Bilaspur News: नशे के पैसों से बनाये कंस्ट्रक्शन कंपनियां और करोड़ों की संपत्ति, अब आये पुलिस की गिरफ्त में, संपत्ति अटैच करने की तैयारी...

Bilaspur News: नशे के कारोबार में युवाओं को ढकेलने और इसके एवज में करोड़ों की संपत्ति बनाने वाले किंगपिंग को दबोचने में पुलिस को सफलता मिली है। किंगपिंग संजीव सिंह उर्फ सूच्चा को पकड़ने के लिए पुलिस ने पार्सल डिलीवर ब्वाय का रोल भी किया। नशा बेचकर बनाई करोड़ों की संपत्ति को अटैच करने पुलिस ने तैयारी शुरू कर दी है।

Update: 2024-12-27 16:27 GMT

Bilaspur News: बिलासपुर। नशे के कारोबार के किंगपिंग और मास्टरमाइंड संजीव सिंह उर्फ सूच्चा को पुलिस ने जबलपुर से गिरफ्तार किया है। इसके लिए पुलिस को डिलीवरी ब्वाय भी बनना पड़ा है। पहले पुलिस ने नशीली दवाओं का कारोबार करने वाले 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। एंड टू एंड कार्यवाही करते हुए मुख्य आरोपी तक पुलिस पहुंची। आरोपी ने 20 वर्ष पहले शहर में नशीली दवाईयों के कारोबार की नींव डाली थी। खुद करोड़ोa रुपए कमाने के साथ ही देश के कई शहरों में बेनामी संपत्तियां भी बनाई है। करोड़ों की संपत्ति बनाने के बाद भी पैसे की भूख नहीं मिटी। नशे के धंधे में युवाओं को ढकेलने का काम किया।

नशे के कारोबार से आरोपी ने जबलपुर,नागपुर,दिल्लीं में संपत्तियां बनाने में इन्वेस्ट किया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने के पहले उसके प्लंबर को पकड़ा फिर प्लंबर को साथ ले नशे के किंगपिंग को गिरफ्तार किया है। इससे पहले पुलिस ने 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। यह 16 वीं गिरफ्तारी है। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में पुलिस नशे के व्यापार के खिलाफ अभियान चला रही है। नशे के कारोबार के खिलाफ कार्यवाही करने के अलावा फाइनेंशियल इन्विगेस्टीगेशन कर नशे के कारोबार की अर्जित संपत्ति की जानकारी जुटाने के साथ अटैच करने की कार्रवाई भी कर रही है। इसी कड़ी में बिलासपुर पुलिस ने प्रदेश की पहली संपत्ति जब्त करने की कार्यवाही पिछले दिनों की थी। कार्यवाही जब आगे बढ़ी तो मिनी बस्ती में नशे के कारोबार करने वाले परिवार को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में उन्होंने बताया था कि संजीव उर्फ सूच्चा सिंह पिता सादीलाल ने उन्हें नशे के कारोबार से जोड़ा है और नशे का कारोबार करना सिखाया है। उसी से नशीला इंजेक्शन मंगवा कर वे शहर में बेचते है।

एसपी रजनेश सिंह ने नशे के कारोबार पर एंड टू एंड कार्यवाही के लिए अभियान चलाया है। अभियान के तहत एडिशनल एसपी एसीसीयू अनुज कुमार और सीएसपी निमितेश सिंह ने जब जानकारी जुटाई तब पता चला कि संजीव सिंह उर्फ सूच्चा बिलासपुर शहर में नशीले इंजेक्शन के कारोबार का जनक है। उसने पिछले बीस सालों में नशे के कारोबार से करोड़ों रुपए कमाए है। खुद पैसे कमाने के बाद आरोपी ने शहर में अन्य लोगों को नशे के कारोबार में ट्रेंड कर लगा दिया। शहर में पैसे कमाने के बाद गिरफ्तारी से बचने और अपना कारोबार देश भर में फैलाने नागपुर,जबलपुर आदि शहरों में रहने लगा।

सरकंडा थाने का फरार आरोपी है संजीव सिंह

जांच के दौरान जानकारी मिली कि सरकंडा में दर्ज अपराध क्रमांक 258/2023 ( 21,22 एनडीपीएस एक्ट) और सिविल लाइन में दर्ज अपराध क्रमांक162/2023 ( 21,22,29 एनडीपीएस एक्ट) के मामले में संजीव सिंह उर्फ सूच्चा छाबड़ा फरार चल रहा है। उक्त दोनों अपराध के आरोपियों ने पूछताछ में बताया था कि वे संजीव उर्फ सूच्चा से मोबाइल से संपर्क कर शहर में नशीली दवाइयां मंगा कर सप्लाई कर रहे थे। आरोपी संजीव उर्फ सूच्चा फरार था।

स्पेशल टीम ने पहले प्लंबर को पकड़ा,फिर किंगपिंग को धर दबोचा

आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पूर्व में वर्ष 2022 में नागपुर भी गई थी। पुलिस बल को चकमा देकर फरार हो गया था। आरोपी इतना शातिर कि पुलिस से बचने के लिए मोबाइल नंबर भी बदल-बदल कर चलाता था। पुलिस टीम के नागपुर में दबिश देने के दौरान आरोपी फरार हो गया था और जबलपुर में रहकर छाबड़ा कंस्ट्रक्शन नामक कंपनी खोल ली थी। कंस्ट्रक्शन कंपनी की आड़ में नशे का कारोबार संचालित कर रहा था। गिरफ्तारी के लिए सीएसपी सिविल लाईन निमितेश सिंह के नेतृत्व में 8 सदस्यीय पुलिस टीम जबलपुर पहुंची। आरोपी के ठिकानों को पार्सल डिलिवरी ब्वाय बन कर पुलिस ने पहले रेकी की। आरोपी जबलपुर के 90 क्वार्टर परसवाड़ा में आलीशान मकान और दुकान बनवा रहा था। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पहले उसके निर्माणाधीन मकान में प्लंबर का काम करने वाले प्लंबर को पुलिस ने पकड़ा। फिर रात दो बजे आरोपी का मकान चिन्हित कर आरोपी के मकान में रेड की कार्यवाही की। भनक लगने पर आरोपी ने फरार होने की कोशिश की। पर पुलिस …

आरोपी ने बनाई कई संपत्तियां

पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह पिछले 2005 से शहर में नशीली दवाइयों का कारोबार कर रहा था। जो 2014 में पुलिस का ज्यादा दबाव पड़ने पर शहर छोड़कर नागपुर के मोदा में 4 दुकान व जमीन को नशीली दवाईयों को बेचकर प्राप्त रकम से खरीदी किया था। वह 2023 में शहर के आस– पास आकर आरोपी पप्पू श्रीवास और आकांक्षा को नशीली दवाई शहर में बेचने के लिए देता था जिससे प्राप्त रकम को शेयर बाजार में रकम लगाना शुरू किया जिसे पुलिस द्वारा नागपुर में होने की पुष्टि होने पर नागपुर से भाग कर नया बसेरा जबलपुर में बना लिया तथा लोगों की नजरों से बचने के लिए छाबड़ा कंस्ट्रक्शन का संचालक हूं बोलकर जीवन यापन कर गुप्त रूप से नशे के व्यापार में संलिप्त था।

करोड़ों की संपत्ति

आरोपी के द्वारा बीते 20 वर्षों से नशीली दवाईयों की सप्लाई कर उससे रकम कमा रहा था जो नागपुर के मोदा में चार दुकान व जमीन,दिल्ली कर फरीदाबाद में अग्रवाल प्रापर्टी से जमीन का ईकरारनामा किया गया है। जबलपुर के 90 क्वार्टर परसवाड़ा में तीन जमीनों की रजिस्ट्री कराई गई है। पुलिस सभी संपत्तियों को जप्त करने की तैयारी में है।

शहर के अलग-अलग थानों में दर्ज है मामले

आरोपी संजीव उर्फ सूच्चा सिंह पिता सादीलाल उम्र 53 वर्ष मूल निवासी टिकरापारा कंसा चौक थाना सिटी कोतवाली जिला बिलासपुर के खिलाफ ईतने मामले हैं दर्ज:–

1 कोनी 164/2007 20बी एनडीपीएस एक्ट 2553 नग नशीला इंजेक्शन

2 तारबाहर 117/2009 21 एनडीपीएस एक्ट 1500 नग नशीला इंजेक्शन

3 तारबाहर 126/2013 20बी एनडीपीएस एक्ट 9600 नग नशीली इंजेक्शन व टेबलेट

4 कोतवाली 370/2018 21एनडीपीएस एक्ट 7200 नग नशीले टेबलेट

5 सरकण्डा 258/2023 21,22, एनडीपीएस एक्ट 102 नग इंजेक्शन व 20 कोडिंग युक्त सिरप

6 सिविल लाईन 162/2023 21,22,29 एनडीपीएस एक्ट 1645 नग एवील इंजेक्शन

 

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