Bilaspur News: टाइगर किलिंग: बाघ ने ग्रामीण का किया शिकार; पीएम कराने बोरे में भरकर लामा पड़ा शव...
Bilaspur News: जंगल में लकड़ी लेने गए ग्रामीण पर हमला कर बाघ ने उसे मौत के घाट उतार दिया। वन विभाग एवं पुलिस द्वारा मदद नहीं मिलने पर शव को परिजन बोरे में भर पोस्टमार्टम के लिए 20 किलोमीटर दूर लेकर आना पड़ा.
Bilaspur News: बिलासपुर। जंगल में लकड़ी लेने गए सकेरी निवासी ग्रामीण उमाशंकर साहू (50 वर्ष) को बाघ ने शिकार बना लिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए लाने में पुलिस ने कोई सहायता नहीं की, जिससे व्यथित परिजनो को सड़ी-गली हालत में शव को बोरी में भरकर दोपहिया वाहन से 20 किलोमीटर दूर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तखतपुर तक लेकर आना पड़ा। मामला तखतपुर थाना अंतर्गत जूनापारा क्षेत्र का है।
15 मई की शाम उमाशंकर जंगल गया था, देर रात तक घर नहीं लौटा। अगले दिन परिजनों ने खोजबीन की तो जोगीपुर के लीम घाट झरना के पास उसका धड़ मिला। बाघ के हमले की आशंका पर वन विभाग और पुलिस को सूचना दी गई। फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची, जांच के बाद पंचनामा किया गया और शव परिजनों को सौंप दिया गया।
पुलिस वाहन नहीं दिया
शव मिलने के बाद जब परिजन पोस्टमार्टम कराने जूनापारा चौकी पहुंचे, तो चौकी प्रभारी ने यह कहकर किनारा कर लिया कि वाहन उपलब्ध नहीं है। मजबूर परिजन शव को बोरी में डालकर दुपहिया वाहन में तखतपुर स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए। शव का पोस्टमार्टम किया गया। तखतपुर थाना प्रभारी देवेश कुमार राठौर ने कहा कि वाहन खराब होने के कारण शव के लिए वाहन उपलब्ध नहीं कराया जा सका।
कठमुड़ा में बाघ ने एक किसान पर किया था हमला
इस क्षेत्र में दो माह पूर्व भी ग्राम कठमुड़ा में बाघ ने एक किसान पर हमला किया था। तब वन विभाग ने निगरानी बढ़ाई थी। अब फिर से एक ग्रामीण की जान जाने से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। वही वन विभाग की लापरवाही से भी लोग नाराज है। यह घटना केवल एक शेर केहमले की नहीं, बल्कि मानवीय संवेदना की विफलता की भी कहानी है, जिसने एक मृत देह को सम्मान से अंतिम पड़ाव तक पहुंचाने से वंचित कर दिया।