूल शिक्षा सचिव को प्रतिवेदन भिजवाया है।यों पर कार्रवाई की जाएगी।

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