CG Hospital News: NHMMI ने गरीब मरीज से चार घंटे का 24 हजार ऐंठ लिया, आयुष्मान का नाम सुनते बेड नहीं का बहाना बना गंभीर पेशेंट को भगा दिया...

CG Hospital News: दावा धर्मार्थ का और काम डकैती का...एमएमआई नारायणा इसे चरितार्थ कर रहा है। मरीजों से लूट के लिए कु-ख्यात हो चुके एमएमआई नारायणा ने आज एक गरीब मरीज से वसूली की पराकाष्ठा कर दी। चार घंटे भर्ती का चार्ज 24109 रुपए ठोक दिया। इसमें दवाई सिर्फ दो हजार का। बाकी 22 हजार अस्पताल का चार्ज। यही नहीं, संवेदनहीनता की पराकाष्ठा यह कि ब्रेन स्ट्रोक के मरीज को आयुष्मान योजना का नाम सुनते ही यह कहकर भगा दिया कि हमारे यहां आयुष्मान से इलाज नहीं होता। खबर के नीचे अस्पताल का बिल लगा है, आप उसे देखकर चौंक जाएंगे। अलबत्ता, बिल से ज्यादा गंभीर यह है कि आयुष्मान में सीरियस मरीज का इलाज करने से इंकार करना। सवाल उठता है, क्या यह अस्पताल हेल्थ विभाग को ठेंगा नहीं दिखा रहा है।

Update: 2025-07-24 16:16 GMT

CG Hospital News: रायपुर। राजधानी रायपुर के बड़े अस्पतालों में शुमार एमएमआई नारायणा (NHMMI) की गरीबों से लूट और सरकारी योजना आयुष्मान को ठेंगा दिखाने का एक और मामला सामने आया है। माध्यमिक शिक्षा मंडल में कार्यरत दैनिक भोगी कर्मचारी खुमान साहू को आज ब्रेन स्ट्रोक आया। परिजनों ने उसे एमएमआई नारायण में भर्ती कराया। मरीज के भर्ती होते ही अस्पताल ने 10 हजार रुप्ए जमा करा लिया। इसके बाद परिजनों ने आयुष्मान कार्ड की बात की तो अस्पताल प्रबंधन ने हाथ खड़ा कर दिया। अस्पताल के मैनेजरों ने दो टूक कहा कि हमारे यहां आयुष्मान से इलाज नहीं होता।

आयुष्मान लागू है एमएमआई में

बताते हैं, एमएमआई हॉस्पिटल में आयुष्मान योजना लागू है। मरीज के परिजनों ने अपने एक परिचित के जरिये आयुष्मान ऑफिस से फोन कराया, तो आयुष्मान में इलाज करने के लिए हां कर दिया मगर मरीज के परिजनों को लगे चमकाने, तुमलोग उपर वाले से फोन मत कराओ। करीब घंटा भर इसी में निकल गया। फायनली अस्पताल वाले आयुष्मान ऑफिस वालों की भी नहीं सुने और दो टूक कहा दिया...अस्पताल में बेड नहीं है, आप दूसरे जगह ले जाओ।

24 हजार का बिल

खुमान साहू को एमएमआई में करीब साढ़े 11 बजे भर्ती किया गया था। और चार बजे डिस्चार्ज पेपर पर दस्तखत करा लिया। इस करीब चार घंटे का 24 हजार का बिल थमा दिया। साहू परिवार इस उम्मीद में एमएमआई पहुंचा था कि आयुष्मान में पैसा नहीं लगेगा। मगर अस्पताल वाले टस-से-मस नहीं हुए। आखिरकार, ब्याज में पैसा लेकर उन्हें अस्पताल का बिल चुकाना पड़ा। ताज्जुब की बात यह कि इस 24 हजार में दवाई का चार्ज सिर्फ दो हजार खर्च हुआ। वह भी एमआरपी दर पर। बाकी 24 हजार अस्पताल का चार्ज ले लिया। इसमें भांति-भांति का टेस्ट जोड़ दिया।

मरीज के परिजन ने NPG को बताया

मरीज खुमान साहू का भतीजा भोजेंद्र साहू ने एनपीजी न्यूज को बताया कि पैसे में इलाज के लिए अस्पताल वाले तैयार हो गए थे। उन्होंने इलाज भी प्रारंभ कर दिया था। मगर जब आयुष्मान की बात आई तो उन्होंने कहा कि आयुष्मान से उनके यहां इलाज नहीं होता। बाद में जब आयुष्मान वाले साहब का फोन आया तो उन्होंने बेड नहीं होने का बहाना कर पल्ला झाड़ लिया। इस बारे में एमएमआई नारायणा का पक्ष जानने का प्रयास किया गया मगर बात नहीं हो पाई।

एक अस्पताल, दो रेट

सेवा के नाम पर संचालित अस्पताल एमएमआई के कई कारनामे हैं। भारती देवी खेमानी की मौत मामले में जिला प्रशासन ने जांच के बाद मेडिकल एक्ट और आईपीसी के तहत कार्रवाई की सिफारिश की थी। ज्ञात हो कि एयर एंबुलेंस में जरूरी उपकरण नहीं होने की वजह से भारती देवी ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दी थी। इस मामले में मामूली जुर्माना कर अस्पताल को बख्श दिया गया। उधर, सिविल सोसाइटी को हाल ही में एक ही अस्पताल में टेस्ट के दो अलग-अलग रेट लेने की शिकायत की गई थी। एमएमआई अस्पताल में अलग और घासीदास प्लाजा स्थित सिटी सेंटर में अलग।

आयुष्मान में इलाज से इंकार के कई मामले

पिछले दिनों रायपुर के अंशु बग्गा ने हेल्थ सिकरेटी अमित कटारिया से शिकायत की थी कि एमएमआई अस्पताल ने उनकी मां के ट्रिटमेंट में शुरू में कहा था कि आयुष्मान से इलाज हो जाएगा मगर बाद में 4 लाख का बिल थमा दिया। याने अस्पताल ने आयुष्मान से इलाज से इंकार कर दिया।


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