CG Chips: खुद की नियुक्ति के लिए खुद ही तय कर ली योग्यता, 2 के लिए 35 साल मांगा एज, अपने लिए 40, प्रश्न-बेरोजगारों से आवेदन का नाटक क्यों?...
CG Chips: NPG.NEWS ने अपने सबसे लोकप्रिय साप्ताहिक स्तंभ तरकशर में कमीशनखोरी की वजह से चिप्स के डिरेल्ड होने पर फोकस किया था। बताया गया था कि चिप्स के नकारा और अविश्वनीय हो जाने की वजह से मंत्रालय का कोई सिकरेट्री चिप्स से काम नहीं कराना चाह रहा। चिप्स में भाई-भतीजावाद बढ़ता जा रहा है। ये खबर उसी की पुष्टि कर रही है। सिस्टम के लिए सफेद हाथी बन चुके चिप्स के अधिकारी उसे और बर्बादी की कगार पर ले जाना चाह रहे। इन भर्तियों से कुछ ऐसा ही प्रतीत हो रहा। जिन मुलाजिमों की वजह से चिप्स का ये हश्र हुआ, उन्हीं को फिर से नियुक्ति करने यह खेल रचा जा रहा है।
CG Chips
CG Chips: रायपुर। चिप्स में नियुक्तियों के नाम पर खेला जारी है। पांच पुराने लोगों की वापसी के बाद अब बच गए तीन लोगों की वापसी के लिए रास्ता तैयार कर लिया गया है। भर्ती का विज्ञापन किसी अखबार में नहीं आया, केवल चिप्स की साइट पर सूचना चिपका दी गई। उम्र और योग्यता के हिसाब से दावा पुख्ता करने के लिए योग्यता और उम्र में भी फेरबदल कर दिया गया है। चर्चा है उसके हिसाब से एक पुरुष और दो महिलाओं का चयन होना तय बताया जा रहा है।
चिप्स का राज्य सरकार वैसे भी ठीक से उपयोग नहीं कर पा रही है। साथ ही यहां होने वाली नियुक्तियों में हमेशा विवाद पैदा होता है। जून में चिप्स की साइट पर निकाले गए विज्ञापन में वर्तमान में चिप्स में काम कर रहे तीन लोगों की फिर से वापसी की चर्चा है। ऐसा ही होना था तो फिर बाकी बेरोजगारों से क्यों आवेदन मंगाए गए? पिछली भर्ती में भी यही हुआ था और पांच पुराने लोगों की वापसी हो गई थी। एक महोदय तो 2018 में भ्रष्टाचार के आरोपों से घिर गए थे और 2024-25 में फिर से वापस ले लिए गए, सवाल उठता है कि क्या वे जांच में बरी हो गए हैं?
खुद के लिए निकाला विज्ञापन
सूत्रों का कहना है कि चिप्स में जिन लोगों की भर्ती पहले से तय थी, उनके लिए चिप्स की साइट पर ही विज्ञापन निकाल दिया गया। किसी अखबार में देने की जरुरत महसूस नहीं की गई। फिर इंटरव्यू के लिए पैनल भी खुद की पसंद से बनाए और इंटरव्यू की औपचारिकता पूरी कर भर्ती का रास्ता साफ कर लिया। इसकी शिकायत मंत्रालय और सरकार में उच्च स्तर पर की भी गई है।
इस तरह हुआ खेला
वर्तमान में एनआईएसजी के माध्यम से चिप्स में भर्ती का विज्ञापन जारी हुआ है। जिसमें से एक पद सीनियर मैनेजर (एच.आर) है। बाकी सभी पदों पर भर्ती के लिए आयु सीमा अधिकतम 35 वर्ष है। सिर्फ सीनियर मैनेजर (एच. आर.) के लिए आयु 40 वर्ष है। आप जानते हैं, ऐसा क्यों है? ऐसा इसलिए है क्योंकि भर्ती निकालने के पहले ही तय है कि किसको लेना है। इन भर्तियों को निकालने वाली चिप्स की महिला अफसर की आयु 45 वर्ष से अधिक है, इसलिए उन्होंने खुद के लिए सीनियर मैनेजर (एचआर) की आयु सीमा को 35 से बढ़ाकर 40 साल कर दिया, ताकि वो आयु सीमा में छूट के साथ चयनित होने के पात्र हो सकें। इतना ही नहीं सीनियर मैनेजर (एच-आर) के लिए आवश्यक शैक्षणिक योग्यता में भी छेड़छाड़ की गई है, जिससे योग्यता भी उनके अनुकूल हो सके। पूर्व में शैक्षणिक योग्यता बीई और एमबीए थी, अब इसमें एमएससी मैथ्स और फिजिक्स जोड़ दिया गया, क्योंकि महिला स्वयं एमएससी मैथ्स हैं। अब भला कोई पूछे कि एच. आर. कार्य के लिए एमएससी मैथ्स क्यों चाहिए?