Bilaspur News: टीआई लाइन अटैच: अवैध शराब और चोरी के प्रकरणों में ढ़िलाई से नाराज एसएसपी ने टीआई को किया लाइन हाजिर

Bilaspur News:–एसएसपी ने कोटा थाने के औचक निरीक्षण के दौरान कई खामियां पाई थी। चेतावनी के बाद भी व्यवस्था में सुधार नहीं होने और चोरी के मामले नहीं सुलझने तथा अवैध शराब पर लगाम लगाए जाने में नाकाम रहने पर कोटा टीआई तोपसिंह नवरंग को लाइन अटैच कर दिया है।

Update: 2025-12-25 03:16 GMT

Kota TI Topsingh Naurang Line Attached: बिलासपुर। निरीक्षण के चौथे दिन एसएसपी रजनेश सिंह ने कोटा टीआई तोपसिंह नवरंग को लाइन अटैच कर दिया है। एसएसपी ने शनिवार को कोटा थाने का निरीक्षण किया था। इस दौरान चोरी के अनसुलझे मामलों और अवैध शराब के कारोबार को लेकर थाना प्रभारी तोपसिंह नवरंग को फटकार लगाई थी। निरीक्षण के चार दिन बाद एसएसपी ने थानेदार को लाइन अटैच कर उनकी जगह पर नरेश कुमार चौहान को कोटा थाना प्रभारी बनाया है।

एसएसपी रजनेश सिंह ने बीते शनिवार को कोटा थाने का निरीक्षण किया था। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र में हुई बड़ी चोरियों के अनसुलझे मामलों और आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने को लेकर थाना प्रभारी को फटकार लगाई थी। साथ ही गनियारी क्षेत्र में अवैध शराब के कारोबार पर अंकुश लगाने और अपराधियों की संपत्ति जब्त करने निर्देश दिए थे। इस दौरान उन्होंने बेहतर काम करने वाले विवेचकों को इनाम भी दिया था। साथ ही बदमाशों को अपराधिक गतिविधियों से दूर रहने चेतावनी दी थी।

एसएसपी ने अलग-अलग थानों के निरीक्षण के दौरान बेहतर काम करने वाले थानेदारों को इनाम भी दिया। इधर चेतावनी के बाद भी कोटा थाने की कार्यप्रणाली में कोई बदलाव नहीं आ पाया। शराब के अवैध कारोबार से जुड़े लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाई। गनियारी क्षेत्र में शराब का अवैध कारोबार बंद नहीं हो पाया।

माना जा रहा है कि कार्यप्रणाली में कोई सुधार नहीं होने पर चार दिन बाद ही एसएसपी रजनेश सिंह ने कोटा थाना प्रभारी तोपसिंह नवरंग को लाइन अटैच कर दिया है। उनकी जगह पर डीएसबी शाखा से निरीक्षक नरेश चौहान को कोटा थाने की जिम्मेदारी दी गई है। नए थानेदार पर अनसुलझे मामलों को सुलझाने के साथ ही अवैध शराब के कारोबार से जुड़े लोगों पर कार्रवाई और पुराने मामलों की निकाल और शिकायत सुलझाने की जिम्मेदारी आ गई है।

सकरी क्षेत्र में एक साल से गुम नाबालिग फटकार के बाद मिली थी 24 घंटे में...

एसएसपी ने सकरी थाने का भी निरीक्षण किया था। इस दौरान जब एसएसपी ने गुम इंसानों की फाइल मंगा कर देखी तो उन्हें एक ऐसा केस दिखा कि जिसमें एक नाबालिग पिछले एक साल से घर से गायब थी और पुलिस उसकी साल भर से तलाश नहीं कर सकी थी। विवेचक ने डायरी काटते हुए लिखा था कि गुम नाबालिग की फोटो लेकर मार्केट में लोगों से पूछताछ और पत्तासाजी की गई,पर पता नहीं चल पाया। जिस पर एसएसपी ने नाराजगी जाहिर करते हुए टीआई और विवेचक को फटकार लगाई तथा दो दिनों में गुम नाबालिग की जानकारी नहीं जुटा पाने पर कार्यवाही की चेतावनी दी। जिसके बाद मात्र 24 घंटे में ही नाबालिग दस्तायाब हो गई।






 


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